Nawada Lok Sabha Election Result 2024: नवादा लोकसभा सीट पर भाजपा के विवेक ठाकुर ने राजद के श्रवण कुमार को 66410 वोटों से हरा दिया है. विवेक ठाकुर ने पहले राउंड में जो बढ़त बनाई वो आखिरी राउंड तक बनी रही. यहां मुख्य दो प्रतिद्वंदी भाजपा व राजद के अलावा अन्य प्रत्याशी कुछ खास नहीं कर पाये. राजद से बागी हुए विनोद यादव व भोजपुरी गायक व प्रत्याशी गुंजन कुमार भी चुनाव की जीत-हार में कोई खास भूमिका निभाते नहीं दिखे.
S.N. | Candidate | Party | EVM Votes | Postal Votes | Total Votes | % of Votes |
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1 | VIVEK THAKUR | Bharatiya Janata Party | 406967 | 2071 | 409038 | 47.14 |
2 | SHRAWAN KUMAR | Rashtriya Janata Dal | 340252 | 2376 | 342628 | 39.49 |
3 | BINOD YADAV | Independent | 39352 | 128 | 39480 | 4.55 |
4 | GUNJAN KUMAR | Independent | 29275 | 238 | 29513 | 3.4 |
बिहार के कश्मीर कहे जाने वाले ककोलत के लिए प्रसिद्ध नवादा लोकसभा क्षेत्र इस बार राजनीतिक पार्टियों के लिए चुनौती भरा रहा. नवादा लोकसभा सीट पर एनडीए ने भाजपा के विवेक ठाकुर को मैदान में उतारा. एनडीए के विजय रथ को रोकने के लिए राजद ने कोइरी जाति के श्रवण कुशवाहा को टिकट दिया. राजद से टिकट नहीं मिलने से नाराज विनोद यादव भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े.
उन्हें राजद के सिपहसालार पूर्व विधायक राजवल्लभ यादव, उनकी विधायक पत्नी विभा देवी और एक अन्य राजद विधायक का समर्थन मिला. जिससे यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया. भोजपुरी गायक गुंजन सिंह भी यहां के चुनावी मैदान में निर्दलीय उतरे थे, हालांकि उनका कोई खासा प्रभाव देखने को नहीं मिला.
नवादा लोकसभा में जातीय समीकरण बेहद महत्वपूर्ण है. इसी से यहां जीत हार का फैसला होता है. इस क्षेत्र में भूमिहार, यादव और कोइरी जाति के लोगों की अच्छी खासी संख्या है. इसी जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए सभी दलों ने अपने प्रत्याशी भी तय किए. भाजपा के उम्मीदवार विवेक ठाकुर भूमिहार समुदाय से आते हैं, राजद के श्रवण कुशवाहा कुशवाहा वर्ग से, तो निर्दलीय विनोद यादव भी यादव वोटरों के भरोसे मैदान में उतरे.
चुनाव को लेकर नवादा में अगर मुद्दों की बात करें तो इस बार कुछ खास नहीं दिखाई दिया. यहां जात-जमात और अस्तित्व को लेकर ही चुनाव लड़ी गई. विकास के मुद्दे पर कोई बात नहीं हुई. एनडीए प्रत्याशी विवेक ठाकुर ने मोदी के नाम पर वोट मांगा, तो महागठबंधन के प्रत्याशी श्रवण कुशवाहा ने राजद नेता तेजस्वी यादव के नाम पर चुनाव लड़ा.
नवादा लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत छह विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें तीन पर राजद के विधायक हैं. एक-एक पर भाजपा, कांग्रेस और जदयू के विधायक हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में यहां एनडीए गठबंधन के लोजपा के चंदन सिंह ने राजद की उम्मीदवार विभा देवी को डेढ़ लाख मतों के अंतर से हराया था. पिछले तीन बार से भाजपा या भाजपा समर्थित उम्मीदवार चुनाव जीत रहे हैं. 2009 में भोला प्रसाद चुनाव जीते थे, जबकि 2014 में गिरीराज सिंह ने यहां से बाजी मारी थी.
नवादा का चुनावी इतिहास
नवादा में पहले आम चुनाव से लेकर अब तक भाजपा और कांग्रेस का ही दबदबा देखने ओ मिला. यहां 1952 से लेकर 1962 तक कांग्रेस के प्रत्याशी ही जीतते रहे. जिसमें 1952 में ब्रजेश्वर प्रसाद, 1957 में सत्यभामा देवी और 1962 में राम धनी दास विजयी हुए. इसके बाद 1967 के चुनाव में निदलीय प्रत्याशी सूर्य प्रकाश पुरी ने कांग्रेस के विजयी रथ को रोका. हालांकि 1971 के चुनाव में सुखदेव प्रसाद वर्मा ने कांग्रेस के टिकट पर फिर से जीत हासिल की.
1977 में एक बार फिर से कांग्रेस की हार हुई और भारतीय लोक दल के नथुनी राम ने चुनाव जीता. इसके बाद 1980 और 1984 के चुनाव में कांग्रेस ने फिर से चुनाव जीता. इस दोनों चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर कुंवर राम मैदान में थे. 1984 के बाद कांग्रेस ने नवादा से कभी चुनाव नहीं जीता.
1989 में यहां से पहली बार सीपीआइ (एम) के प्रेम प्रदीप जीते. 1991 में सीपीआइ (एम) में प्रेम चंद राम ने यहां से जीत हासिल की. इसके बाद 1996 के चुनाव में पहली बार यहां से भाजपा के टिकट पर कामेश्वर पासवान ने जीत दर्ज की. वहीं जब 1998 में यहां चुनाव हुआ तो राजद की मालती देवी ने बड़े अंतर से जीत हासिल की. 1999 के चुनाव में भाजपा के डा. संजय पासवान यहां से जीते. 2004 के चुनाव में यहां से एक बार फिर राजद की जीत हुई.
इस बार वीरचंद्र पासवान राजद के टिकट से चुनाव लड़ रहे थे. वहीं 2009 के बाद से अब तक इस सीट पर एनडीए का कब्जा रहा. पहले 2009 में भाजपा से डा. भोला सिंह, 2014 में भाजपा के गिरिराज सिंह और फिर 2019 में लोजपा के चंदन सिंह विजयी हुए.
इतने लोगों ने की थी वोटिंग
नवादा लोकसभा में कुल 20 लाख 6124 मतदाता हैं, जिनमें 10 लाख 45 हजार 788 पुरुष मतदाता और 962186 महिला मतदाता है 150 थर्ड जेंडर भी हैं. मतदान वाले दिन इन सभी मतदाताओं में से 4,56,427 पुरूष एवं 4,10,303 महिला मतदाताओं के साथ ही 5 थर्ड जेंडर वर्ग के मतदाताओं सहित कुल 8,66,735 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.