”अब लोग भूल गये हैं प्यार करना” : अजय देवगन

उर्मिला कोरी हालिया रिलीज फिल्म बादशाहो में नजर आ रहे अभिनेता अजय देवगन तीन दशकों से लोगों के दिलों पर छाये हुए हैं. इसका श्रेय वह अपनी फिल्मों के चुनाव को देते हैं. उन्होंने हमेशा इस बात का ख्याल रखा कि पिछली फिल्म से अलग जॉनर की हो अगली फिल्म. कई मुद्दों पर उनसे हुई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2017 11:04 AM
उर्मिला कोरी
हालिया रिलीज फिल्म बादशाहो में नजर आ रहे अभिनेता अजय देवगन तीन दशकों से लोगों के दिलों पर छाये हुए हैं. इसका श्रेय वह अपनी फिल्मों के चुनाव को देते हैं. उन्होंने हमेशा इस बात का ख्याल रखा कि पिछली फिल्म से अलग जॉनर की हो अगली फिल्म. कई मुद्दों पर उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंश.
– बादशाहो की क्या यूएसपी है?
इसकी कहानी हमने वर्षों पहले सुनी थी. तब राजस्थान में फिल्म कच्चे धागे की शूटिंग कर रहे थे. लोगों ने बताया कि एक रानी थी जिनके पास बहुत सारा सोना था. इमरजेंसी की घोषणा होते ही सरकार सोने को कब्ज़ा में लेने का फैसला करती है. बकायदा आर्मी को भेजा गया था, जिसने महल के चप्पे-चप्पे को छान मारा था, लेकिन खजाना कहीं नहीं मिला. कहते हैं कि कोई एक शख्स था जो पूरे खजाने को ले उड़ा था. वह कौन था, कहां चला गया, किसी को नहीं पता. मुझे और मिलन (मिलन लुथरिया) को यह कहानी अपील कर गयी. यही हमारी फिल्म का बैकड्रॉप है, लेकिन यह छह लोगों के रिश्तों की भी कहानी है.
– गोलमाल 4 में क्या खास होगा?
कहानी एकदम नयी है. गोलमाल की यह कड़ी पिछले सभी सीरीजों के मुकाबले ज्यादा भव्य और ज़्यादा कॉमेडी लिये होगी. एक बार फिर सभी के साथ शूटिंग करने में बहुत मजा आया. तब्बू और परिणीति चोपड़ा फिल्म का इस बार हिस्सा हैं.
– रोमांटिक जॉनर हिंदी फिल्मों का अहम जॉनर रहा है. लेकिन अब यह बॉक्स आफिस पर वह कमाल नहीं दोहरा पा रहा?
आज की पीढ़ी बदल गयी है. मुझे लगता है कि आज की पीढ़ी का प्यार थोड़ा बनावटी हो गया है. भावनाएं सतही हो गयी हैं. उनमें गहराई बची नहीं है. सब अपने भीतर की लड़ाई में उलझे हुए हैं. लोग प्यार करना भूल गये हैं, तो रोमांटिक फिल्में दर्शकों को कैसे पसंद आयेंगी?
– वेब सीरीज एंटरटेनमेंट का नया जरिया बनता जा रहा है?
हां, मैं खुद बहुत वेब सीरीज देखता हूं. नार्कोस और विन्किंग के वेब सीरीज मैं हमेशा से देखता रहा हूं. मुझे लगता है कि वह दिन दूर नहीं जब छोटे फिल्ममेकर वेब सीरीज बनाने लगेंगे. यह मेरी सोच है कि बड़ी फिल्में थिएटर के लिए बननी चाहिए. हॉलीवुड इसी तरह काम करता है. थिएटर के लिए वह लार्जर देन लाइफ सिनेमा बनाने में यकीन करता है, इसलिए उनकी फिल्में जबरदस्त कामयाबी करेगी.
– मौजूदा बॉलीवुड के बदलते परिदृश्य का श्रेय आप किसे देंगे?
सिनेमा जो भी बदला है, वह नये और युवा लेखकों की वजह से बदला है. वे साहित्य खूब पढ़ते हैं और बहुत अच्छा लिखते हैं. अब हर फिल्म विदेश में शूट नहीं होती है. फिल्मों का कंटेंट अब रस्टिक और जमीन से जुड़ा हुआ हो गया है. खास बात है कि ये बॉक्स ऑफिस पर सराही भी जा रही हैं.
– शाहरुख़, सलमान की फिल्में नहीं चलीं. स्टारडम का दौर खत्म हो रहा है?
हमेशा से ऐसा होता है कि अच्छी फिल्में चलती हैं. जो लोगों को अच्छी नहीं लगती, वह नहीं चलती. अब अच्छी कहानी लाने पर सब ध्यान दे रहे हैं. जहां तक स्टारडम की बात है, मुझे लगता है कि यह कभी खत्म नहीं होनेवाला. स्टार की अपनी एक फॉलोइंग होती है. जो फिल्में नहीं भी चली हैं, उनकी ओपनिंग तो बढ़िया रही है न. यदि फिल्म अच्छी है, तो स्टारडम की वजह से उसकी कमाई दस गुना बढ़ सकती है. स्टारडम का यही जादू है.
– सेंसर बोर्ड के नये अध्यक्ष प्रसून जोशी से क्या उम्मीदें हैं?
मुझे यकीन है कि वह अपने काम को बखूबी निभायेंगे. वैसे मैंनेहमेशा ध्यान रखा है कि मेरी फिल्म में अश्लील जैसा कुछ न हो. मुझे एडल्ट कंटेंटवाली फिल्में अपील नहीं करती हैं, इसलिए किसी के आने-जाने से मुझे उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है.
– आपकी आनेवाली फिल्में?
गोलमाल के बाद रैड और सन ऑफ सरदार 2 आयेगी. संजय दत्त और फरहान अख्तर के साथ एक फ़िल्म कर रहा हूं. काजोल के साथ भी एक फ़िल्म साइन की है, जिसका निर्देशन प्रदीप सरकार कर रहे हैं. पीरियड फिल्म तानाजी भी कर रहा हूं, जिसकी शूटिंग मार्च से होगी.

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