आसान नहीं है एक्टिंग करना : वाणी सूद

II उर्मिला कोरी II अपकमिंग धारावाहिक ‘मायावी मलिंग’ से वाणी सूद अपने एक्टिंग कैरियर की शुरुआत करने जा रही हैं. इसमें वह ऐश्वर्या के अहम किरदार में नजर आयेंगी, जिसे किताबों और अपनी बहनों से बहुत प्यार है. दिल्ली गर्ल वाणी कएक जॉब के सिलसिले में मुंबई जाना था, मगर किस्मत कनेक्शन कुछ ऐसा हुआ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 2, 2018 6:52 AM
II उर्मिला कोरी II
अपकमिंग धारावाहिक ‘मायावी मलिंग’ से वाणी सूद अपने एक्टिंग कैरियर की शुरुआत करने जा रही हैं. इसमें वह ऐश्वर्या के अहम किरदार में नजर आयेंगी, जिसे किताबों और अपनी बहनों से बहुत प्यार है.
दिल्ली गर्ल वाणी कएक जॉब के सिलसिले में मुंबई जाना था, मगर किस्मत कनेक्शन कुछ ऐसा हुआ कि उन्हें एक्टिंग का ऑफर मिल गया. पेश है वाणी से हुई खास बातचीत.
– यह आपका पहला धारावाहिक है. कैसा अनुभव रहा?
मुझे एडवेंचर करना पसंद है. इस शो में क्लिफ जंप तथा हार्नेस वाला सीन था. उन्हें मैंने बहुत ही इंज्वॉय किया. सीन बहुत अच्छा बन पड़ा, जिस वजह से सीन जैसे ही ओवर हुआ, सेट पर मौजूद सभी लोगों ने तालियां बजायीं और कहा कि मैंने बहुत अच्छा एक्सप्रेशन दिया है. दरअसल, उन्हें उम्मीद ही नहीं था कि मैं पहले शॉट में इतना अच्छा एक्सप्रेशन दूंगी.
– अपने किरदार के लिए आपको क्या होमवर्क करना पड़ा?
मुझे अपनी हिंदी पर काम करना पड़ा. बात करते हुए अंग्रेजी शब्दों का ज्यादा प्रयोग करती थी, लेकिन ‘मायावी मलिंग’ में शुद्ध हिंदी बोलनी थी. एक महीने तक मैंने हिंदी ट्यूशन लिया. मैंने शो के लिए एक्टिंग वर्कशॉप भी लिया.
– ऑनस्क्रीन बहनों के साथ कैसी बॉन्डिंग है?
नेहा और ग्रेसी हम सभी बहुत अच्छे दोस्त हैं. हम ब्रेक में डमसराज और जासूसीवाला गेम साथ खेलते हैं. गॉसिप भी करते हैं. ग्रेसी अभी भी स्कूल जाती है, तो मैं और नेहा अपने स्कूली दिनों की बातें याद करते हैं.
– अपने बैकग्राउंड के बारे में कुछ बताइए.
मैं मैं दिल्ली से हूं. मैंने डीपीएस, वसंतकुंज से पढ़ाई की है और गार्गी कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है. डीपीएस को-एड स्कूल है, जबकि गार्गी गर्ल्स कॉलेज. यह मेरे लिए पूरी तरह से बदलाव था. मैंने इन दोनों बदलावों को पूरी तरह से इंज्वॉय किया.
मैं अपने कॉलेज के थिएटर सोसाइटी ‘क्षितिज’ का हिस्सा रही हूं. उसी दौरान फिल्म ‘दंगल’ के ऑडिशन की खबर आयी. फिल्म में सान्या मल्होत्रा हमारे गार्गी कॉलेज से ही हैं. वह मेरी सीनियर थीं. मैंने भी ऑडिशन दिया, लेकिन मेरा हुआ नहीं. हां, मेरा डेटा जरूर चला गया, जिससे ऑडिशन के लिए कॉल आने लगे. दिल्ली में कुछ ऑडिशन भी दिये. मैं मार्केटिंग जॉब के लिए मुंबई आनेवाली थी.
उससे पहले मुझे स्टार प्लस के एक सीरियल का ऑफर आ गया. वह शशि सुमित मित्तल का शो था. हालांकि वह शो बना नहीं. फिर ‘मायावी मलिंग’ का ऑफर आया. मैंने ऑडिशन दिया और दो-तीन हफ्ते में ही चीजें लॉक हो गयीं, लुक टेस्ट, मॉक टेस्ट, कॉस्टयूम सबकुछ. मुझे लगता है कि पूरी कायनात चाहती थी कि मैं शो का हिस्सा बनूं, इसलिए चीजें अपने आप बनती चली गयीं.
– आप श्रीदेवी की फिल्म ‘मॉम’ का भी हिस्सा रही हैं
हां, फिल्म में मेरा छोटा-सा रोल था. मैं उस फिल्म में उनकी बेटी की सहेली के किरदार में थी. लेकिन वह फिल्म मेरे लिए खास रही, क्योंकि उस फिल्म से मेरे कुछ दोस्त बने, जो अब भी मेरे साथ हैं.
सबसे बड़ी बात महान अभिनेत्री श्रीदेवी के साथ मैंने स्क्रीन शेयर किया. मैंने उनकी फिल्में टीवी पर देख कर बडी हुई हूं. फिल्म के आखिरी दिनों में हमें श्रीदेवी जी के साथ बात करने और फोटो खिंचवाने का भी मौका मिला था. तब मैंने अपने मन की यह बात उनसे शेयर की थी.
– अभिनय में आपके कैरियर को लेकर आपके परिवार का क्या रिएक्शन रहा?
शुरुआत में मेरी फैमिली नहीं चाहती थी कि मैं अभिनय को अपना कैरियर बनाऊं. मैं पढ़ने में बहुत अच्छी रही हूं.हमेशा फर्स्ट ही आयी हूं. उनका कहना था कि मुझे पढ़ाई में ही अपना कैरियर बनाना चाहिए, लेकिन मैने उनसे कहा कि मुझे सामने से इतना अच्छा मौका मिला है, तो मैं उसे जाने नहीं दे सकती हूं. इसके बाद वे मान गये. वैसे एक्टिंग बहुत टफ होती है. हमें बाहर से जैसा लगता है, उससे कहीं ज्यादा टफ. इसमें बारह घंटे भी कम पड़ते हैं.
– गर्मियों में कैसे अपना ख्याल रखती हैं?
इस गर्मी में ख्याल रखना बहुत जरूरी है. खूब पानी पीती हूं. छांव में ज्यादा से ज्यादा रहने की कोशिश करती हूं. मैं जैसे ही घर पहुंचती हूं, फ्रीज से कभी पपीता, कभी दही, कभी बेसन तो कभी आलू, तो कभी टमाटर आदि चीजें निकाल कर अपने मुंह, गले और हाथ-पैरों पर लगाती हूं. अगर नहीं लगाऊंगी, तो स्किन खराब होना तय है. स्किन पर इतना मेकअप रहता है.
ऊपर से आउटडोर शूट की वजह से धूप और धूल से लगातार स्किन को सामना करना पड़ता है. पार्लर जाने का टाइम आपको डेली सोप में मिल ही नहीं सकता है. कभी-कभी तो सेट पर आइ ब्रो और अपरलिप्स बनवाने पड़ते हैं. जब भी ऑफ मिलता है, मैं पार्लर जाकर स्किन को डिटेन करवाना नहीं भूलती हूं.

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