पश्चिम जर्मनी को 3-1 से हरा कर इटली तीसरी बार बना चैंपियन
1982 विश्व कप फुटबॉल की मेजबानी स्पेन को सौंपी गयी. 13 जून से 11 जुलाई तक चलनेवाले टूर्नामेंट का फाइनल इटली और पश्चिम जर्मनी के बीच खेला गया. पूरे टूर्नामेंट में इटली का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा, लेकिन फाइनल में पश्चिम जर्मनी को हरा कर इटली ने तीसरी बार विश्व कप का खिताब जीता. […]
1982 विश्व कप फुटबॉल की मेजबानी स्पेन को सौंपी गयी. 13 जून से 11 जुलाई तक चलनेवाले टूर्नामेंट का फाइनल इटली और पश्चिम जर्मनी के बीच खेला गया. पूरे टूर्नामेंट में इटली का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा, लेकिन फाइनल में पश्चिम जर्मनी को हरा कर इटली ने तीसरी बार विश्व कप का खिताब जीता. टूर्नामेंट में तीसरे स्थान पर पोलैंड की टीम रही, जबकि फ्रांस की टीम चौथे स्थान पर रही.
1982 वर्ल्ड कप की मेजबानी स्पेन को सौंपी गयी थी. यह वर्ल्ड कप कई मायनों में सबसे यादगार वर्ल्ड कप माना जाता है. स्पेन में खेले गये इस वर्ल्ड कप का आयोजन 13 जून से 11 जुलाई तक हुआ था. स्पेन के 14 शहरों के 17 स्टेडियमों में इस विश्व कप के मैच खेले गये, जिसमें फाइनल मुकाबला स्पेन की राजधानी मैड्रिड के सेंटियागो बर्नबेऊ स्टेडियम में खेला गया.फाइनल में इटली ने वेस्ट जर्मनी को 3-1 से हरा कर खिताब पर कब्जा जमाया.
फाइनल मुकाबले में इटली ने वेस्ट जर्मनी को हरा कर खिताब पर कब्जा जमाया. इस जीत के साथ ही इटली के कप्तान और गोलकीपर डीनो जॉफ ने एक ऐसा रिकॉर्ड अपने नाम किया, जो आज तक नहीं टूट सका. जॉफ 40 साल 133 दिन की उम्र के साथ विश्व कप खिताब जीतनेवाले सबसे बुजुर्ग कप्तान बने.
दूसरे दौर में हारकर बाहर हुआ अर्जेंटीना
इस विश्व कप में अर्जेंटीना गत चैंपियन के रूप में उतरा था, लेकिन उसकी टीम दूसरे दौर से आगे नहीं जा सकी. टूर्नामेंट में उसकी शुरुआत ही निराशाजनक रही और उद्घाटन मुकाबले में ही उसे बेल्जियम ने 1-0 से मात दी. बार्सिलोना के घरेलू मैदान कैंप नाऊ स्टेडियम में खेले गये इस मैच में अर्जेंटीनी स्टार डिएगो माराडोना से प्रशंसकों को काफी उम्मीदें थीं, क्योंकि उनका क्लब फुटबॉल के लिए बार्सिलोना से नया-नया करार हुआ था, लेकिन वह बिल्कुल भी प्रभावित नहीं कर सके. वहीं, अर्जेंटीना को दूसरे दौर के अपने दोनों मुकाबलों में इटली और ब्राजील के हाथों हार का सामना करना पड़ा.
यह पहला विश्व कप था, जिसमें सभी छह कन्फेडरेशन से कम-से-कम एक टीम ने जरूर भाग लिया. इससे पहले 1978 तक 16 टीमें विश्व कप में खेलती थीं, लेकिन 1982 में पहली बार विश्व कप 24 टीमों के बीच खेला गया. इन टीमों को चार-चार टीमों के छह ग्रुपों में बांटा गया था, जिसमें से शीर्ष पर रहनेवाली दो-दो टीमें दूसरे दौर में पहुंचीं थी.
इसके बाद दूसरे दौर में पहुंची 12 टीमों को तीन-तीन के चार ग्रुप में रखा गया, जिसमें से हर ग्रुप की शीर्ष टीम ने नॉकआउट दौर में जगह बनायी. पांच देशों अल्जीरिया, कैमरून, होंडुरास, कुवैत और न्यूजीलैंड की टीमें पहली बार फीफा विश्व कप में भाग ले रही थी. 1934 में 10 टीमों के विश्व कप पदार्पण करने के बाद यह पहला मौका था, जब पांच या उससे ज्यादा टीमों ने पहली बार विश्व कप में शिरकत की.