वरुण ग्रोवर ने यौन उत्पीड़न के आरोपों को किया खारिज, कश्यप और घेवान भी समर्थन में उतरे

मुंबई : लेखक एवं संगीतकार वरुण ग्रोवर ने अज्ञात महिला द्वारा लगाये गये यौन उत्पीड़न के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह ‘मी टू’ के खिलाफ उनकी आवाज को खामोश करने की कोशिश है. महिला ने खुद को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में उनकी जुनियर बताया है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए स्क्रीनशॉट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 9, 2018 8:12 PM

मुंबई : लेखक एवं संगीतकार वरुण ग्रोवर ने अज्ञात महिला द्वारा लगाये गये यौन उत्पीड़न के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह ‘मी टू’ के खिलाफ उनकी आवाज को खामोश करने की कोशिश है. महिला ने खुद को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में उनकी जुनियर बताया है.

सोशल मीडिया पर वायरल हुए स्क्रीनशॉट में महिला ने कहा कि घटना वर्ष 2001 की है, जब वह वार्षिक उत्सव के लिए एक नाटक पर काम कर रही थी. लैंगिक समानता पर अक्सर मुखर रूप से अपने विचार रखने वाले ग्रोवर ने इन स्क्रीनशॉट को झूठा और गुमराह करने वाला बताया है.

ग्रोवर ने ट्विटर पर लिखा, मैं पूरी तरह, स्पष्ट रूप से आरोपों को खारिज करता हूं. जिन स्क्रीनशॉट पर सवाल उठाये जा रहे हैं, वह असत्य, गुमराह करने वाले और अपमानजनक हैं. आरोपों को खारिज करते हुए दूसरे विस्तृत बयान में ग्रोवर ने कहा, साझा की सामग्री विसंगतियों से भरी है, झूठी हैं और विवरण की उस समय मेरे कॉलेज के नाटक में काम करने वाले या देखने वाले सैकड़ों अन्य छात्रों से आसानी से पुष्टि की जा सकती है.

ग्रोवर ने कहा कि इन अज्ञात स्क्रीनशॉट्स में समारोह से जुड़ी कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा, मैं इन्हें पूरी दृढ़ता से खारिज करता हूं. ऐसा प्रतीत होता है कि ‘मी टू’ अभियान के दौरान यह मेरी आवाज दबाने की कोशिश है. लेकिन, लंबे समय में यह एक ऐसी दलदल बन सकती है जो पूरे अभियान को डूबा देगी. ग्रोवर ने कहा कि वह किसी भी तरह की कानूनी या स्वतंत्र जांच के लिए भी तैयार हैं.

वेब सीरीज ‘सेक्रेड गेम्स’ के लेखन के लिए काफी लोकप्रियता बटोरने वाले ग्रोवर ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में किसी को आपत्तिजनक तरीके से नहीं छुआ है. इस नाटक या परिसर में कभी भी ऐसा कुछ नहीं हुआ. उन्होंने कहा, मुझे पता है कि मेरे बारे में ऐसे आरोपों को पढ़ना कई लोगों के लिए दुखद होगा और हो सकता है कि आप अभी इनपर भरोसा कर मुझसे दूरी बनाना चाहें. लेकिन मैं वादा करता हूं कि इस अपमानजनक साजिश से मैं बेदाग निकलकर आऊंगा. तब तक ‘मी टू’ अभियान को जिंदा रखें और इन बेकार के मामलों को आपके साहस को तोड़ने ना दें.

फिल्मकार अनुराग कश्यप और नीरज घेवान ने भी ग्रोवर का बचाव किया है. कश्यप ने लिखा, मैं इस व्यक्ति को काफी लंबे समय से जानता हूं, इसलिए मैं उनपर पर लगे किसी भी आरोप को मानने से इनकार करता हूं. पीड़ित पर विश्वास करें और उसके दावों की जांच करें और इस बात का भी ध्यान रखें कि इस अभियान को किसी के निजी हितों के चलते नुकसान ना होने दें. वहीं घेवान ने कहा, मैं उनको लंबे समय से जानता हूं. मैं मान नहीं सकता कि वह ऐसा कुछ कभी कर सकते हैं.

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