राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 25 नवंबर को संपन्न हो चुका है. उम्मीदवारों की किस्मत इवीएम में कैद हो चुकी है. अब बस लोगों को इंतजार तीन दिसंबर का है जब वोटों की गिनती की जाएगी. भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार राजस्थान में 74.13% मतदान दर्ज किया गया है. आपको बता दें कि राजस्थान में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है. दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी को जनादेश मिलने की उम्मीद जताई है. प्रदेश के ट्रेंड की बात करें तो यहां जनता हर पांच साल में सरकार बदल देती है लेकिन इस बार कांग्रेस को उम्मीद है कि सीएम अशोक गहलोत के द्वारा जनता के लिए किये गये कामों का लाभ पार्टी को मिलेगा और ट्रेंड इस बार चेंज होगा. यानी एक बार फिर सूबे में कांग्रेस की सरकार बनेगी. इस बीच आइए जानते हैं किस पार्टी के नेता ने क्या कहा…
-कांग्रेस नेता और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के खिलाफ कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है और हमारी पार्टी राजस्थान में फिर से सरकार बनाएगी. ऐसा लगता है कि कोई ‘अंडरकरंट’ है. ऐसा लगता है कि कांग्रेस की वापसी प्रदेश में हो जाएगी.
-राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने झालावाड़ में मीडिया से बात की और अशोक गहलोत के ‘अंडरकरंट’ वाले बयान पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि मैं उनसे सहमत हूं…वास्तव में एक ‘अंडरकरंट’ है लेकिन यह हमारे पक्ष में है. यानी बीजेपी के पक्ष में… तीन दिसंबर को कमल खिलेगा.
-केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि बीजेपी भारी बहुमत के साथ सत्ता में आ रही है. इस बार लोगों ने कांग्रेस के पांच साल के शासन के दौरान महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध, पेपर लीक और भ्रष्टाचार को ध्यान में रखकर वोट किया है.
Also Read: राजस्थान चुनाव: सचिन पायलट और अशोक गहलोत विवाद के बाद गुर्जर समुदाय ने बढ़ा दी कांग्रेस की टेंशन-कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मतदान करने के बाद कहा कि 2018 के चुनाव में हमारे पास चुनौतियां ज्यादा थीं. केवल 21 सीट थी, लड़े और 5 गुना सीटें बढने में कामयाब हुए. तब हम विपक्ष में थे, लेकिन हमने लोगों का विश्वास जीतने का काम किया. इस बार हम सरकार में थे, हमारे पास प्लेटफॉर्म था, इस वजह से हम डिलीवर करने में कामयाब रहे है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है, हम बहुमत लाएंगे और इस बार ट्रेंड बदलेगा. कांग्रेस की सत्ता में वापसी होगी क्योंकि बीजेपी के कैम्पेन में दम नहीं था.
आपको बता दें कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में राज्य में कुल मतदान प्रतिशत लगभग 74.06 प्रतिशत रहा था. 2018 में 200 सदस्यीय सदन में कांग्रेस ने 99 सीटें जीतीं जबकि बीजेपी 73 सीट पर सिमट गयी थी. अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस ने निर्दलीय और बसपा के समर्थन से सरकार बनाई थी और सूबे की कमान अशोक गहलोत के हाथों में दी गयी थी.
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पिछले छह विधानसभा चुनाव का इतिहास को उठाकर देख लें तो राजस्थान का ट्रेंड समझ में आ जाता है. जनता हर साल सरकार बदल देती है.
1. अशोक गहलोत (कांग्रेस)-17 दिसंबर 2018 से अबक
2. वसुंधरा राजे सिंधिया(बीजेपी)-13 दिसंबर 2013 से 16 दिसंबर 2018
3. अशोक गहलोत (कांग्रेस)-12 दिसंबर 2008 से 13 दिसंबर 2013
4. वसुंधरा राजे सिंधिया (बीजेपी)-08 दिसंबर 2003 से 11 दिसंबर 2008
5. अशोक गहलोत(कांग्रेस)-01 दिसंबर 1998 से 08 दिसंबर 2003
6. भैरों सिंह शेखावत(बीजेपी)-04 दिसंबर 1993 से 29 नवंबर 1998