Palamu Lok Sabha Election Result 2024: पलामू से बीजेपी प्रत्याशी वीडी राम ने दर्ज की बंपर जीत, भारी वोटों से ममता भुइयां को हराया
Palamu Lok Sabha Election Result 2024: झारखंड की एकमात्र लोकसभा सीट पर फिर सांसद बने वीडी राम. वीडी राम ने एक बार से बाजी मार ली है. उन्होंने आरजेडी की ममता भुइयां को 2 लाख 88 हजार 807 वोटों से हराया है.
Palamu Lok Sabha Election Result 2024: झारखंड की पलामू लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी वीडी राम ने 2,88,807 से बड़ी जीत दर्ज कर ली है. वीडी राम को कुल 7,70,362 वोट मिले हैं. वहीं इंडिया गठबंधन की आरजेडी प्रत्याशी ममता भुइयां को कुल 4,81,555 वोट मिले. 40 हजार वोटों के साथ पूर्व सांसद व बसपा प्रत्याशी कामेश्वर बैठा तीसरे स्थान पर रहे.
Palamu Lok Sabha एससी के लिए आरक्षित एकमात्र सीट
पलामू लोकसभा सीट झारखंड की एकमात्र ऐसी सीट है, जो अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित है. यहां हर बार सांसद बदलते रहे हैं लेकिन 2014 से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है. पहले आम चुनाव के बाद से ही यहां की राजनीति केंद्र में रही. तब इस लोकसभा सीट का नाम पलामू-हजारीबाग-रांची हुआ करता.
कौन कौन हैं इस बार मुख्य प्रतिद्वंदी
पलामू लोकसभा सीट पर इस बार भाजपा ने पुराने अपने चेहरे पर ही दांव खेला है. पार्टी ने दो बार के सांसद बीडी राम को तीसरी बार यहां से अपना उम्मीदवार बनाया है. जबकि इंडिया गठबंधन की तरफ से इस बार राजद प्रत्याशी ममता भुइयां मैदान में हैं. मुख्य मुकाबला इन्हीं दोनों प्रत्याशियों के बीच माना जा रहा है. हालांकि पूर्व सांसद कामेश्वर बैठा के मैदान में आ जाने यह लोकसभा चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है.
कैसा रहा है इतिहास
साल 1952 में इस सीट पर पहली बार चुनाव हुए. जिसमें गजेंद्र सिंह सिन्हा ने जीत हासिल की. इसके बाद साल 1957 में उन्होंने इस सीट से जीत हासिल कर फिर से दिल्ली का टिकट कटाया. उसके बाद वर्ष 1962 के आम चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार शशांक मंजरी ने जीत हासिल की. इसके बाद 1967 से 1977 तक कांग्रेस पार्टी की कमला कुमारी लगातार इस सीट पर कब्जा जमाये रखा. लेकिन 1977 के चुनाव में उन्हें भारतीय लोकदल के प्रत्याशी रामधनी राम से हार का सामना करना पड़ा. हालांकि उसके बाद 1980 और 1984 के चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस की कमला कुमारी ने इस सीट पर कब्जा जमाया.
झारखंड गठन के बाद बदल गया समीकरण
झारखंड गठन के बाद से पलामू लोकसभा समीकरण बदल गया. बिहार से अलग होने के बाद पहली बार साल 2004 में यहां चुनाव हुए. जिसमें राजद के मनोज कुमार भुइयां ने भाजपा के चार बार के सांसद बृजमोहन राम को हरा दिया. मनोज को जहां 32.2 फीसदी वोट मिले तो वहीं बृजमोहन राम को 23.6 फीसदी वोट मिले. हालांकि साल 2009 में राजद ने यह सीट गंवा दी. उस वक्त राजद के प्रत्याशी घूरन राम को झामुमो के कामेश्वर बैठा ने हरा दिया. झामुमो के कामेश्वर को जहां 25.8 फीसदी वोट मिले तो राजद के घूरन राम को 22.02 फीसदी वोट मिला. हालांकि 2014 और 2019 में मोदी लहर के सामने किसी की एक नहीं चली और भाजपा के विष्णुदायल राम ने भारी अंतर से जीत हासिल की. विष्णुदायल राम को जहां साल 2014 में 48.8 फीसदी वोट मिला तो 2019 में 62.5 फीसदी वोट मिला.
क्या है जातीय समीकरण
अगर पलामू लोकसभा के जातीय समीकरण की बात करें तो सामान्य एवं अन्य वर्गों का दबदबा है. जहां इनकी जनसंख्या 62.17 फीसदी है. जबकि अनुसूचित जाति यहां 25.90 प्रतिशत तो अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या 11.9 फीसदी है.