Saran Lok Sabha Election Result 2024 : सारण लोकसभा सीट से भाजपा के राजीव प्रताप रूडी ने राजद की डॉ रोहिणी आचार्य को हरा दिया है. रूडी को 374756 वोट मिले हैं. जबकि रोहिणी आचार्य को 360684 वोट मिला. यहां मतगणना के दौरान रूडी ने रोहिणी को कभी भी बढ़त बनाने का मौका नहीं दिया, परंतु कई चरणों में डॉ रोहिणी आचार्य ने रूडी को हार के कगार पर लाने की स्थिति पैदा कर दी. दोनों उम्मीदवारों के बीच पूरे दिन कांटे की टक्कर रही.
सारण लोकसभा सीट पर इस बार का चुनाव एक बार फिर से दिलचस्प है. यहां भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी का मुकाबला इस बार लालू-राबड़ी की दूसरी बेटी रोहिणी आचार्या से है. इस सीट पर लालू परिवार और राजीव प्रताप रूडी के बीच यह संघर्ष नया नहीं है, यह जंग कई चुनावों से चली आ रही है. इस बार के चुनाव में तो यहां हिंसा तक देखने को मिली.
सारण लोकसभा सीट लालू प्रसाद यादव के राजनीतिक सफर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. 1977 में लालू यादव ने अपनी पहली चुनावी जीत यहीं से दर्ज की थी. 2009 में अंतिम बार भी वो इसी सीट से विजयी हुए. इसी संसदीय क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी चुनाव लड़ चुकी हैं.
सारण लोकसभा सीट से 2004 और 2009 में राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने भाजपा प्रत्याशी राजीव प्रताप रूडी को मात दी थी. 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से लालू प्रसाद की पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी चुनाव लड़ीं, लेकिन राजीव प्रताप रूडी ने उन्हें शिकस्त दे दी. 2019 के चुनाव में राजीव प्रताप रूडी का मुकाबला लालू-राबड़ी के समधी और तेजप्रताप यादव के ससुर पूर्व मंत्री चंद्रिका राय से हुआ. रूडी इस मुकाबले में भी विजयी रहे. वहीं इस चुनाव में लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य और रूडी के बीच फाइट देखने को मिली.
सारण लोकसभा क्षेत्र को लेकर कहा जाता है कि यहां पार्टी या उम्मीदवार कोई भी हो लेकिन मुकाबला यदुवंशीओं (यादव) और रघुवंशियों (राजपूत) में ही रहा है. यहां यादवों की आबादी 25 फीसदी है तो राजपूतों की आबादी 23 फीसदी. उसके अलावा वैश्य 20 फीसदी, मुस्लिम 13 और दलित 12 प्रतिशत हैं.
2008 के परिसीमन से पहले सारण लोकसभा छपरा के नाम से जाना जाता था. 1971 तक यह सीट कांग्रेस का गढ़ रही. लेकिन इसके बाद यहां से 1977 से 1984 तक जनता पार्टी के उम्मीदवार जीतते रहे. जिसमें 1977 में लालू यादव यहां से जनता पार्टी के प्रत्याशी थे. इसके बाद 1989, 1990 और 1991 के चुनाव में यहां से जनता दल के प्रत्याशी विजयी हुए. जिसमें 1989 में लालू यादव जनता दल के टिकट पर मैदान में थे.
वहीं 1996 में सारण से चुनाव जीत कर राजीव प्रताप रूडी ने यहां पहली बार कमल खिलाया. लालू यादव और भाजपा के राजीव प्रताप रूडी दोनों ने ही यहां से चार-चार बार जीत हासिल की है. रूडी यहां से 1996, 1999, 2014 और 2019 में चुनाव जीत चुके हैं. तो वहीं लालू यादव को 1977, 1989, 2004 और 2009 में विजयी हुए.