छोटे शहर के प्रतियोगियों में है कुछ खास : रेमो डिसूजा
डांस रियलिटी शो ‘डांस प्लस’ का नया सीजन लौट आया है. इस नये सीजन को पिछले दोनों सीजन से खास बताते हैं शो के डांस गुरु रेमो डिसूजा. उनका कहना है कि यह मंच हुनरमंद प्रतियोगियों की जिंदगी बदल सकता है. रेमो से हुई दिलचस्प बातचीत के प्रमुख अंश? इस बार शो का टैगलाइन ‘एक […]
डांस रियलिटी शो ‘डांस प्लस’ का नया सीजन लौट आया है. इस नये सीजन को पिछले दोनों सीजन से खास बताते हैं शो के डांस गुरु रेमो डिसूजा. उनका कहना है कि यह मंच हुनरमंद प्रतियोगियों की जिंदगी बदल सकता है. रेमो से हुई दिलचस्प बातचीत के प्रमुख अंश?
इस बार शो का टैगलाइन ‘एक लेवल अप’ है. इसकी वजह?
हां, क्योंकि इस बार शो में सबकुछ एक लेवल ऊपर होनेवाला है. इस बार इंटरनेशनल आर्टिस्ट भी इस मंच पर होंगे, जो हमारे प्रतियोगियों के साथ मंच पर प्रतिस्पर्धा करेंगे. यह टैगलाइन प्रतियोगियों को उनका सर्वश्रेष्ठ देने के लिए मोटीवेट करेगा.
क्या आपको लगता है कि भारतीय डांसर्स इंटरनेशनल डांसर्स को चुनौती दे पायेंगे?
मुझे तो यही लगता है, इसलिए हमने शो का कांसेप्ट ऐसा रखा है. अब सब लोग इस बात पर यकीन करेंगे. डांस प्लस का नया सीजन सभी को इस बात का यकीन दिलायेगा कि हमारे यहां प्रतिभाओं की कमी नहीं है.
तीनो मेंटर्स में से आपका सबसे पसंदीदा कौन है?
मुझे डांस प्लस यह पूरा शो ही बहुत पसंद है, इसलिए इससे जुड़ी सारी बातें मुझे पसंद हैं. फिर इसके जजेज ही क्यों न हों. तीनों ही मेरी पसंद हैं. तीनों को अपना काम बखूबी आता है.
मौजूदा दौर के रियलिटी डांस शो में इंडियन डांस की अनदेखी होने का आरोप लगता है?
इसमें आप पूरी तरह से हमें दोष नहीं दे सकते हैं. जो भी इंडियन फॉर्मवाले डांसर्स होते हैं, उनको सबसे कम वोट मिलते हैं. वे कुछ सप्ताह में ही बाहर हो जाते हैं. आप उन्हें अगर विनर बनायेंगे तो तो जरूर इंडियन डांस फॉर्म आगे बढ़ेंगे. हम तो हमेशा ही ऐसे प्रतियोगियों को लेते हैं, जो पारंपरिक भारतीय नृत्यों के जानकार हैं.
आपके डांस शो में क्या छोटे शहर के प्रतियोगियों को भी जगह मिलेगी?
हां, हर सीजन में छोटे शहर हमारी प्राथमिकता रहे हैं. उनलोगों की खासियत यह होती है कि वे अपना कुछ अलग लेकर आते हैं. मैं खुद छोटे शहर से आता हूं. शहर नहीं, प्रतिभा मायने रखती है.
रियलिटी शो को आप किस तरह से देखते हैं?
मुझे लगता है कि प्रतिभा के लिए एक ऐसे मंच की जरूरत है, इसलिए रियलिटी शोज जरूरी हैं. अगर प्रतियोगी डांस में बहुत अच्छे होंगे, तो उनकी जिंदगी बदल सकती है. निजी तौर पर ऐसे रियलिटी शोज ने मुझे प्रसिद्धि और पैसे के साथ बहुत कुछ सीखने को भी दिया है. जज के तौर पर भी मैंने बहुत कुछ हर एपिसोड में सीखा है. रियलिटी शो जरूरी है, लेकिन वैसे शोज जहां प्रतिभाओं पर फोकस होना चाहिए, पॉपुलर जजेज पर नहीं.
आप अपनी अगली फिल्म में सलमान को निर्देशित करनेवाले हैं. सलमान को कैसे राजी किया?
आपके पास एक अच्छी स्क्रिप्ट हो बस. किसी भी एक्टर को मनाने का इससे बेहतर और क्या तरीका हो सकता है. सलमान को भी मेरी फिल्म की स्क्रिप्ट पसंद आयी और उन्होंने मुझे हां कह दिया.
आपकी पिछली सुपर हीरोवाली फिल्म फ्लाइंग जट बॉक्स आफिस पर कामयाब नहीं रही. क्या इस वजह से सलमान स्टारर फिल्म भी डांस पर बेस्ड होगी?
मैंने यह नहीं सोचा कि मेरी डांसवाली फिल्म हिट रही है, तो अब फिर से वैसी फिल्म ही बनाऊं. वैसे मैं यह साफ कर देना चाहूंगा कि यह फिल्म एबीसीडी की तीसरी कड़ी नहीं, बल्कि बिल्कुल अलग फिल्म है. अगर मैं हिट का ही सोचता, तो मैं एबीसीडी की तीसरी कड़ी ही बनाता.