FIFA World Cup : आज से एक महीने तक ‘फुटबॉल फीवर’, 25 वर्ष बाद भिड़ेंगे सऊदी और रूस
-रंगारंग उद्घाटन के लिए तैयार है लुज्निकी स्टेडियम, 81 हजार लोगों के पहुंचने की उम्मीद रूस के सबसे पुराने स्टेडियमों में से एक लुज्निकी में गुरुवार को फीफा विश्व कप का आगाज हो जायेगा. इसका निर्माण 1956 में हुआ था. यह रूस की राजधानी मॉस्को में मोस्कोवा नदी के किनारे स्थित है. पहले इसका नाम […]
-रंगारंग उद्घाटन के लिए तैयार है लुज्निकी स्टेडियम, 81 हजार लोगों के पहुंचने की उम्मीद
रूस के सबसे पुराने स्टेडियमों में से एक लुज्निकी में गुरुवार को फीफा विश्व कप का आगाज हो जायेगा. इसका निर्माण 1956 में हुआ था. यह रूस की राजधानी मॉस्को में मोस्कोवा नदी के किनारे स्थित है. पहले इसका नाम सेंट्रल लेनिन था. 450 दिन में बन कर तैयार हुआ यह स्टेडियम 1980 मॉस्को ओलिंपिक खेलों का मुख्य केंद्र था. 1990 में इसका पुन: निर्माण किया गया और इसके बाद, इसका नाम लुज्निकी रखा गया. विश्व कप को लेकर इसे फिर से बनाया गया है.
25 वर्ष बाद भिड़ेंगे सऊदी और रूस
मॉस्को. पिछले कुछ समय से लगातार लचर प्रदर्शन करने, डोपिंग के साये में जीने और फीफा विश्व कप 2018 की सबसे कम रैंकिंगवाली टीम होने के बावजूद मेजबान रूस गुरुवार को यहां जब अपनी सरजमीं पर फुटबॉल महासमर में उतरेगा, तो उसका लक्ष्य एक अन्य कमजोर टीम सऊदी अरब पर जीत दर्ज करके सकारात्मक शुरुआत करना होगा. मेजबान होने के कारण रूस को विश्व कप में स्वत: ही जगह मिल गयी थी, लेकिन फीफा की ताजा विश्व रैंकिंग में वह 70वें स्थान पर है, जो टूर्नामेंट में भाग ले रही सभी 32 टीमों में से सबसे कम है. सऊदी अरब 67वें स्थान पर है, वह विश्व कप के लिए क्वालिफाइ करनेवाली 31 टीमों में सबसे कम रैंकिंगवाली टीम है. सऊदी अरब विश्व कप का उद्घाटन मैच खेलनेवाली एशिया की पहली टीम भी बन जायेगी. रूस और सऊदी अरब यहां लुज्निकी स्टेडियम में आमने-सामने होंगे.
रूस को पिछले साल मिली थी जीत
इससे पहले केवल दक्षिण अफ्रीका ही 2010 में ऐसी मेजबान टीम थी, जो ग्रुप चरण से आगे नहीं बढ़ पायी थी. स्टेनिसलाव चेरचेसोव की कोचिंगवाली रूसी टीम का हालिया प्रदर्शन हालांकि अच्छा नहीं रहा. उसे टूर्नामेंट से पहले चारों मैत्री मैचों में से किसी में भी जीत नहीं मिली. असल में रूस ने अपनी आखिरी जीत पिछले साल अक्तूबर में दर्ज की थी, जब उसने दक्षिण कोरिया को अपनी सरजमीं पर 4-2 से हराया था. यही नहीं इससे पहले 2016 यूरो कप और 2017 फीफा कनफेडरेशन कप में भी वह ग्रुप चरण से आगे नहीं बढ़ पाया था, लेकिन ग्रुप ए में मिस्र और उरूग्वे के रूप में दो अन्य मजबूत टीमें हैं. सऊदी अरब पर जीत हासिल करना कितना महत्वपूर्ण है. उसे जहां अपने घरेलू दर्शकों का समर्थन मिलेगा, वहीं पर उस पर दबाव भी होगा. फारवर्ड अलेक्सांद्र कोकोरिन तथा डिफेंडर ग्रेगरी डिजिकिया और विक्टर वासिन के इस साल के शुरू में चोटिल होने से रूस की विश्व कप तैयारियां प्रभावित हुईं थीं. इस कारण चेरचेसोव को पिछले महीने ऑस्ट्रिया के खिलाफ उन्हें रक्षापंक्ति में तीन के बजाय चार खिलाड़ी रखने पड़े थे.
मैत्री मैच में जर्मनी को हरा चुका है सऊदी
सऊदी अरब भले ही फीफा विश्व रैंकिंग में रूस से तीन पायदान ही ऊपर है, लेकिन उसे आसान प्रतिद्वंद्वी नहीं माना जा सकता है. ग्रीन फॉल्कन के नाम से भी मशहूर सऊदी अरब की टीम विश्व चैंपियन जर्मनी को मैत्री मैच में कड़ी चुनौती देने तथा इससे पहले दो यूनान और अल्जीरिया पर जीत दर्ज करने से उत्साह से भरी है. सऊदी अरब के फॉरवर्ड अपनी तेजी के लिए जाने जाते हैं. रूस के रक्षक थोड़े धीमे हैं और ऐसे में सर्गेई इगनाशेविच जैसे खिलाड़ियों को सऊदी अरब की तेजी से निबटने के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है. इसके बावजूद इस मैच में रूस को जीत का दावेदार माना जा रहा है, लेकिन यह इस पर भी निर्भर करता है कि वह दबाव को कैसे झेलता है. रूसी टीम दबाव में रहेगी. इस साल एक भी मैच नहीं जीत पाने और पिछले साल कनफेडरेशन कप का निराशाजनक प्रदर्शन उनके दिमाग में रहेगा.
आमने-सामने
रूस बनाम सऊदी अरब
स्टार स्ट्राइकर
-स्ट्राइकर फेडोर समोलोव है, टीम की जीत इनके प्रदर्शन पर निर्भर करेगी. पिछले साल कनफेडरेशन कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम को जीत दिला चुके हैं.
-टीम के मुख्य स्ट्राइकर मोहम्मद अल साहलवी हैं. हालांकि मैत्री मैचों में बाहर रखा गया था, लेकिन शुरुआती एकादश में शामिल होने की उम्मीद है.
अलग-अलग शैली के कोच
-रूसी कोच चेरचेसोव का रक्षात्मक रवैया अपनाते हैं और सऊदी के खिलाफ भी इसी रणनीति के तहत मैदान में उतरेंगे.
-सऊदी के कोच पिज्जी अपने प्रतिद्वंद्वी पर लगातार दबाव बनाने की रणनीति में माहिर है, जिसके दम पर चिली को कोपा अमेरिका में हराया था.
सबसे अनुभवी खिलाड़ी
-टीम में कप्तान और गोलकीपर इगोर अकीनफीव (105 मैच) और 38 वर्षीय डिफेंडर सर्गेई इगनाशेविच (121 मैच) सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं.
-टीम में ओसमा हवासावी हैं, जो 135 मैच खेल चुके हैं, उनके अलावा मिडफील्डर तैसीर-अल-जासिम के नाम पर 132 मैच दर्ज हैं.