मुंबई : अभिनेता आलोक नाथ पर बलात्कार और उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली लेखिका-निर्देशक विन्ता नंदा ने कहा कि उन्हें अभिनेता का नाम लेने में कोई झिझक नहीं थी लेकिन उन्हें यह मालूम नहीं था कि 20 वर्षों तक उन पर गहरा असर डालने वाली यह घटना सोशल मीडिया पर इतना बड़ा मुद्दा बन जाएगी.
नंदा ने कहा कि उन्होंने अभी तक यह निर्णय नहीं लिया है कि उनका अगला कदम क्या होगा लेकिन उनका पहला कदम अपनी रक्षा करना है. उन्होंने कहा, मैंने 20 साल तक मुझ पर असर डालने वाली बात वर्षों से दबा कर रखी. यह घटना मेरी हर स्थिति के केंद्र में रही. मैंने एक लेखक और एक इंसान के तौर पर अपना विश्वास गंवा दिया.
इसने पूरी तरह मुझे बदल दिया. उन्होंने कहा, मैं चाहती हूं कि जिसने मेरे साथ ऐसा किया, उसे सजा मिले लेकिन मैं अभी कुछ नहीं कह रही क्योंकि मैं नहीं जानती मैं आगे क्या करने जा रही हूं. मैंने कोई योजना नहीं बनायी है. यह पूछे जाने पर कि उन्होंने सीधे तौर पर आलोक नाथ का नाम क्यों नहीं लिया, इस पर नंदा ने कहा कि ऐसा कोई डर नहीं था लेकिन वह विशिष्ट लोगों के समूह को संबोधित कर रही थीं.
नंदा ने कहा, यह मेरा निजी फेसबुक पेज है और मुझे इसके (घटना के) इतना बड़ा मुद्दा बनने की उम्मीद नहीं थी. यह मेरे, मेरे दोस्तों और रिश्तेदारों के बीच था तथा हर कोई जानता है कि कौन ‘संस्कारी’ है. इस पर हजारों टिप्पणियां आयीं और कई लोगों ने मुझसे पूछा कि वह व्यक्ति कौन है. उसका नाम लेने में कोई झिझक नहीं थी.
यह पूछा गया कि आलोक नाथ ने एक बयान में कहा कि वह शायद कोई और होगा. इस पर विन्ता ने उलट कर सवाल किया, क्या आपको लगता है कि वह इसे कबूल करेगा? नंदा ने कहा कि उन्होंने आलोक नाथ का पर्दाफाश करने का फैसला किया क्योंकि वह इस घटना को अपने तक सीमित रखने के लिए कसूरवार महसूस कर रही थीं.
उन्होंने दूसरों से अपनी आवाज उठाने के लिए कहा. उन्होंने कहा, मैंने इससे आगे कुछ नहीं सोचा है. मैं इसे ना बताने को लेकर कसूरवार महसूस कर रही थी. यह पहले से सोचा गया या नियोजित नहीं था. मैं देखूंगी कि आगे क्या होता है. कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है. मैं अपनी रक्षा करना चाहती हूं. अपनी पोस्ट में नंदा ने सबसे संस्कारी व्यक्ति कहलाने वाले आलोक नाथ पर 19 साल पहले एक से ज्यादा बार उनका बलात्कार करने का आरोप लगाया है.