बहुजन समाजवादी पार्टी (Bahujan Samaj Party) ने इलाहाबाद शहर दक्षिणी विधानसभा सीट से अधिवक्ता और यूपी बार काउंसिल के मेंबर देवेंद्र मिश्र नगरहा को प्रत्याशी घोषित किया है. वहीं, कांग्रेस ने इस सीट पर अल्पना निषाद को मैदान में उतारा है. सपा और बसपा ने अभी इस विधानसभा से प्रत्याशी घोषित नहीं किया है.
प्रयागराज जिले की चर्चित विधानसभा शहर दक्षिणी से वर्तमान समय में भारतीय जनता पार्टी के नंद गोपाल गुप्ता विधायक है. नंद ने 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा के परवेज अहमद टंकी को हराया था. जबकि 2012 के चुनाव में नंद BSP के टिकट पर सपा के परवेज अहमद टंकी से चुनाव हार गए थे. वहीं साल 2007 के विधानसभा चुनाव की बात करे, तो BSP के टिकट पर नंद ने पहली बार पांच बार बीजेपी से विधायक रहे केसरी नाथ त्रिपाठी को चुनाव हराया था. ऐसे में इस बार BSP से देवेंद्र मिश्र नगरहा (अधिवक्ता) शहर दक्षिणी में चुनाव को लेकर क्या रणनीति बनाते हैं, यह देखने वाली बात होगी.
अधिवक्ता देवेंद्र मिश्र ने प्रभात खबर से बात करते हुए बताया कि ” बहन मायावती ने उन्हें टिकट नहीं दिया है, बल्कि अधिवक्ता समाज को टिकट दिया है. सह दक्षिणी विधानसभा में करीब 10,000 अधिवक्ता है. स्थानीय जनता और अधिवक्ताओं ने उनका मान रखा, तो निश्चित रूप से विधानसभा के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं. इसके साथ ही वह विधानसभा में अधिवक्ताओं की आवाज पहुंचना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अधिवक्ता होने के नाते वह लोगों की समस्याओं को बखूबी समझ सकते हैं और उनके निराकरण के लिए उनके पास तमाम सुझाव और विकल्प हैं.
बसपा प्रत्याशी अधिवक्ता देवेंद्र मिश्र ने पहली और दूसरी लहर का जिक्र करते हुए कहा कि वर्तमान मौजूदा सरकार ने उतना काम नहीं किया, जितना वह कर सकती थी. उन्होंने कहा कि दक्षिणी विधानसभा में बड़ी संख्या में व्यवसायी निवास करते हैं. उनके लिए GST सबसे अहम मुद्दा है. जिसपर सरकार ने उतना ध्यान नहीं दिया जितना देना चाहिए था.
रिपोर्ट- एस के इलाहाबादी, प्रयागराज