FIFA World Cup : फाइनल आज, क्रोएशिया जीता, तो खिताब जीतनेवाला बनेगा नौवां देश
मॉस्को : युवाओं से भरी फ्रांस की टीम अपने स्टार किलियान एम्बाप्पे और एंटोइन ग्रिजमान के बूते रविवार को यहां होने वाले 2018 विश्व कप फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल में क्रोएशिया को पराजित कर दूसरी बार यह ट्रॉफी हासिल करना चाहेगी. हालांकि क्रोएशिया शानदार प्रदर्शन कर रही क्रोएशिया की टीम उलटफेर करने में सफल रही, […]
मॉस्को : युवाओं से भरी फ्रांस की टीम अपने स्टार किलियान एम्बाप्पे और एंटोइन ग्रिजमान के बूते रविवार को यहां होने वाले 2018 विश्व कप फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल में क्रोएशिया को पराजित कर दूसरी बार यह ट्रॉफी हासिल करना चाहेगी. हालांकि क्रोएशिया शानदार प्रदर्शन कर रही क्रोएशिया की टीम उलटफेर करने में सफल रही, तो वह खिताब जीतनेवाला नौवां देश बनेगा.
चार हफ्ते पहले टूर्नामेंट के शुरू होने के समय इस फाइनल की कल्पना कुछेक लोगों ने ही की होगी. लियोनल मैस्सी , क्रिस्टियानो रोनाल्डो और नेमार जैसे स्टार फुटबॉलर स्वदेश लौट चुके हैं , इसी तरह अंतरराष्ट्रीय मैचों में पारंपरिक रूप से ताकतवर टीमें जर्मनी , ब्राजील और अर्जेंटीना भी बाहर हो चुकी हैं. फ्रांस की टीम टूर्नामेंट की दूसरी सबसे युवा टीम है , जिसमें तेज तर्रार एम्बाप्पे की मौजूदगी उसके लिए प्रेरणादायी रही. वहीं क्रोएशियाई टीम भी लुका मोदरिच से प्रेरित है, जो इस समय दुनिया के सबसे बेहतरीन मिडफील्डर में शामिल हैं.
अर्जेंटीना क्लब में शामिल होगा फ्रांस
फ्रांस के पास 1998 के बाद दूसरा खिताब जीतकर अर्जेंटीना और उरूग्वे के साथ शामिल होने का मौका है. पिछली बार जब फ्रांस ने खिताब जीता था , तब डिडिएर डेस्चैम्प्स टीम के कप्तान थे और अब वह कोच हैं. इससे वह खिलाड़ी और मैनेजर के तौर पर खिताब हासिल करने वाले तीसरे खिलाड़ी बन सकते हैं.
ब्राजील ने जमायी धाक
दक्षिण अमेरिकी टीम ब्राजील को विश्व कप इतिहास की सबसे सफल टीम माना जाता है, जिसने सबसे ज्यादा पांच बार विश्व कप खिताब जीते हैं. इस टीम ने लंबे समय तक अपने दमदार खिलाड़ियों के दम पर ब्राजील को बुलंदियों पर बनाये रखा. 1958 में पहला विश्व कप जीतने के बाद उसने 1962, 1970, 1994 और 2002 में खिताब अपने नाम किया.
ये भी रहे हैं चैंपियन
जर्मनी : 1954, 1974, 1990 और 2014 में खिताब जीता
इटली : 1934,1938, 1982 व 2006 में चार बार विश्व कप अपने नाम किया.
अर्जेंटीना : 1978 व 1986, उरुग्वे 1930 व 1950 में विजेता बना
फ्रांस : 1998) में, इंग्लैंड 1966 में और स्पेन 2010 में चैंपियन बना.
फिट खिलाड़ियों को मिलेगी जगह: डालिच
मॉस्को : क्रोएशिया के कोच ज्लाटको डालिच रविवार को फ्रांस के खिलाफ खेले जाने वाले फुटबॉल विश्व कप के फाइनल में फिटनेस की समस्या से जूझ रहे खिलाड़ियों के कारण टीम में बदलाव करने को तैयार हैं. क्रोएशिया के पिछले तीनों मैच अतिरिक्त समय में पहुंचे थे , जहां खिलाड़ियों को डेनमार्क , रूस और इंग्लैंड के खिलाफ मैदान पर 120 मिनट तक रहना पड़ा था. क्रोएशिया पिछले 68 वर्षों में विश्व कप में पहुंचने वाला सबसे छोटा देश है. डालिच ने शनिवार को कहा कि रविवार को विश्व कप का फाइनल है. खिलाड़ियों को इसके मायने पता है. मुझे पता है कि अगर खिलाड़ी पूरी तरह फिट नहीं हुए, तो मुझे बता देंगे. उन्हें पता हैं, क्या दांव पर लगा है. अगर वह अपना सर्वश्रेष्ठ देने की स्थिति में नहीं होंगे, तो बता देंगे. उन्होंने कहा कि हमें अभ्यास की जरूरत नहीं है. हमें तरोताजा रहने के लिए आराम की जरूरत है. कुछ खिलाड़ियों को मामूली चोटें हैं. मुझे उम्मीद है कि मेरे खिलाड़ी तैयार होंगे. अगर ऐसा नहीं हुआ तो हमारे पास बेंच पर शानदार खिलाड़ी है,जो मैदान पर उतरने के लिए बेताब हैं.
फाइनल मैच देखने को तैयार हैं राष्ट्रपति
मॉस्को: फीफा वर्ल्ड कप में क्रोएशिया की टीम फाइनल में पहुंच कर खूब सुर्खियां बटोर रही है वहीं उसकी राष्ट्रपति भी फुटबॉल को लेकर अपने जुनून के चलते खबरों में बनी हुई हैं. अब क्रोएशिया की राष्ट्रपति कोलिंदा ग्राबर कितारोविक ने कहा कि वह फ्रांस के खिलाफ होने वाले फुटबॉल विश्व कप के फाइनल के लिए बेताब हैं. साथ ही देश के प्रशंसकों के मैच का साक्षी बनने के लिए पासपोर्ट की भारी मांग को देखते हुए स्थानीय अधिकारी तय समय से ज्यादा काम कर रहे हैं. क्रोएशिया ने बुधवार को मॉस्को में विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल मैच में इंग्लैंड को 2-1 से हराकर पहली बार फाइनल में जगह बनाई जिससे पूरे देश में त्यौहार सा माहौल बन गया है. राष्ट्रपति मैच देखने के लिए रूस जाएंगी.
-ब्राजील ने सबसे अधिक 5 बार जीता है खिताब लेकिन दबदबा यूरोप का
-20 विश्व कप अब तक आयोजित हो चुके हैं, जिसमें यूरोपीय टीमों ने सबसे ज्यादा 11 बार खिताब जीते हैं.
-09 बार दक्षिण अमेरिकी टीमों ने खिताबी जीते हैं. यूरोपीय और दक्षिण अमेरिकी कनफेडेरशन के अलावा केवल दो ही टीमें अब तक विश्व कप के सेमीफाइनल तक पहुंच पायी हैं.