मुंबई : अदाकारा सुरेखा सीकरी का कहना है कि लेखकों और फिल्मकारों को बुजुर्ग महिला अभिनेत्रियों को मजबूत किरदार देने चाहिए. दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकीं अदाकारा का मानना है कि अभिनेत्रियों को एक उम्र के बाद दमदार किरदार नहीं दिये जाते.
सीकरी (73) ने कहा, पटकथाएं हमारे आसपास क्या हो रहा है, उसे प्रतिबिंबित करती हैं. यह पितृसत्तात्मक दुनिया है, इसलिए फिल्मों में पुरुषों के किरदार अधिक होते हैं.
बुजुर्ग महिला अभिनेत्रियों को भी अधिक किरदार दिये जाने चाहिए. मेरी उम्र के लोगों को फिल्मों में पहले केवल नाम के लिए लिया जाता था, लेकिन अब चीजें बदल रही हैं.
साथ ही सीकरी (73) ने कहा कि कुछ अपवादों को छोड़ दें तो अब भी दादी-नानी के किरदार एक विचारधारा के अनुरूप ही लिखे जाते हैं. उनमें कुछ भी नया नहीं है.
पिछले कुछ वर्षों में चीजें बदली हैं (जो कि अच्छा है), लेकिन अधिक नहीं. ‘सलीम लंगड़े पे मत रो’, ‘ज़ुबेदा’ जैसी फिल्मों और धारावाहिक ‘बालिका वधू’ में अपनी बेहतरीन अदाकारी के लिए पहचाने जाने वाली अदाकारा ने कहा कि सिनेमा के लिए उनका प्रेम ही है जो उन्हें सेट (शूटिंग के लिए) पर जाने के लिए उत्साहित रखता है.
उन्होंने कहा, मुझे कैमरे के आगे अभिनय करने में मजा आता है. अभिनय एक ऐसी चीज है जो मैं उम्रभर करूंगी. अदाकारा की आगामी फिल्म ‘बधाई हो’ है. फिल्म में उनका किरदार परिवार की मुखिया का है. ‘बधाई हो’ की कहानी एक ऐसे सामाजिक मुद्दे पर आधारित है, जिसे धब्बा समझा जाता है.
फिल्म में आयुष्मान खुराना, सान्या मल्होत्रा, नीना गुप्ता, गजराज राव जैसे कलाकार भी हैं. इसमें आयुष्मान की मां बनी नीना गुप्ता गलती से गर्भवती हो जाती हैं. निर्देशक अमित शर्मा की यह फिल्म 19 अक्तूबर को बड़े पर्दे पर रिलीज होगी.