Election 2024: मौसम बदल सकता है चुनावी परिणाम, जानें एक्स्पर्ट्स ने ऐसा क्यों कहा

Election 2024: विशेषज्ञों की मानें तो अगर चुनाव के समय मौसम प्रतिकुल रहा तो घर से वोट देने के लिए लोग कम निकलेंगे. अधिक गर्मी लोगों को घर में कैद कर सकती है. ऐसे में मतदान प्रतिशत पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है.

By Aditya kumar | April 6, 2024 1:34 PM
an image

Election 2024: गर्मी का मौसम और चुनावी मौसम इस बार दोनों एक साथ आया है. ऐसे में इस बार वोट लेने वाले और देने वाले दोनों के माथे पर पसीना देखने को मिलेगा. लेकिन क्या आपको पता है कि मौसम का असर इस बार के चुनावी परिणाम पर पड़ सकता है. ऐसा मानना है रांची के प्रसिद्ध भुगर्भशास्त्री नीतीश प्रियदर्शी का. उन्होंने प्रभात खबर से खास बातचीत के क्रम में यह जानकारी साझा की कि लोकसभा चुनाव पर मौसम का क्या असर पड़ेगा. तो आइए हम भी जानते है कि आखिर सियासी लहर को गर्मी की लहर कैसे प्रभावित करेगी.

Election 2024: गर्मी बढ़ाएगी मतदाताओं की परेशानी

विशेषज्ञों की मानें तो अगर चुनाव के समय मौसम प्रतिकुल रहा तो घर से वोट देने के लिए लोग कम निकलेंगे. अधिक गर्मी लोगों को घर में कैद कर सकती है. ऐसे में मतदान प्रतिशत पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है. भुगर्भशास्त्री नीतीश प्रियदर्शी ने यह भी बताया कि एक दिन पहले व्यक्ति की जो मानसिकता रहती है उसके आधार पर उनके निर्णय में फेरबदल संभव होता है. उन्होंने कहा कि मतदान से एक दिन पहले किसी परेशानी की वजह से अगर इंसान झल्लाया हुआ है या गुस्से में है तो ऐसा संभव है कि उसका वोट किसी और के पाले में चला जाए.

Election 2024: संकट बन सकता है मौसम

आम तौर पर देखा जाता है कि मौसम बदलने के साथ-साथ कई नई परेशानियां भी देखने को मिलती है. गर्मी के मौसम में सबसे बड़ी परेशानी होती है बिजली, पानी और लू. नीतीश प्रियदर्शी ने यह भी बताया कि अगर लोगों को इन परेशानियों का सामना करना पड़ता है तो ऐसा संभव है कि उनका रुख किसी एक राजनीतिक दल के लिए बदल जाए. वर्तमान में होने वाली परेशानियों की वजह से लोगों की मानसिकता कुछ समय के लिए बदलना आम बात है. ऐसे में जलसंकट, बिजली संकट समेत गर्मी के मौसम में होने वाली अन्य परेशानी का सामना लोगों को करना पड़ा तो वह राजनीतिक दलों के लिए भी संकट बन सकता है.

Election 2024: चुनावी परिणाम पर कितना प्रभाव?

ऐसा आमतौर पर देखने को मिलता है कि जब मतदान शुरू होते है तो सुबह-सुबह लोगों की भीड़ होती है लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ता है मतदान की गति धीमी होती चली जाती है. फिर दिन ढलते वक्त अचानक से चुनावी प्रक्रिया की गति भी बढ़ती है. ऐसे में जहां कई इलाकों में लू चल रहा है वैसे में लोगों की चाहत होती है कि कम समय में वह मतदान करके आ जाए. विशेषज्ञ ने यह भी कहा कि अगर ऐसा होता है कि मौसम से हाल-बेहाल हो तो मतदान प्रतिशत और चुनावी परिणाम पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है.

Election 2024: कैसा रहेगा मौसम, क्या है मौसम विभाग की संभावना?

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बीते दिनों एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा था कि देश के कई हिस्सों में दस से 20 दिनों तक लू चलने की आशंका है, जबकि इस साल सामान्यतः चार से आठ दिन ही लू चलेगी. उन्होंने बताया था कि मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत में लू की स्थिति दो से आठ दिनों तक रह सकती है। हालांकि, मौसम विभाग ने इसे लेकर कई एडवाइजरी भी जारी किए है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए), स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, कृषि मंत्रालय और जल शक्ति मंत्रालय के कई प्रतिनिधियों के साथ बैठक में यह बात सामने आई थी कि इस बार गर्मी के मौसम में परेशानी का सामना अधिक करना पड़ सकता है.

Election 2024

Election 2024: चुनाव आयोग ने किए है कुछ खास इंतजाम

  • धूप से बचने के लिए टेंट लगाए जाएंगे
  • पानी पिलाने के लिए एक कर्मी की तैनाती
  • टेंट और सननेट लगाए जाने के भी निर्देश
  • हर केंद्र पर मतदाताओं को मिलेगा पानी-ओआरएस
  • बढ़ाई जाएगी बूथों की संख्या ताकि जल्दी हो मतदान
  • महिला, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों को प्राथमिकता
  • पैरा मेडिकल स्टाफ भी लगातार करेगा भ्रमण
  • हर बूथ पर दो महिला के बाद एक पुरुष करेगा मतदान

इनपुट- नीतीश प्रियदर्शी

Exit mobile version