भोजपुरी इंडस्ट्री के दमदार एक्टर दिनेश लाल यादव को निरहुआ के नाम से जाना जाता है. निरहुआ एक भारतीय फिल्म अभिनेता, गायक और निर्माता है. फिल्मों में अपनी एक्टिंग से सबको दीवाना बनाने वाले निरुहआ अभिनेता से राजनेता बने हैं. लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने निरहुआ को उत्तर प्रदेश की आजमगढ़ सीट से उतारा था. लेकिन वो पार्टी की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके और सपा के धर्मेंद्र यादव से चुनाव हार गये हैं.
दिनेश लाल यादव ऐसे बने निरहुआ
दिनेश लाल यादव उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के रहने वाले हैं और उनका जन्म 2 फरवरी 1979 को हुआ था. भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में एक लोकप्रिय नाम निरहुआ ने एक्टिंग से लेकर सिंगिग और एल्बम निर्माण किया है. एक साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले निरहुआ को शुरूआती सालों में काफी संघर्ष करना पड़ा. उनके पिता सात बच्चों को बेहद कम सैलरी में पालते थे. जिसके बाद एक्टर यूपी छोड़कर अपने पिता के साथ कोलकाता चले गए. साल 2006 में एक्टर ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की. 2008 में एक्टर ने ब्लॉकबस्टर ‘निरहुआ रिक्शा वाला’ किया और इससे उन्हें नाम और शोहरत मिला. इसके बाद उन्होंने अपना नाम निरहुआ रख लिया.
दिनेश लाल यादव ने साल 2019 में थामा बीजेपी का हाथ
दिनेश लाल यादव ने एक्टिंग में अपना हाथ आजमाने के बाद 27 मार्च, 2019 को राजनीति में एंट्री किया. वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में लखनऊ में भाजपा में शामिल हुए थे. उन्हें 3 अप्रैल, 2019 को आजमगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से 2019 के लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए भाजपा उम्मीदवार के रूप में घोषित किया गया था. हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा और वो अखिलेश यादव से चुनाव हार गए, जिन्होंने 259,874 मतों के अंतर से जीत हासिल की.
इस म्यूजिक एलबम से चमकी निरहुआ की किस्मत
दिनेश लाल यादव को गाने का बहुत शौक था और पढ़ाई में उनका मन नहीं लगता था. जव वो भैंस चराने जाते थे, उसपर बैठकर घंटों गाना गाते थे. उनका पहला एल्बम ‘निरहुआ सटल रहे’ जब आया, तो इसने कई रिकॉर्ड तोड़ दिया. इस गाने के बाद उनकी किस्मत चमक गई और वो रातों-रात स्टार बन गए. वहीं, उन्होंने ‘बॉर्डर’, ‘निरहुआ हिंदुस्तानी’, ‘सिपाही’ जैसी कई अन्य मूवीज में काम किया है. बता दें कि अमिताभ बच्चन और जया बच्चन के साथ 2012 की फिल्म गंगा देवी में उन्होंने काम किया था. बिग बॉस 6 का भी वो हिस्सा रह चुके थे.