कजान (रूस) : पहले मैच में मैक्सिको से हार के बाद दूसरे मैच में टोनी क्रूस के गोल के रूप संजीवनी पानेवाले जर्मनी की आगे की डगर ग्रुप एफ की अन्य टीमों की तरह अगर-मगर में फंसी हुई है और ऐसे में दक्षिण कोरिया के खिलाफ बुधवार को यहां होने वाले मैच में छोटी सी भी चूक मौजूदा चैंपियन को भारी पड़ सकती है. क्रूस ने स्वीडन के खिलाफ दूसरे हाफ के इंजरी टाइम के पांचवें मिनट में गोल करके जर्मनी को 2-1 से जीत दिलायी, लेकिन टीम को अब भी मैक्सिको के खिलाफ 0-1 से हार कचोट रही है. जोआकिम लोउ की टीम को अगर विश्व कप के पहले दौर में बाहर होनेवाली मौजूदा चैंपियन टीमों की सूची में छठे स्थान पर नाम दर्ज कराने से बचना है, तो उसे दक्षिण कोरिया के खिलाफ पिछली गलतियों को भुलाकर नये सिरे से शुरुआत करनी होगी.
जर्मनी की टीम 1938 के बाद से पहले दौर से बाहर नहीं हुई है, लेकिन ग्रुप एफ में स्थिति बड़ी जटिल बनी हुई है. मैक्सिको के छह अंक हैं, लेकिन उसकी नॉकआउट में जगह पक्की नहीं है, जबकि दक्षिण कोरिया का एक भी अंक नहीं है, लेकिन वह भी अंतिम-16 में पहुंचने की दौड़ में बना हुआ है.
ग्रुप-एफ से ऐसे समझे अगले राउंड में पहुंचने की गणित
जर्मनी-स्वीडन के 3-3 अंक हैं, बुधवार को जीत से भी अंतिम-16 में तय नहीं है.
जर्मनी के दक्षिण कोरिया को दो गोल के अंतर से हराने पर ही बात बनेगी.
कोरिया भले मैक्सिको से 1-2 व स्वीडन से 0-1 से हार गया, लेकिन स्वीडन की हार के बाद कोरिया बड़ी जीत दर्ज करता है, तो बेहतर गोल अंतर से जगह बना लेगा.
अगर जर्मनी और स्वीडन दोनों ड्रॉ खेलते हैं, तो फिर जिसके अधिक गोल होंगे, वह टीम आगे बढ़ेगी. अगर गोल अंतर समान रहता है, तो फिर जर्मनी अंतिम-16 में पहुंचेगा, क्योंकि उसने पिछले मैच में स्वीडन को हराया था.
ब्राजील को सर्बिया से मिलेगी कड़ी चुनौती, टीम दबाव में
मॉस्को: पिछले चार विश्व कप में ग्रुप चरण में एक भी मैच नहीं गंवानेवाले ब्राजील को अगर अपना यह रिकॉर्ड बरकरार रखना है, तो उसे सर्बिया के खिलाफ बुधवार को यहां होनेवाले मैच में उतरने से पहले शुरुआती दौर से बाहर होने के डर से निजात पानी होगी. ब्राजील ने विश्व कप के ग्रुप चरण में अपने जो पिछले 38 मैच खेले हैं, उनमें से केवल उसे एक बार 1998 में नार्वे के हाथों हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन तब तक उसकी टीम नॉकआउट में जगह बना चुकी थी. इस बीच उसने 29 मैच जीते और आठ ड्रॉ कराये. अब सर्बिया के खिलाफ भी उसे जीत या फिर ड्रॉ की जरूरत है. ब्राजील ने ग्रुप इ में स्विट्जरलैंड से अपना पहला मैच 1-1 से ड्रॉ खेला, लेकिन दूसरे मैच में उसने कोस्टारिका को 2-0 से हराया. उसके अभी दो मैचों में चार अंक हैं. स्विस टीम के भी इतने ही अंक हैं. सर्बिया पिछले मैच में स्विट्जरलैंड से हार के कारण तीन अंक के साथ ग्रुप में तीसरे स्थान पर है और वह जीत दर्ज करने पर ही अंतिम-16 में जगह बना पायेगा. अगर सर्बिया जीत हासिल करता है और उधर ग्रुप के दूसरे मैच में स्विट्जरलैंड भी कोस्टारिका को हरा देता है.
कोस्टारिका के खिलाफ एक अंक हासिल करने उतरेगा स्विट्जरलैंड
निज्नी नोवगोरोद (रूस): स्विट्जरलैंड विश्व कप के नॉकआउट में अपनी जगह पक्की करने के लिए कोस्टारिका के खिलाफ बुधवार को यहां होनेवाले ग्रुप इ के मैच में कम से कम एक अंक हासिल करने की कोशिश करेगा. जब सभी की निगाहें ब्राजील और सर्बिया के मैच पर टिकी होंगी, तब स्विट्जरलैंड अंतिम-16 में जगह पक्की करने की कोशिश करेगा. इसके लिए उसे कोस्टारिका के खिलाफ ड्रॉ या जीत की जरूरत है. कोस्टारिका अपने पहले दोनों मैच गंवा कर पहले ही नॉकआउट की दौड़ से बाहर हो चुका है. अगर स्विस टीम बड़ी जीत दर्ज करती है, तो वह ग्रुप में शीर्ष पर भी पहुंच सकती है और ऐसे में दूसरे दौर में उसे मौजूदा चैंपियन जर्मनी से भिड़ना पड़ सकता है. अगर ब्राजील की टीम सर्बिया को हरा देती है, तो स्विस टीम कोस्टारिका से हारने पर भी नॉकआउट में पहुंच जायेगी. स्विट्जरलैंड ने अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है. उसने ब्राजील को बराबरी पर रोका और फिर सर्बिया पर जीत दर्ज की.
स्वीडन को चाहिए दो गोल से जीत व मैक्सिको को सिर्फ ड्रॉ
येकोतेरिनबर्ग (रूस): पिछले मैच में जर्मनी के हाथों आखिरी क्षणों में गोल गंवाने के कारण ‘करो या मरो’ की स्थिति में पहुंचे स्वीडन को विश्व कप के नॉकआउट में पहुंचने के लिए बुधवार को यहां अच्छी फॉर्म में चल रहे मैक्सिको पर कम से कम दो गोल के अंतर से जीत दर्ज करनी होगी. स्वीडन पिछले मैच में जर्मनी से ड्रॉ कराने की स्थिति में था, लेकिन टोनी क्रूस ने दूसरे हाफ के इंजरी टाइम में गोल कर दिया. इससे स्वीडन यह मैच 1-2 से हार गया, जिससे उसके अब दो मैचों में तीन अंक हैं. स्वीडन ने अपने पहले मैच में दक्षिण कोरिया को 1-0 से हराया था. मैक्सिको ग्रुप एफ में अब तक अपने दोनों मैच जीत कर शीर्ष पर है, लेकिन उसकी भी अंतिम-16 में जगह पक्की नहीं हुई है, क्योंकि बुधवार को होनेवाले एक अन्य मैच में अगर जर्मनी की टीम दक्षिण कोरिया को हरा देती है, तो फिर तीन टीमों के समान छह – छह अंक हो जायेंगे.