Lok Sabha Election 2024 : 244 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला आज, सुबह 9:30 बजे से आने लगेंगे रुझान
लोकसभा चुनाव के नतीजे आज घोषित होने वाले हैं. लेकिन सुबह 9:30 बजे से ही परिणामों के रुझान आने लगेंगे. मतगणना को लेकर चुनाव आयोग ने पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं.
Lok Sabha Election 2024 : झारखंड की 14 लोकसभा सीटों व गांडेय विधानसभा उपचुनाव में किये गये वोटों की गिनती चार जून को सुबह आठ बजे से होगी. सबसे पहले पोस्टल वोटों की गिनती होगी. इसके बाद इवीएम में पड़े मतों को गिनती की जायेगी. सुबह 9.30 बजे से चुनाव के रुझान मिलने लगेंगे. राज्य के कुल 29,523 बूथों पर पड़े वोटों की गिनती के लिए सभी 14 संसदीय क्षेत्रों में मतगणना केंद्र बनाये गये हैं. अलग-अलग लोकसभा सीटों पर न्यूनतम 16 से लेकर 27 राउंड में मतगणना पूरी होगी.
मतगणना केंद्र पर पुख्ता सुरक्षा
चुनाव आयोग ने मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया है. मतगणना हॉल में बिना प्रवेश पास के किसी को अंदर जाने नहीं दिया जायेगा. मतगणना कर्मियों को भी गहन जांच के बाद ही मतगणना केंद्र में प्रवेश की अनुमति दी जायेगी. मतगणना हॉल में आवश्यक सामग्री जैसे आधिकारिक दस्तावेज, पहचान पत्र और ड्यूटी संबंधी उपकरण ही साथ ले जाने दिया जायेगा. मोबाइल फोन, कैमरा या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मतगणना स्थल पर ले जाना मना है.
पहले होगी 1.75 लाख पोस्टल बैलेट की गिनती
चुनाव आयोग ने इवीएम पर पड़े वोटों से पहले पोस्टल बैलेट की गिनती पूरी करने का निर्देश दिया है. राज्य के सभी मतगणना स्थलों पर पोस्टल बैलेट की गिनती सबसे पहले की जायेगी. इवीएम के नतीजों के पूर्व ही पोस्टल बैलेट की गिनती कर उसके परिणाम घोषित किये जायेंगे. इस बार झारखंड के सभी 14 लोकसभा क्षेत्रों में पड़े पोस्टल बैलेट की संख्या 1.75 लाख से अधिक है. इसमें सर्विस वोटर्स के अलावा बुजुर्गों व दिव्यांगों द्वारा डाले गये पोस्टल बैलेट शामिल हैं.
2019 तक बाद में होती थी पोस्टल बैलेट की गणना
वर्ष 2019 तक पोस्टल बैलेट की गिनती मतगणना खत्म होने के बाद की जाती थी. लेकिन, राजनीतिक दलों ने इस व्यवस्था का विरोध करते हुए चुनाव आयोग के पास शिकायत दर्ज करायी थी. राजनीतिक दलों का आरोप था कि पोस्टल बैलेट की गिनती बाद में करने से मतगणना में धांधली की गुंजाइश रह जाती है. दो प्रत्याशियों में जीत का अंतर कम होने के बाद पोस्टल बैलेट की गिनती कर विजेता की घोषणा करने से विवाद को बढ़ावा मिलता है. राजनीतिक दलों के आग्रह पर ही चुनाव आयोग ने पोस्टल बैलेट की गिनती पहले करते हुए इवीएम के नतीजों के पहले पोस्टल बैलेट की गिनती कर परिणाम घोषित करने का निर्देश दिया है.