Lok Sabha Election Results 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के साथ ही साफ हो गया कि देश में एक बार फिर मोदी सरकार बनने जा रही है. 18वीं लोकसभा चुनाव में एनडीए को पूर्ण बहुमत मिला है. भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में एनडीए आज सरकार बनाने का दावा पेश करने जा रही है. एनडीए गठबंधन के पास 292 सीटें हैं. जौ मैजिक नंबर 272 से काफी ज्यादा हैं. सबसे बड़ी बात की 1962 के बाद यह पहला मौका है जब कोई पार्टी देश में तीसरी बार सरकार गठन करने जा रही है. इस बार के चुनाव में एनडीए को 292 सीटें और विपक्षी इंडिया गठबंधन को 234 सीटें मिली हैं.
पीएम मोदी पेश करेंगे सरकार बनाने का दावा
नतीजों के बाद अब सरकार बनाने की कवायद शुरू हो गई है. इसी को लेकर दिल्ली में पीएम मोदी ने नेतृत्व में एनडीए नेताओं की बैठक हुई. बैठक में जेडीयू और टीडीपी भी शामिल हुई. बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आज जेडीयू और टीडीपी अपना समर्थन पत्र सौंपेगी जिसके बाद देर शाम पीएम मोदी राष्ट्रपति भवन जाकर सरकार गठन करने का दावा पेश कर सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी करीब आठ बजे तक राष्ट्रपति से मुलाकात कर सकते हैं.
एनडीए में भी बैठकों का दौर
एक तरफ एनडीए में सरकार गठन पर चर्चा जारी है तो वहीं इंडिया गठबंधन के नेताओं ने भी अपने सहयोगियों की बैठक बुलाई है. इंडिया गठबंधन के नेता कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर बैठक कर रहे हैं. खरगे के आवास पर इंडिया के नेताओं का आना जारी है. तेजस्वी यादव और अखिलेश यादव समेत गठबंधन दल के अन्य नेता खरगे के आवास पर बैठक कर रहे हैं. उम्मीद है बैठक में सरकार बनाने से लेकर आगे की रणनीति पर भी चर्चा होगी.
17वीं लोकसभा भंग
इधर, चुनाव के नतीजे आ जाने के बाद जहां नई सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है. वहीं, 17वी लोकसभा को भंग कर दिया गया है. कैबिनेट ने आज की बैठक में राष्ट्रपति को 17वीं लोकसभा को तत्काल प्रभाव से भंग करने की सलाह दी. राष्ट्रपति ने कैबिनेट की सलाह स्वीकार कर ली है और 17वीं लोकसभा को भंग करने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. इसके बाद आज यानी बुधवार को पीएम मोदी राष्ट्रपति से मिलकर नई सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.
नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपा इस्तीफा
इससे पहले नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर उन्हें मंत्रिपरिषद सहित अपना इस्तीफा सौंप दिया है. राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार करते हुए उनसे तथा मंत्रिपरिषद से अनुरोध किया है कि वे नई सरकार के कार्यभार संभालने तक पद पर बने रहें. यानी नयी सरकार के गठन होने तक नरेंद्र मोदी कार्यवाहक पीएम की तरह काम करते रहेंगे.