West Champaran Lok Sabha Election Result 2024 : पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट पर एनडीए समर्थित उम्मीदवार भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल का मुकाबला महागठबंधन की ओर से मदन मोहन तिवारी से रहा. भाजपा के संजय जायसवाल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी मदन मोहन तिवारी को 136568 वोटों से हराया है. संजय जायसवाल की यह लगातार चौथी जीत है. हालांकि अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.
S.N. | Candidate | Party | EVM Votes | Postal Votes | Total Votes | % of Votes |
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1 | DR.SANJAY JAISWAL | Bharatiya Janata Party | 578959 | 1462 | 580421 | 53.43 |
2 | MADAN MOHAN TIWARI | Indian National Congress | 441363 | 2490 | 443853 | 40.86 |
3 | SANJAY KUMAR | Viro Ke Vir Indian Party | 13139 | 6 | 13145 | 1.21 |
पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट पर संजय जायसवाल 2009 से काबिज हैं. हर लोकसभा चुनाव में उनका वोट प्रतिशत बढ़ा है. इस बार भी वो चौके लगाने के फिराक मैं मैदान में उतरे थे. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने इस बार अपने वोटरों से हटते हुए ब्राह्मण कार्ड खेला. उसने पूर्व विधायक मदन मोहन तिवारी को यहां से मैदान में उतारा था. पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट में नौतन, चनपटिया, बेतिया और पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल, सुगौली और नरकटिया की कुल छह विधानसभा सीटें आती हैं. 6 में से 4 पर बीजेपी तो 2 पर राजद का कब्जा है
पश्चिमी चंपारण में पिछले तीन बार से बीजेपी जीत रही है और वोट प्रतिशत में भी इजाफा कर रही है. 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां पहली बार ओबीसी उम्मीदवार आमने-सामने थे. इस चुनाव में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के बृजेश कुमार कुशवाहा का मुकाबला बीजेपी के डॉ. संजय जायसवाल से था. जिसे संजय जायसवाल ने 59.57 फीसदी वोट पाकर जीता था.
पश्चिमी चंपारण सीट के अगर चुनावी इतिहास की बात करें तो यहां से कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों का कब्जा ही अधिक रहा हैं. इस सीट पर 1952 से 1971 तक कांग्रेस का कब्जा रहा. वहीं, 1977 में यहां से जनता पार्टी ने चुनाव जीता और 1980 में सीपीआई ने. इसके बाद कांग्रेस ने एक बार फिर 1984 में वापसी की. वहीं 1989 और 1991 में जनता दल के प्रत्याशी ने यहां से चुनाव जीता.
पश्चिमी चंपारण में भाजपा का खाता 1996 में खुला. उस वक्त मदन प्रसाद जायसवाल भाजपा के टिकट पर मैदान में थे. मदन प्रसाद जायसवाल यहां से लगातार 1996, 1998 और 1999 का चुनाव जीता. इसके बाद 20024 के चुनाव में राजद के रघुनाथ झा ने यहां से जीत हासिल की. इसके बाद 2009 से मदन प्रसाद जायसवाल के पुत्र संजय जायसवाल यहां से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं.