Lok Sabha Election 2024 : आगामी 19 अप्रैल से देश में आम चुनाव 2024 का आगाज हो जायेगा. 1 जून तक सात चरणों में होने वाले इस चुनाव से 18वीं लोकसभा के कुल 543 सदस्य चुने जायेंगे. भाजपा समेत लगभग सभी राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों की लिस्ट सामने आ गयी है. पहले दो चरण के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया भी पूरी हो गयी है. इस सूची में कई पुराने चेहरे हैं, तो कुछ नये नाम भी जोड़े गये हैं. इन नये नाम में शामिल चुनिंदा महिला उम्मीदवार खासतौर पर सुर्खियों में हैं, न सिर्फ इसलिए क्योंकि वे पहली बार चुनाव मैदान में हैं, बल्कि हर एक नाम के साथ कोई न कोई खास पहलू जुड़ा है.
कंगना रनौत
भारतीय जनता पार्टी ने अभिनेत्री कंगना रनौत को हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. पहली बार चुनाव में उतरी कंगना का राजनीतिक रुझान बीते वर्षों में उनके द्वारा दिये गये बयानों से जाहिर होता रहा है और इस चुनाव में उन्हें टिकट मिलना तय माना जा रहा था. कंगना ने चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है. हालांकि, कांग्रेस ने अभी आधिकारिक तौर पर मंडी से उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है, लेकिन माना जा रहा है कि मौजूदा सांसद प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह कंगना के खिलाफ लड़ सकते हैं. कभी कांग्रेस का गढ़ रही मंडी सीट पर बीते दो लोकसभा से भाजपा जीत हासिल करती रही है, लेकिन साल 2021 के उपचुनाव में कांग्रेस इस सीट को बीजेपी से वापस छीनने में सफल रही थी. कंगना के सामने बेशक कड़ी चुनौती होगी, लेकिन वह एक अनुभवी राजनेता की तरह चुनाव प्रचार में जुटी हैं और अपने बयानों के चलते लगातार खबरों में हैं.
बांसुरी स्वराज
पेशे से वकील और पूर्व भाजपा नेता सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज नयी दिल्ली लोकसभा सीट से पहली बार चुनाव लड़ने जा रही हैं. उनसे पहले इस सीट पर बीजेपी मीनाक्षी लेखी को टिकट देती रही है. मीडिया द्वारा परिवारवाद पर पूछे गये सवाल पर बांसुरी कहती हैं, ‘सिर्फ इसलिए कि मेरी मां जनप्रतिनिधि थीं, इसका मतलब यह नहीं है कि राजनीति मेरे लिए वर्जित है.’ बीते 17 साल से वकालत कर रही बांसुरी अपने मीडिया इंटरव्यू में बताती हैं कि उन्होंने एबीवीपी कार्यकर्ता के तौर पर शुरुआत की थी और उन्हें पिछले साल दिल्ली भाजपा का सचिव नियुक्त किया गया था.
रोहिणी आचार्य
लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य इस चुनाव में एक नया चेहरा हैं. आरजेडी ने रोहिणी को बिहार की सारण लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. रोहिणी तकरीबन डेढ़ साल पहले पिता लालू प्रसाद को अपनी एक किडनी दान देने के बाद सुर्खियों में आई थीं. रोहिणी लालू प्रसाद यादव के नौ बच्चों में दूसरी संतान हैं और 2002 में समरेश सिंह से शादी के बाद वह सिंगापुर में रह रही थीं. रोहिणी और समरेश सिंह के एक बेटी और दो बेटे हैं. सारण वह सीट है, जहां से लालू पहली बार सांसद बने थे और चार बार सांसद रहे हैं, लेकिन बीते दो चुनावों से यह सीट भाजपा के खाते में है. यहां 2014 से भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी सांसद हैं और इस बार रोहिणी का मुकाबला उन्हीं से होना तय माना जा रहा है. रोहिणी ने यहां चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है और उन्हें देखने के लिए ग्रामीण इलाकों में बड़े पैमाने पर भीड़ उमड़ रही है.
माधवी लता
हैदराबाद में भाजपा ने असदुद्दीन ओवैसी को चुनौती देने के लिए एक नयी महिला उम्मीदवार माधवी लता पर भरोसा जताया है. अच्छी वक्ता के तौर पर प्रसिद्ध 49 वर्षीय माधवी हैदराबाद की ही रहनेवाली हैं. वह भरतनाट्यम डांसर है, पेंटिंग करती हैं और समाज सेवा में भी सक्रिय रही हैं. हैदराबाद में 13 मई को वोट डाले जायेंगे. करीब चार दशक से हैदराबाद की लोकसभा सीट ओवैसी परिवार के पास है और फिलहाल यहां से एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी चार बार से सांसद हैं. माधवी लता इससे पहले कभी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ी हैं और भाजपा ने उन्हें क्यों चुना है, इस सवाल का जवाब वह मीडिया में इस तरह देती हैं-‘ मेरा 20 साल की समाज सेवा का काम है. 8-10 महीने पहले मैंने हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र में फ्री में 1008 नॉर्मल डिलीवरी कराने का ऐलान किया. मेरे सिर्फ इस काम को देखकर दिल्ली में बैठे मोदी भाई ने मुझे मौका दिया.’
शांभवी चौधरी
शांभवी चौधरी को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने बिहार के समस्तीपुर से टिकट दिया है. दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से ग्रेजुएशन और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से मास्टर्स की डिग्री हासिल करनेवाली 26 वर्षीय शांभवी बिहार के एक सियासी परिवार से आती हैं और इन दिनों सबसे युवा उम्मीदवार के तौर पर चर्चा में हैं. उनके पिता अशोक चौधरी जेडीयू नेता हैं और नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री हैं और वह चिराग पासवान की पार्टी की लोकसभा उम्मीदवार. दोनों ही दल बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन का हिस्सा हैं. शांभवी की शादी बिहार के चर्चित आईपीएस अधिकारी किशोर कुणाल के बेटे सायण कुणाल से हुई है. हाल ही में वह पहली बार किसी राजनीतिक पार्टी की सदस्य बनीं और उन्हें लोकसभा का टिकट मिल गया.