#HappyBirthday : पेन बेचते-बेचते कॉमेडी किंग बने #JohnnyLever के बारे में जानें 11 खास बातें…!
बाॅलीवुड के कॉमेडी किंग के रूप में मशहूर जॉनी लीवर आज अपना 60वां जन्मदिन मना रहे हैं. जॉन प्रकाश राव उर्फ जॉनी लीवर हिंदी सिनेमा में अपनी कॉमिक टाइमिंग के लिए प्रसिद्ध हैं. जॉनी लीवर भारत के पहले स्टैंड-अप कॉमेडियन हैं. उन्हें अब तक 13 बार फिल्मफेयर अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है. जॉनी […]
बाॅलीवुड के कॉमेडी किंग के रूप में मशहूर जॉनी लीवर आज अपना 60वां जन्मदिन मना रहे हैं. जॉन प्रकाश राव उर्फ जॉनी लीवर हिंदी सिनेमा में अपनी कॉमिक टाइमिंग के लिए प्रसिद्ध हैं. जॉनी लीवर भारत के पहले स्टैंड-अप कॉमेडियन हैं. उन्हें अब तक 13 बार फिल्मफेयर अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है. जॉनी लीवर के जन्मदिन के मौके पर हम आपको बताते हैं उनके जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें-
- 14 अगस्त 1957 को आंध्रप्रदेश आंध्र प्रदेश के कनिगिरी में तेलुगु क्रिश्चियन फैमिली में जन्मे जॉनी लीवर का असली नाम जाॅन प्रकाश राव जानुमाला है.
- उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा स्थानीय तेलुगू स्कूल से पूरी की थी. पांच भार्भा-बहनों में सबसे बड़े जॉनी को घर की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने की वजह से अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी.
- कम उम्र में ही वह मुंबई आ गये और पेट भरने के लिए उन्होंने मुंबई की सड़कों पर पेन बेचना शुरू कर दिया. वह बॉलीवुड के गानों पर डांस करते हुए और एक्टर्स की नकल करते हुए पेन बेचते थे.
- बचपन से ही जॉनी को फिल्मों में इंट्रस्ट था और वह जॉनी वाकर, महमूद और किशोर कुमार की तरह कॉमेडी एक्टर बनना चाहते थे. इसी दौरान उनकी मुलाकात मिमिक्री कलाकार राम कुमार से हुई. उन्होंने ही जॉनी को मिमिक्री कलाकार के तौर पर काम करने की सलाह दी.
- कुछ समय के लिए जॉनी ने अपने पिता के साथ हिंदुस्तान लीवर कंपनी में छोटा-मोटा काम भी किया. वहां वह मिमिक्री करके अपने साथियों का मनोरंजन किया करते थे. इसी दौरान एक बार उन्हें कंपनी के वार्षिक समारोह में मिमिक्री कार्यक्रम पेश करने का मौका मिला. उनकी परफॉमेंस से उनके साथी और कंपनी के मालिक काफी प्रभावित हुए और उनका नाम जॉनी लीवर रख दिया.
- इसके बाद जॉनी लीवर स्टेज पर मिमिक्री के करने लगे. इसी दौरान उनकी मुलाकात संगीतकार जोड़ी कल्याणजी-आनंदजी से हुई. उन्हें 1982 में कल्याणजी-आनंदजी और अमिताभ बच्चन के साथ वर्ल्ड टूर ईवेंट में हिस्सा लेने का मौका मिला.
- इस बीच उनकी मुलाकात निर्माता-निर्देशक सुनील दत्त से हुई, जिन्होंने उनकी प्रतिभा को पहचानने के बाद अपनी फिल्म ‘दर्द का रिश्ता’ में काम करने का मौका दिया.इसफिल्म के बाद जॉनी लीवर को कई फिल्मों में छोटी-मोटी भूमिकाएं मिलने लगीं.
- इस दौरान उन्हें एक ऑडियो कैसेट कंपनी की ओर से मिमिक्री कार्यक्रम ‘हंसी के हंगामे’ में काम करने का मौका मिला, जो देश में ही नहीं विदेशों में भी काफी लोकप्रिय हुआ. कैसेट की कामयाबी के बाद जॉनी लीवर बतौर मिमिक्री कलाकार देश भर में मशहूर हो गये.
- 1993 में अब्बास-मस्तान की फिल्म ‘बाजीगर’ जॉनी लीवर के लिए काफी अहम साबित हुई. इसमें उनके द्वारा निभाये गये बाबूराव बावर्ची के किरदार ने दर्शकों को खूब हंसाया. इसके बाद वह घर-घर लोकप्रिय हो गये.
- जॉनी लीवर की शादी सुजाता से हुई है. उन्हें एक बेटा और एक बेटी है. बेटी जैमी एक स्टैंड-अप कमेडियन है. बेटे का नाम जेस है.
- इसके बाद तो जॉनी लीवर कॉमेडी रोल्स के लिए वह फिल्मकारों की पहली पसंद बन गये. उन्होंने ‘तेजाब’, ‘खिलाड़ी’, ‘किशन कन्हैया’, ‘चमत्कार’, ‘मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी’, ‘रूप की रानी रानी-चोरों का राजा’, ‘करण अर्जुन’, ‘कोयला’, ‘यस बॉस’, ‘राजा हिंदुस्तानी’, ‘कुछ कुछ होता है’, ‘आंटी नंबर 1’, ‘सिर्फ तुम’, ‘कुंवारा’, ‘दूल्हे राजा’, ‘हैलो ब्रदर’, ‘नायक : द रियल हीरो’, ‘मेला’, ‘कहो ना प्यार है’, ‘अजनबी’, ‘कोई मिल गया’, ‘फिर हेरा फेरी’, ‘रेस’, ’36 चाइना टाउन’, ‘हाउसफुल 2’, ‘दिलवाले’ सहित लगभग 350 फिल्मों में काम किया है.