काजल के खून में बसता है अभिनय

काजल यादव को भोजपुरी फिल्म जगत में आये अभी कुछ ही दिन हुए हैं, मगर इन कम दिनों में ही दर्शकों ने उन्‍हें सिर-आंखों पर बिठा लिया. हालांकि अभी तक उनकी दो फिल्में ही प्रदर्शित हुई हैं, मगर उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सोशल मीडिया पर उनसे जुड़ी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 10, 2017 7:37 PM

काजल यादव को भोजपुरी फिल्म जगत में आये अभी कुछ ही दिन हुए हैं, मगर इन कम दिनों में ही दर्शकों ने उन्‍हें सिर-आंखों पर बिठा लिया. हालांकि अभी तक उनकी दो फिल्में ही प्रदर्शित हुई हैं, मगर उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सोशल मीडिया पर उनसे जुड़ी खबरों के लिए लोगों को इंतजार रहता है.

काजल यादव के बारे में बताते चलें कि इनकी मां माया यादव भी भोजपुरी सिनेमा इंडस्‍ट्री में अपने जमाने की एक सफल अभिनेत्री रही हैं. आजकल वह चरित्र भूमिकाओं में नजर आती हैं. यूं कहें कि काजल यादव के खून में ही अभिनय है.

काजल यादव ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत हिंदी फिल्म ‘गार्जियन’ से की थी, जिसके निर्देशक सचिन यादव थे. इस फिल्म को उम्‍मीद से कम सफलता मिली, लेकिन काजल को इस फिल्म से पहचान जरूर मिलने लगी.

काजल ने इसके बाद दक्षिण भारतीय फिल्मों में भी अभिनय करना शुरू कर दिया. इसी क्रम में काजल को भोजपुरी फिल्मों के जानेमाने निर्देशक प्रेमांशु सिंह ने उन्हें अपनी फिल्म ‘मोहब्बत’ में काम करने का ऑफर दिया.

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चूंकि काजल की मां भी भोजपुरी फिल्मों में ही ज्यादा सक्रिय है, भोजपुरी के गणित को समझने में उन्‍हें देर नहीं लगी और उन्‍होंने फिल्‍म ‘मोहब्‍बत’ के लिए हां कर दी.

इस फिल्म को दर्शकों ने भी काफी पसंद किया. उनकी पहली ही फिल्म सुपर डुपर हिट रही. इस धमाकेदार इंट्री के बाद राजकुमार आर पांडेय जैसे भोजपुरी के चर्चित निर्माता निर्देशक ने भी काजल की प्रतिभा को पहचानने में देर नहीं की और उन्होंने अपनी फिल्म ‘ससुराल’ में काजल को साइन कर लिया.

यह फिल्म भी सुपर-डूपर हिट रही. आज काजल के पास कई फिल्मों के ऑफर हैं. मगर काजल का कहना है कि वे वही फिल्में करेंगी, जिसकी कहानी में भोजपुरिया सभ्यता संस्कृति की बातें हों. वे अधिक फिल्में कर भीड़ का हिस्सा नहीं बनने में विश्‍वास करती हैं.

रंजन सिन्‍हा की रिपोर्ट

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