मुंबई : अभिनेत्री मोना सिंह का कहना है कि आजकल टीवी में करने लायक कुछ भी नहीं है और उन्हें जिस प्रकार के शो करने के प्रस्ताव आते हैं, वह उसे मना करने में हिचकती नहीं हैं.
सिंह, अभी भी अपने हास्य धारावाहिक ‘जस्सी जैसी कोई नहीं’ (2003) को याद करती हैं. पिछले कुछ सालों से वह टीवी स्क्रीन पर कम दिखती हैं और इसके लिए वह टीवी कंटेंट में सार्थकता के अभाव को जिम्मेदार ठहराती हैं.
अभिनेत्री ने कहा, यह निश्चित रूप से प्रगतिशील नहीं है. ऐसे बहुत से टीवी कार्यक्रम हैं, मैं जिनमें काम नहीं करना चाहती और उम्मीद है कि किसी दिन टीवी में फिर से उसी प्रकार के कार्यक्रम आयेंगे, जैसे उनके टीवी में काम शुरू करने के दिनों में आया करते थे.
उन्होंने कहा कि मुझे समझ में नहीं आता कि टीवी के साथ क्या बुरा हुआ. अब अच्छे कार्यक्रम नहीं बनाये जाते अथवा बहुत जल्दी बंद हो जाते हैं. सिंह ने कहा कि हालांकि वह टीवी की गुणवत्ता में पिछले कुछ सालों से आ रही गिरावट के वास्तविक कारण नहीं बता सकती.
उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि लोग वास्तव में क्या देखना चाहते हैं. यहां केवल पौराणिक नाटक है, जिन्हें मैं देखना नहीं चाहती. मैं जब बड़ी हो रही थी, तब उन्हें देखा करती थी.
मैंने रामायण और महाभारत देखी है, लेकिन यह वो नहीं था, जो मैं देखना चाहती थी. मुझे नहीं पता कि टीवी के साथ क्या गड़बड़ हुई. हो सकता है कि अब चैनल कुछ नया करने का खतरा नहीं लेना चाहते.