लंदन : पहला गोल होने के बाद हर्षातिरेक में नाचते कूदते इंग्लैंड के फुटबॉलप्रेमियों को उस समय सांप सूंघ गया जब क्रोएशिया ने दो गोल करके उनकी टीम को सेमीफाइनल में 2-1 से हराकर विश्व कप जीतने का सपना तोड़ दिया.
फूट फूटकर रो रही लौरा रूसोन ने कहा , मैं बहुत दुखी हूं लेकिन मुझे अपनी टीम पर फख्र है. इससे पहले इंग्लैंड ने जब शुरुआती बढ़त बना ली थी तब माहौल एकदम दीगर था. लोग एक दूसरे को बधाई दे रहे थे और खुशी से नाच रहे थे. मुराद हुसेनोव ने कहा , मेरे जीवन में पहली बार इंग्लैंड सेमीफाइनल तक पहुंचा थ. लग रहा था मानो इतिहास रच डाला.
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इंग्लैंड की मौजूदा टीम में से आधे से अधिक तो पैदा भी नहीं हुए थे जब इंग्लैंड ने आखिरी बार विश्व कप सेमीफाइनल खेला था. मैनेजर गेरेथ साउथगेट भी इंग्लैंड की एकमात्र विश्व कप जीत यानी 1966 के चार साल बाद पैदा हुए थे. हाइडे पार्क स्क्रीनिंग के लिये 30000 मुफ्त टिकट बांटे गए थे. यहां 94 मीटर बाय 11 मीटर की स्क्रीन लगाई गई थी और माहौल परिवारों के साथ बैठकर मैच देखने के लिये उपयुक्त था.
पहले गोल के बाद बीयर के दौर शुरू हो गए और लोगों ने भावविभोर होकर राष्ट्रगीत गाना भी शुरू कर दिया. इसके बाद जब क्रोएशिया ने बराबरी का गोल दागा तो सभी खामोश हो गए. एक प्रशंसक ने कहा , हमने लंबे समय से ऐसा उतार चढाव नहीं देखा था. करीब तीन करोड़ लोग टीवी से चिपके हुए थे. घरों में , पब , बार, रेस्त्रां हर जगह बस मैच ही चल रहा था. पूरा देश एकजुट हो गया था.
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