Lok Sabha Election Result 2024: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक बुधवार को दिल्ली में हो सकती है. लोकसभा चुनाव की जारी मतगणना और अब तक प्राप्त रुझानों को ध्यान में रखते हुए पवार ने कहा है कि वो आश्वस्त नहीं हैं कि ‘इंडिया’ गठबंधन सरकार बना पाएगा या नहीं. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की बुधवार को दिल्ली में बैठक होने की संभावना है. वहीं, नीतीश कुमार से बात को लेकर उन्होंने कहा कि तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आज बात नहीं की है.
नीतीश कुमार को लुभाने की कोशिश
गौरतलब है कि इससे पहले मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा था कि शरद पवार ने नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू से फोन पर बात की है. हालांकि बाद में खुद शरद पवार ने इसे खारिज कर दिया की उनकी नीतीश कुमार या चंद्र बाबू से बात हुई है. गौरतलब है कि बीजेपी को बहुमत नहीं मिलने की सूरत में वो गठबंधन के अन्य दलों पर निर्भर करेगी. ऐसे में विपक्ष इंडिया की भी कोशिश है कि वो बीजेपी के घटक जेडीयू को अपने में शामिल करें. हालांकि इंडिया गठबंधन की ओर से नीतीश कुमार के लिए प्रलोभन का दौर भी शुरू हो गया है.
एनडीए को मिल रहा है बहुमत
लोकसभा चुनाव 2024 के जारी रुझानों में एनडीए को बहुमत मिलता दिख रहा है. बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए 290 से अधिक सीटों पर लगातार आगे चल रही है. ऐसे में साफ है कि सबकुछ ठीक रहा तो एक बार फिर केंद्र में एनडीए की सरकार बन जाएगी. वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाली I.N.D.I.A गठबंधन का प्रदर्शन काफी बेहतर रहा है. इंडिया 225 से अधिक सीटों पर लगातार बढ़त बनाकर रखी है. सबसे बड़ी बात की बीजेपी 18वीं लोकसभा चुनाव में 272 के मौजिक नंबर को पार नहीं कर पा रही है. यानी अकेले अपने दम पर बीजेपी सरकार का गठन नहीं कर सकती है.
18वीं लोकसभा चुनाव के नतीजे भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के लिए निराशाजनक साबित होते दिख रहे हैं. उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान जैसे प्रमुख हिंदी भाषी राज्यों में उसकी करारी हार होती दिख रही है. ओडिशा, तेलंगाना और केरल में अहम बढ़त के बावजूद भाजपा अपने दम पर बहुमत के आंकड़े से नीचे जाती दिख रही है. रुझानों से यह संकेत स्पष्ट दिख रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के लिए जो 370 सीटों और राजग के लिए ‘400 पार’ का दावा किया था उस दावे से पार्टी काफी दूर है. अगर यही रुझान जारी रहा तो भाजपा को लोकसभा में बहुमत बनाए रखने के लिए तेलुगू देशम पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड) और एकनाथ शिंदे की शिवसेना जैसे अपने सहयोगियों पर बहुत हद तक निर्भर रहना पड़ेगा. भाषा इनपुट के सात