अभिनेत्री विद्या बालन का मानना है कि महिलाएं कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के बारे में बात करने से बचती हैं क्योंकि उन्हें इस बात का डर होता है कि इस आधार पर उनको लेकर एक खास तरह की धारणा बना ली जायेगी.
दिग्गज हॉलीवुड निर्माता हार्वी वाइंस्टीन के खिलाफ यौन उत्पीड़न के कई आरोपों के बाद भारत में भी इरफान खान एवं रिचा चड्ढा जैसी फिल्मी हस्तियों ने अपने करियर की शुरुआत में कास्टिंग काउच की समस्या से दो चार होने की बात स्वीकार की थी.
बालन का मानना है कि यौन उत्पीड़न की घटनाएं केवल फिल्म जगत तक में ही सीमित नहीं है. उन्होंने कहा, महिलाएं कभी यौन उत्पीड़न के बारे में बात करने का साहस नहीं जुटा पाती हैं क्योंकि आखिर में उन पर भी अंगुली उठेगी.
इसीलिए यौन उत्पीड़न या बलात्कार के बारे में बात करने में महिलाओं को दिक्कत होती है. उन्होंने कहा, यह हर क्षेत्र में है. इसके (फिल्म उद्योग के) बारे में बात की जाती है.
फिल्म उद्योग समाज का हिस्सा है. यहां इस बारे में बात की जाती है, बस यही अंतर है. 38 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा कि हॉलीवुड में कई शक्तिशाली लोग शुरू में यौन उत्पीड़न को लेकर चुप रहे.
विद्या ने कहा कि जिनके साथ उन्होंने सहज महसूस नहीं किया, उनसे उन्होंने दूरी बना ली क्योंकि वह जीवकोपार्जन के लिए अभिनय पर निर्भर नहीं थीं. उनकी अगली फिल्म तुम्हारी सुलु है, जो 17 नवंबर को रिलीज हो रही है.