लोकसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी के एक प्रत्याशी मुकेश दलाल ने निर्विरोध जीत हासिल कर ली थी. यह सीट है गुजरात की सूरत. यहां से कांग्रेस के नीलेश कुंभानी की उम्मीदवारी रविवार को खारिज कर दी गई थी क्योंकि जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रथम दृष्टया प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में गड़बड़ी पाई थी. इसके बाद सूरत से कांग्रेस के एक अन्य उम्मीदवार सुरेश पडसाला का पर्चा भी खारिज हो गया. इससे गुजरात की प्रमुख विपक्षी पार्टी चुनाव मैदान से बाहर हो गई है और बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल निर्विरोध जीते हैं.
कौन हैं मुकेश दलाल
बता दें कि गुजरात में 7 मई को वोटिंग होनी है. बीजेपी ने सूरत लोकसभा क्षेत्र से मुकेश दलाल को मैदान में उतारा है. 63 साल के दलाल बीजेपी शासित सूरत नगर निगम की पूर्व स्थायी समिति के अध्यक्ष हैं और वर्तमान में पार्टी की सूरत शहर इकाई के महासचिव के रूप में कार्यरत हैं. वह पार्टी के शहर कार्यकारी सदस्य भी हैं. वह सूरत नगर निगम में 3 बार पार्षद, 5 बार स्थायी समिति के अध्यक्ष रहे.
किस समुदाय से रखते हैं ताल्लुक
बीजेपी के निर्विरोध चुने गए मुकेश दलाल गुजरात के मोढ़ा वणिक समुदाय से आते हैं. इससे पहले वह सूरत पीपुल्स कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं. दलाल को गुजरात बीजेपी प्रमुख सीआर पाटील का करीबी माना जाता है. वह कॉमर्स में ग्रेजुएट हैं और उसके बाद LLB और MBA किया है. बीजेपी से उनका जुड़ाव 1981 से है.
सूरत सीट से कांग्रेस के अलावा पर्चा भरने वाले उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया था. गुजरात बीजेपी के चीफ सीआर पाटील ने मुकेश दलाल को निर्विरोध जीतने पर बधाई दी.
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रिटर्निंग अफसर ने बताया कि इस सीट के लिए 8 प्रत्याशियों ने नामांकन भरा था. उन्होंने बाद में उसे वापस ले लिया. बीएसपी के प्यारेलाल भारती ने सोमवार दोपहर 2 बजे अपना पर्चा वापस लिया है.