पढ़ें रानी मुखर्जी से बातचीत का प्रमुख अंश : मेरी बेटी आदिरा की होगी पहली होली
II उर्मिला कोरी II तीन साल के अंतराल के बाद अभिनेत्री रानी मुखर्जी रुपहले परदे पर यशराज बैनर की फिल्म ‘हिचकी’ से लौट आयी हैं. वह खुश है कि नैना माथुर जैसे सशक्त किरदार से उन्होंने वापसी की है, जो एक एक्टर के तौर पर दशकों बाद भी उनके लिए एक चुनौती लेकर आता है. […]
II उर्मिला कोरी II
तीन साल के अंतराल के बाद अभिनेत्री रानी मुखर्जी रुपहले परदे पर यशराज बैनर की फिल्म ‘हिचकी’ से लौट आयी हैं. वह खुश है कि नैना माथुर जैसे सशक्त किरदार से उन्होंने वापसी की है, जो एक एक्टर के तौर पर दशकों बाद भी उनके लिए एक चुनौती लेकर आता है. पेश है उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंश.
– लंबे समय तक फिल्मों से दूर रहने के बावजूद आप बिल्कुल फिट हैं. इसका राज?
(हंसते हुए) बहुत मेहनत करनी पडती है इसके लिए. मुंह बंद रखना पड़ता है. कुछ भी चीज मुंह के अंदर जाने नहीं देना है. जिम जाना पड़ता है.
जम कर पसीना बहाना पड़ता है. मुझे लगता है कि अंदर से अच्छा फील तभी होता है, जब आप अंदर से अच्छा महसूस करते हैं. मैं जब मुंह बंद करने बोल रही हूं, तो इसका मतलब यह नहीं कि खाना ही मत खाओ. इसका मतलब है कि अनाप-शनाप कुछ भी मत खाओ. सही खाना खाकर जब इंसान दुबला होता है, तो वो एक तरीके का मैजिक है.
– यह फिल्म आपके जन्मदिन के दो दिन बाद रिलीज हो रही है. क्या यह आपकी ओर से प्रशंसकों को ट्रीट है?
ऐसा कह सकती हैं. हालांकि ऐसी कोई प्लानिंग नहीं थी. मुझे नहीं लगता कि मेरी कोई और फिल्म बर्थडे के वक्त रिलीज हुई हो. बहुत अजीब-सी फीलिंग है.
बर्थडे के समय पर फिल्म का प्रमोशन होगा. आमतौर पर मैं अपने जन्मदिन पर भारत से बाहर होती हूं. ये बर्थडे इसलिए भी अलग होगा, क्योंकि पहली बार मेरे पिताजी मेरे साथ नहीं होंगे. अभी से लग रहा है कि शायद मैं काफी इमोशनल हो जाऊंगी, क्योंकि जब से पैदा हुई हूं मेरे बर्थडे पर मुझे सबसे पहले मेरे पापा विश करते रहे हैं. सबकुछ अलग होनेवाला है.
– प्रेग्नेंसी के बाद तीन सालों का ब्रेक क्या प्लानड था?
हमलोग तो प्लान करते रहते हैं, लेकिन उपरवाला कुछ अलग प्लान कर देता है. मेरी बेटी जब आ गयी, तब मेरा प्लान नहीं था कि मैं इतनी जल्दी फिल्म करूंगी. मेरा बस चलता तो शायद ‘हिचकी’ भी नहीं होती.
अभी तीन साल और लेती. उसके बाद ही कोई फिल्म करती थी, क्योंकि जब एक औरत मां बनती है, तो उसका बच्चा उसके लिए सबकुछ अलग हो जाता है. हर मां अपने बच्चे को अलग तरीके से बड़ा करती है. किसी मां को तीन महीने बाद ही काम शुरू करना पड़ता है, तो कोई मां बोलती है कि मुझे आगे काम ही नहीं करना. अपने बच्चे को देखना है. मेरी बेटी आदिरा प्री मैच्योर बेबी थी. उसकी केयरिंग बहुत खास थी. ऐसे बच्चे सामान्य डिलीवरीवाले बच्चों से अलग होते हैं.
इस वजह से मैं आदिरा से बहुत ज्यादा जुड़ गयी थी. वही मेरी पूरी दुनिया बन गयी थी. मेरे पति आदित्य ने यह देखा तो मेरे पीछे लग गये कि अभी तुम्हें फिल्मों में आना है. यह मत भूल जाओ. आदिरा हमेशा हमारे साथ है, लेकिन तुम्हें अपने एक्टिंग कैरियर पर भी ध्यान देना चाहिए. तुम्हारे फैन तुम्हारा इंतजार कर रहे हैं. आदिरा जब 14 महीने की थी, तब मैंने ‘हिचकी’ की शूटिंग शुरू की थी. इस तरह मेरा ब्रेक दो साल का ही रहा. हां, फिल्म रिलीज होने तक साढे तीन साल का ब्रेक हो गया.
– ‘हिचकी में आपका किरदार टूरेट सिंड्रोम का शिकार हैं. बहुत कम इसके बारे में लोगों में भी जानकारी हैं. ऐसे में आपका होमवर्क क्या रहा?
यह फिल्म ब्रैड कोहेन की लिखी एक किताब पर आधारित है. उस पर हॉलीवुड में एक फिल्म भी बनी है. मैंने ब्रैड से स्काइप से बात की है. इससे मुझे बहुत मदद मिली. इस सिंड्रोम के बारे में कई जानकारियां मिली. इसके साथ ही मैंने यूटय़ूब पर भी टूरेट सिंड्रोम को करीब से जानने की कोशिश की.
हमारे यहां इस सिंड्रोम के बारे में लोगों को जानकारी नहीं है. इस वजह से इस सिंड्रोम से पीड़ित बच्चों को अक्सर लोग बहुत ज्यादा शरारती समझ लेते हैं, क्योंकि वह बोलने के दौरान अलग-अलग तरह की आवाजें निकालते है. इस सिंड्रोम के बारे में लोग जाने और इससे ग्रसित लोगों को सही मदद मिले, मेरी यही कोशिश होगी. फिल्म में नैना माथुर का मेरा किरदार भी इसी सिंड्रोम से ग्रसित है. किस तरह से वह अपनी खामियों को अपनी ताकत बनाती है, यही इसकी कहानी है.
– इस बार की होली की क्या प्लानिंग है?
यह होली बहुत खास होनेवाली है, क्योंकि यह आदिरा की पहली होली होनेवाली है. बीते साल वह एक साल की थी, इसलिए हमने उसे होली खेलने नहीं दिया था. इस बार किस तरह से वह रंगों से रिएक्ट करती है. पिचकारी से कैसे खेलती है. ये सब मुझे देखने का बेसब्री से इंतजार है.