नयी दिल्ली : अदाकारा रेणुका शहाणे का कहना है कि हिंदी सिनेमा में भले ही अब महिला उन्मुख शब्द लोकप्रिय हुआ हो, लेकिन टेलीविजन हमेशा से ही अभिनेत्रियों के प्रभुत्व वाला माध्यम रहा है चाहे उसका विषय प्रगतिशील हो या प्रतिगामी.
अदाकारा ने फोन पर एक साक्षात्कार में कहा कि चाहे प्रगतिशील हो या प्रतिगामी, टीवी हमेशा से महिलाओं का माध्यम रहा है. इस हिसाब से, मैंने फिल्मों की तुलना में टीवी पर अधिक काम किया है.
1980 और 1990 के दशक में श्रीदेवी को छोड़कर महिलाओं को मुख्य किरदार नहीं दिये जाते थे. उन्होंने कहा कि टेलीविजन के स्वर्ण काल में मुझे कई अच्छे किरदार निभाने को मिले.
जब धारावाहिकों का दौरा आया और उसने टीवी का पूरा कायापलट कर दिया. इसलिए मैंने उस समय टीवी से थोड़ी दूरी बनाने की ठानी. आज भी इस पर महिलाओं का बोलबाला है. लेकिन मैं प्रगतिशील किरदारों को महत्व देती हूं, जो टीवी पर कम ही देखने को मिलते हैं.