Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एक बार फिर कांग्रेस और राहुल गांधी पर बड़ा हमला किया है. उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी को कोसना राहुल गांधी का एक सूत्रीय एजेंडा है. सच्चाई यह है कि राहुल गांधी को भारतीय संस्कृति, परंपरा और विरासत का एहसास नहीं है. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब लोकसभा के अंतिम चरण के चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे पर जमकर आरोप प्रत्यारोप लगी रही है. गौरतलब है कि हाल के दिनों में प्रमोद आचार्य कांग्रेस के खिलाफ बेबाकी से बयानबाजी कर रहे हैं. अपने बयानों के कारण ही उन्हें पार्टी से छह साल के लिए निलंबित कर दिया है.
कांग्रेस पर कई बार साध चुके है निशाना
पूर्व कांग्रेस नेता प्रमोद आचार्य इससे पहले भी कई बार राहुल गांधी और कांग्रेस को लेकर बड़ा बयान दे चुके हैं. मई महीने की शुरुआत में जब रायबरेली से राहुल गांधी को उम्मीदवार बनाया गया था उस समय भी आचार्य ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा था कि प्रियंका गांधी के चुनाव ना लड़ने से धीरे-धीरे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं में एक ज्वालामुखी धधक रहा है जो 4 जून के बाद फटेगा. उन्होंने दावा करते हुए कहा था कि देश की आजादी के बाद कांग्रेस का एक और विभाजन होना सुनिश्चित है. 4 जून के बाद कांग्रेस दो धड़ों में बंट जाएगी. एक धड़ा होगा राहुल गांधी का और एक धड़ा होगा प्रियंका गांधी का होगा.
राम मंदिर को लेकर भी राहुल गांधी पर किया था हमला
इसी कड़ी में पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपने एक बयान में कहा था कि उन्होंने कांग्रेस में 32 साल से अधिक समय बिताया है. उन्होंने कहा था कि जब राम मंदिर का फैसला आया, तो राहुल गांधी ने अपने करीबी सहयोगियों के साथ बैठक की थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस सरकार बनने के बाद वे एक महाशक्ति आयोग बनाएंगे और राम मंदिर के फैसले को उसी तरह पलट देंगे जैसे राजीव गांधी ने शाहबानो के फैसले को पलट दिया था. आचार्य प्रमोद के इस बयान के बाद सियासी हलचल काफी तेज हो गई थी.
वहीं, आईएएनएस से बातचीत के दौरान प्रमोद आचार्य ने कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा था कि अगर भारत में लोकतंत्र मर गया होता तो क्या आप हर दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली दे रहे होते. उन्होंने कहा था कि अगर भारत में लोकतंत्र नहीं होता तो सरकार के खिलाफ बोलते पर जेल में डाल दिया जाता. उन्होंने कहा था कि दुनियाभर में भारत से अच्छा लोकतंत्र कहीं नहीं है.