FIFA WC : विश्व कप में गोल विवाद से बचायेगी ‘वॉर’ तकनीक

विश्व कप फुटबॉल में गोल को लेकर अक्सर विवाद होता रहा है. समाधान के लिए कई आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल हुआ, पर सभी पर सवाल उठे. इस बार वीडियो असिस्टेंट रेफरी (वीएआर) तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है. माना जा रहा है कि विवाद पर अंकुश लगेगा. ऐसे काम करेगी यह तकनीककैमरों की मदद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 30, 2018 10:19 AM

विश्व कप फुटबॉल में गोल को लेकर अक्सर विवाद होता रहा है. समाधान के लिए कई आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल हुआ, पर सभी पर सवाल उठे. इस बार वीडियो असिस्टेंट रेफरी (वीएआर) तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है. माना जा रहा है कि विवाद पर अंकुश लगेगा.

ऐसे काम करेगी यह तकनीक

कैमरों की मदद से तसवीरें ली जायेंगीं

12 कैमरों का इस्तेमाल प्रत्येक मैच के दौरान होगा. छह-छह कैमरा दोनों गोल पोस्ट के पास होंगे. कैमरों की क्षमता 500 फ्रेम प्रति सेकेंड खिंचने की होंगी.

कंट्रोल रूम में ट्रांसफर होगी तस्वीर
एक ऑपरेटिंग रूम बनाया जायेगा. कैमरों से ली गयी तस्वीरें 15 कंप्यूटर में ट्रॉफसर होंगी. कंट्रोल रूम स्टेडियम व मास्को में होगा.

रेफरी मांगेंगे सहायात
शक होने पर रेफरी कंट्रोल रूम में संपर्क करेगा और वहां बैठे अधिकारी फुटेज की सहायता से मदद करेंगे और रेफरी को जानकारी देंगे.

थ्रीडी स्क्रीन से फुटेज लाइव दिखाया जायेगा

स्टेडियम में थ्रीडी स्क्रीनवाले टीवी पर इस फुटेज को दिखाया जायेगा. इसके बाद रेफरी सही फैसला सुनायेंगे.

-02:30 मिनट का समय ले सकते हैं अधिकतम इस प्रक्रिया को पूरी कर कर फैसला सुनाने में

-पहली बार विश्व कप फुटबॉल में वीडियो असिस्टेंट रेफरी तकनीक आजमायेगा फीफा

-इसके पहले की तकनीक फेल

2014 में गोल लाइन तकनीक का हुआ था इस्तेमाल, पर उठे थे सवाल
ब्रालीज में 2014 विश्व कप के दौरान गोल लाइन तकनीक का इस्तेमाल किया गया था. मैच के दौरान दोनों गोल पोस्ट की ओर से 14 कैमरे लगाये गये थे. एक सेकेंड के भीतर कम्प्यूटर से 500 थ्रीडी तस्वीरें निकलती थी. मैच के दौरान काफी लाभ मिला था, लेकिन यह तकनीक पर भी सवाल उठाये गये थे.

1966 विश्व कप फाइनल में गोल पर उठा था सवाल
इंग्लैंड की मेजबानी में खेला गया यह मैच विवादों के कारण ज्यादा चर्चा में रहा. इंग्लैंड और पश्चिम जर्मनी के बीच हुए फाइनल में ज्योफ हर्स्ट का ‘विवादित गोल’ अभी भी दोनों देशों के फ़ुटबॉल प्रेमियों की जुबान पर रहता है. हर्स्ट का गोल लाइन के पार गयी थी या या नहीं इस पर सवाल उठे थे.

माराडोना का गोल अब भी सवालों के घेरे में
1986 के वर्ल्ड कप क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ माराडोना का गोल विश्व कप फुटबॉल का सबसे विवादित गोल अब भी है. गेंद उनके कंधे के नीचे बाजू से लगकर गोल पोस्ट में गयी थी. रेफरी उसे देख नहीं सके थे. इसे गोल करार दे दिया गया.

Next Article

Exit mobile version