नाकआउट में जगह बनाने उतरेगा रूस, मिस्त्र के साथ होगी कड़ी टक्कर
पीटर्सबर्ग : पहले मैच में बड़ी जीत से उत्साह से लबरेज रूस कल यहां मिस्र के खिलाफ भी अपना विजय अभियान जारी रखकर फीफा विश्व कप 2018 के नाकआउट चरण में अपनी जगह सुरक्षित करने की कोशिश करेगा. रूस ने टूर्नामेंट में उदघाटन मैच में सऊदी अरब को 5-0 से हराकर अपने आलोचकों को करारा […]
पीटर्सबर्ग : पहले मैच में बड़ी जीत से उत्साह से लबरेज रूस कल यहां मिस्र के खिलाफ भी अपना विजय अभियान जारी रखकर फीफा विश्व कप 2018 के नाकआउट चरण में अपनी जगह सुरक्षित करने की कोशिश करेगा. रूस ने टूर्नामेंट में उदघाटन मैच में सऊदी अरब को 5-0 से हराकर अपने आलोचकों को करारा जवाब देने के साथ ही ग्रुप ए से अंतिम 16 में जगह बनाने की अपनी उम्मीदों को पंख लगा दिये. अगर वह कल मिस्र को हरा देता है तो फिर उसकी नाकआउट में जगह भी पक्की हो जाएगी. रूस को हालांकि सऊदी अरब की तुलना में मिस्र से अधिक कड़ी चुनौती मिलेगी.
मिस्र पहले मैच में उरूग्वे से 0-1 से हार गया था और नाकआउट की दौड़ में बने रहने के लिये उसे कल का मैच हर हाल में जीतना होगा. मिस्र का दारोमदार मोहम्मद सालाह पर टिका होगा और अगर यह स्टार स्ट्राइकर पूरी तरह फिट होकर मैदान पर उतरता है तो फिर वह रूस की नाकआउट की राह में सबसे बड़ा रोड़ा बन सकते हैं. सालाह लिवरपूल की तरफ से चैंपियन्स लीग फाइनल के दौरान चोटिल हो गये थे और तब से किसी मैच में नहीं खेले हैं. उरूग्वे के खिलाफ पिछले मैच में भी वह बाहर बैठे थे. मिस्र के टीम डाक्टर ने हालांकि अब सालाह को पूरी तरह से फिट करार दिया है.
मिस्र के टीम मैनेजर इहाब लेहाता ने फीफा.काम से कहा, ‘‘सालाह ने अपने साथियों के साथ अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया और वह पूरे सत्र में मैदान पर रहे तथा चिकित्सकों के अनुसार वह रूस के खिलाफ खेलने के लिये तैयार हैं.’ मिस्र के कोच हेक्टर कपर ने उरूग्वे के खिलाफ सालाह को उतारने का जोखिम नहीं उठाया. उनकी टीम ने उरूग्वे को 89 मिनट तक रोके रखा लेकिन इसके बाद जोस गिमिनेज के गोल ने उसके सारे समीकरण बिगाड़ दिये थे.’ अब हेक्टर कपर जानते हैं कि रूस के खिलाफ जीत से ही उनकी टीम की उम्मीदें बनी रहेंगी. उन्होंने कहा, ‘‘उरूग्वे के खिलाफ हार से रूस के खिलाफ मैच से हमारा भाग्य तय होगा. हमें हर हाल में जीत चाहिए.’ रूस का टूर्नामेंट से पहले का रिकार्ड अच्छा नहीं चल रहा था. उसने लगातार मैच में जीत दर्ज नहीं की थी और माना जा रहा था कि वह दक्षिण अफ्रीका (2010) के बाद ग्रुप चरण से बाहर होने वाला दूसरा मेजबान बन सकता है.
रूस ने हालांकि पहले मैच में शानदार जीत से फिलहाल ऐसी संभावनाओं को विराम लगा दिया है. उरूग्वे इस ग्रुप में शीर्ष पर रहने का दावेदार माना जा रहा है और ऐसे में रूस की टीम मिस्र के खिलाफ ही अपनी जीजान लगाकर नाकआउट में जगह सुनिश्चित करने की कोशिश करेगी. सऊदी अरब के खिलाफ दो गोल करने वाले डेनिस चेरिशेव ने फीफा.काम से कहा, ‘‘अगर हम पहले मैच की तरह अपना सर्वश्रेष्ठ खेल खेलते हैं तो मुझे नहीं लगता कि जीत दर्ज करने में हमें किसी तरह की परेशानी होनी चाहिए.