Lok Sabha Election 2024: धनंजय जौनपुर में बीजेपी के साथ, राजा भैया प्रतापगढ़ में रहेंगे न्यूट्रल

यूपी के दो बाहुबली राजनीतिजों पर लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) में सबकी नजर थी. इनमें से एक बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया है. वहीं दूसरे ने न्यूट्रल रहते हुए समर्थकों को अपनी पसंद के प्रत्याशी को वोट देने की अपील की है.

By Amit Yadav | May 15, 2024 12:07 AM
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लखनऊ: यूपी की जौनपुर, प्रतापगढ़ और कौशांबी सीट का चुनाव (Lok Sabha Election 2024) रोचक हो गया है. जौनपुर बाहुबली नेता और पूर्व सांसद धनंजय सिंह के प्रभाव वाला क्षेत्र है. वहीं प्रतापगढ़ और कौशांबी कुंडा राजघराने के युवराज राजा भैया क्षेत्र है. लोकसभा चुनाव में ये दोनों किस पार्टी को समर्थन देंगे, इसको लेकर लगातार कयासबाजी चल रही थी. जौनपुर सीट पर धनंजय सिंह के फैसला बहुत अप्रत्याशित नहीं रहा. लेकिन राजा भैया ने अपने फैसले से सभी को चौंका दिया है.

धनंजय सिंह बेल पर हैं जेल से बाहर
जौनपुर के पूर्व सांसद और बाहुबली नेता धनंजय सिंह ने अपने समर्थकों से (Lok Sabha Election 2024) बीजेपी को वोट देने की अपील की है. धनंजय सिंह हाल ही में एक मामले में जेल से बेल पर बाहर आए हैं. अपने समर्थकों के साथ एक बैठक में उन्होंने बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया है. उन्होंने कार्यक्रम के मंच से कहा कि यूपी में एक अच्छी सरकार चल रही है, आप लोग बीजेपी को वोट करें. गौरतलब है कि धनंजय सिंह को हर घर जल योजना के एक प्रोजेक्ट मैनेजर के अपहरण और उससे वसूली के मामले में 7 साल की सजा हुई है. इसके चलते वो लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाए.

पत्नी ने बसपा से चुनाव लड़ने से मना किया
(Lok Sabha Election 2024) इसी बीच 30 अप्रैल को अचानक धनंजय सिंह को जौनपुर जेल से बरेली जेल शिफ्टकर दिया गया. वहीं उनकी पत्नी श्रीकला रेड्डी जौनपुर से सांसद प्रत्याशी घोषित कर दी गई. लेकिन 30 अप्रैल को ही प्रयागराज हाईकोर्ट ने धनंजय (Dhananjay Singh) को बेल दे दी. इसी के साथ वो बरेली जेल से रिहा हो गए. इस बदलते घटनाक्रम के बीच 6 मई को अचानक श्रीकला रेड्डी ने बीएसपी से चुनाव लड़ने से मनाकर दिया. इसको बीएसपी और धनंजय सिंह दोनों के विरोधाभासी बयान भी आए थे.

गायत्री प्रसाद से संबंध को लेकर जांच
रविवार को अचानक धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) ने समर्थकों के साथ बैठक की और बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया. हालांकि इस चौंकाने वाले फैसले का कारण सपा सरकार में मंत्री रहे, अब जेल में बंद गायत्री प्रजापति की संपत्तियों की खरीद भी माना जा रहा है. गायत्री की संपत्ति की जांच ईडी कर रही है और गायत्री की काली कमाई की मनी ट्रेल धनंजय तक पहुंच रही है. यही नहीं धनंजय के खिलाफ लोकायुक्त में एक शिकायत भी हुई है. इन सब समीकरणों के बीच धनंजय सिंह का बीजेपी को समर्थन देने का फैसला अप्रत्याशित नहीं माना जा रहा है.

कौशांबी और प्रतापगढ़ में किसी को समर्थन नहीं
उधर कुंड राजघराने के राजा भैया (Raja Bhaiya) के लोकसभा चुनाव में समर्थन पर लोगों निगाह थी. राजा भैया से उनके कुंडा राजमहल में बीजेपी के कई बड़े नेता मिलने पहुंचे थे. इसमें प्रतापगढ़ (Pratapgarh Lok Sabha) से बीजेपी प्रत्याशी भी शामिल हैं. इन सभी की फोटो भी एक्स पर वायरल हुई है. वहीं समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी भी राजा भैया से समर्थन मांगने कुंडा राजमहल पहुंचे थे. इन सब मुलाकातों के बीच अचानक राज भैया ने बीजेपी व सपा दोनों ही पार्टियों को झटका देते अपने समर्थकों से अपनी पसंद के प्रत्याशियों को वोट देने की अपील कर दी है.

जनता से कहा अपनी मर्जी से दें वोट
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि सभी समर्थकों के साथ फैसला लिया गया है कि कौशांबी और प्रतापगढ़ में जनसत्ता दल का अधिकृत प्रत्याशी नहीं लड़ रहा है. साथ ही किसी से भी एलायंस नहीं हुआ है. इसलिए सभी सम्मानित मतदाता को कहा गया है कि वो जिस भी दल को चाहे अपना आशीर्वाद और मत दे सकते हैं. राजा भैया ने एक सवाल पर कहा कि सपा और बीजेपी दोनों प्रत्याशी उनसे समर्थन मांगने आए थे.

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