FIFA World Cup : जीत के लिए इंग्लैंड बदलता रहा ट्रेनिंग के तरीके
-प्रतिद्वंद्वियों को टैकल करने के लिए इस ट्रेनिंग का महत्व -1990 में सेमीफाइनल में इंग्लैंड की चुनौती हो गयी थी समाप्त, जिससे इस बार टीम है सतर्क फुटबॉलर प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाड़ियों को टैकल ठीक से कर सके, इसके लिए इस ट्रेनिंग अजमाया जाता है. ट्रेनिंग में लाल और नीले रंग के रबड़ की मुर्गियां […]
-प्रतिद्वंद्वियों को टैकल करने के लिए इस ट्रेनिंग का महत्व
-1990 में सेमीफाइनल में इंग्लैंड की चुनौती हो गयी थी समाप्त, जिससे इस बार टीम है सतर्क
फुटबॉलर प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाड़ियों को टैकल ठीक से कर सके, इसके लिए इस ट्रेनिंग अजमाया जाता है. ट्रेनिंग में लाल और नीले रंग के रबड़ की मुर्गियां शामिल की जाती हैं. मुर्गियों को टीम लीडर तक पहुंचाना होता है. बीच में दूसरा खिलाड़ी छीनने की कोशिश करता है.
FIFA WC : फ्रांस 12 साल बाद फाइनल में, बेल्जियम को 1-0 से हराया
पहले कबड्डी, फिर योगा क्लास अब मंगलवार को रबर की मुर्गियों से की ट्रेनिंग
इस बार जर्मनी, ब्राजील, अर्जेंटीना, स्पेन जैसी धाकड़ टीमें पहले ही बाहर हो गयी है, तो इंग्लैंड के खिताब जीतने की संभावना कई फीसदी बढ़ गयी है. इंग्लैंड की टीम इस मौके को हाथ से जाने नहीं देना चाहती, जिसके लिए टीम अपनी तैयारी में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती. जिम और ट्रेनिंग सत्र के अलावा कोच तैयारी के लिए अलग-अलग तरीके भी आजमा रहा है. शुरुआत में कबड्डी, तो योगा और मंगलवार को इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने रबर की मुर्गियों की मदद से ट्रेनिंग की.