गीतकार – गायक और संगीतकार गुरु रंधावा पिछले दो सालों में संगीत की दुनिया का खास नाम बन चुके हैं. उन्हें इस बात की खुशी है कि बॉलीवुड नहीं बल्कि इंडिपेंडेंट म्यूजिक के ज़रिए उन्होंने यह पहचान बनायी है. वह इनदिनों सिंगिंग रियलिटी शो लव मी इंडिया में बतौर जज नज़र आ रहे हैं. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत
अब तक के सफर के बारे में कुछ बताइए ?
मैं पंजाब के गुरदासपुर से हूं. बचपन से ही मैं गा रहा हूं. मैंने स्कूल में गाना शुरु किया. घर पर शादी होती थी तो गाता था. मैंने कभी म्यूजिक सीखा नहीं बस सुन-सुनकर गाने लगा था. मैं गुरदास मान, अताउल्लाह खान साहब को सुनता था. हम हिंदी म्यूजिक को ज्यादा नहीं सुनते थे. इन्हें ही सुनता था हां कोई हिंदी का गाना बहुत पॉपुलर हैं कि वो रेडियो पर आ रहा है तो उसे सुन लेता था. जब दिल्ली आया तो यहां आकर हिंदी गानों से मेरा जुडाव हुआ क्योंकि यहां पंजाबी गाने कोई सुनता नहीं था. मैंने कैलाश खेर को सुनना शुरू किया फिर ऐसे करते-करते लाइव शो करने लगे. मैं ऐसे किसी के साथ चला जाता था. किसी शो का ओपन शुरु कर देता था. जितने भी पैसे मिल जाए खुश हो लेता था. मैं अपने गाने खुद लिखता, बनाता और गाता था. जिस वजह से मेरे पास बहुत सारा कंटेंट पहले से था. लाइव करते हुए कुछ लोगों के साथ लिंक बनता चला गया. 2015 में टीसीरीज के साथ मैंने पहला गाना ‘पटोला’ किया था. वो गाना सुपरहिट हुआ जिसके बाद टीसीरीज ने मुझे साइन कर लिया. उसके बाद मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. मैं अभी भी टीसीरीज का साइन आर्टिस्ट हूं.
क्या आपको लगता है कि किसी कंपनी से अनुबंध होने से उसके नुकसान भी होते हैं ?
आपने मेरी ग्रोथ देखी ना. यह पूरी तरह से आर्टिस्ट और कंपनी पर निर्भर करता है. अगर आप अच्छे हैं तो कोई आपके साथ क्यों बुरा करेगा. टीसीरीज के साथ मैंने बहुत कुछ सीखा है. मैंने कई बडे हिट्स दिए है टीसीरीज लेबल के साथ. टीम में काम करना जरुरी है. अकेला पैसे बनाऊं और खाऊं. उससे अच्छा है कि मिलकर पैसे बनाएं और खाएं.
आप अपनी सफलता का क्रेडिट किस्मत को देंगे या अपने टैलेंट को ?
मैं भगवान को श्रेय देना चाहूंगा. मुझे लगता है कि भगवान ही किसी चीज को हिट बनाता है. अभी मेरा नया रियेलिटी सिंगिंग शो आया है ‘लव मी इंडिया’. इस तरह के कई शो आपको टेलिविजन पर दिखेंगे. हम भी सबकी तरह बोलेंगे कि हमारा शो बेस्ट है लेकिन भगवान चाहेगा तो वो शो हिट होगा. उसे जो बेस्ट लगेगा वो उसे हिट कराएगा. इसी तरह गाने और इंसान पर भी निर्भर करता है. गाने तो रोज सौ आते हैं. फिल्मों में भी आठ गाने होते हैं लेकिन हिट दो ही होते हैं. इंसान बस कोशिश कर सकता है. करता वो उपर वाला है. मैं यहां ये भी कहूंगा कि मेरे गाने या शो में किसी दूसरे इंसान की दुआएं या रेखाएं काम कर गयी. भगवान उसे आगे बढ़ाना चाहता है . उसके साथ मैं भी बढ़ रहा हूं. मेरा भी नाम हो रहा है.
अक्सर कहा जाता है कि ऐसे रियलिटी शो बच्चों पर बुरा प्रभाव डालते है बहुत सारे बच्चे असफलता से डील नहीं कर पाते ?
वो खुद ही आ रहे हैं. उनके माता पिता उनको लेकर आ रहे हैं. आपको कुछ मिलरहा है तो आपको कुछ न कुछ खोना भी पड़ता है. आप यहां आ रहे हैं चैनल, जज. मेंटर सब मिलकर आप पर काम कर रहे हैं. सिंगर बनना है तो स्टेज पर जाना ही होगा. प्रेशर झेलना भी होगा. वैसे इस शो में हम आपको किसी गाने को कॉपी करके सिर्फ गाना नहीं सीखा रहे हैं बल्कि गाना कैसे बनता है ये भी बता रहे हैं.
आपने कभी किसी सिंगिंग रियलिटी शो से शुरुआत करने की नहीं सोची ?
मैंने कभी नहीं सोचा नहीं. टीवी हमारे घर में बहुत देर से आया 2001 में आया था. मैं ज्यादातर ओरिजिनल म्यूजिक से जुड़े प्रोग्राम ही देखना पसंद करता था. हां मैं चाहता था कि मैं टीवी पर आऊं।कैसे वो पता नहीं था. उस वक़्त शक्तिमान आता था।
बॉलीवुड में कई सिंगर्स पंजाब से हैं रफ्तार, बादशाह, हनी सिंह. ऐसे में आप अपना मुकाम बना पाएंगे ?
मुझे बॉलीवुड की चाह नहीं थी. हाइ रेटेड, शूट सूट सब बाद मैं फिल्मों से जुड़े. पहले सिंगल के तौर पर लोकप्रिय थे. गाना ही आना है ना स्टैंप क्या होती है बॉलीवुड हो या पंजाब. पंजाब के गाने भी बॉम्बे मेंचलते हैं. बिहार के गाने भी बॉम्बे में सुपरहिट हैं. बस आप क्या चीज सुन रहे हैं . ये मायने रखता है. इसमे कोई बैरियर नहीं है. मैं भारत के लिए काम करता हूं. पूरे भारत के लिए म्यूजिक बनाता हूं. उसमे बॉलीवुड साथ जुड़ता है तो गुड है नहीं जुड़ता तो भी गुड़ है. वैसे मेरा घर गांव में है. ऐसी जगह पर है जहां से पाकिस्तान मात्र ४ किलोमीटर की दूरी पर है.
आपके क्या सुनना पसंद करते हैं और आपके आइडल कौन हैं ?
मैं गाने नहीं फिलहाल साउंडट्रैक सुन रहा हूं. उसमे कोई गीत नहींहोता है सिर्फ संगीत होता है. उससे मुझे बहुत बड़ी दुनिया मिलती है नया गाना लिखने के लिए. अपने आपको फिर किसी दायरे में नहीं बांधता क्योंकि गीत वाले गाने में बात खूबसूरती की हुई तो मैं खूबसूरती में अटक जाऊंगा. कहीं पर बात डांस पर हो रही है तो मैं डांस में अटक जाउंगा इसलिए मैं इंस्टूमेंट सुनता हूं ताकि मैं कुछ भी लिखूं, खुला मैदान है. जहां तक आइडल की बात है तो इंटरनेशनल बैकग्राउंड स्कोरर हान्स जिमर मेरे आइडल हैं. वे 66 साल के हैं वो आज भी सक्रिय हैं. इन्सेप्शन ,सुपरमैन सहित कई फिल्मों में उनका बैकग्राउंड स्कोर रहा है. मैं उनके जैसा बनना चाहता हूं.
आपने संगीत की कोई विधिवत ट्रेनिंग नहीं ली है, एक बार सोनू निगम ने कहा कि सीखना एक सिंगर के लिए बहुत जरुरी है ?
एक सिंगर के लिए है ना. हर एक सिंगर अलग अलग होते हैं. सोनू निगम पा जी बहुत सीखे हुए हैं. वो अलग जोनर के हैं. हम जो हैं अलग जेनेरेशन के है. अभी बॉलीवुड में भी बहुत सीखे हुए लोग हैं. मैं जिस बैकग्राऊंड से आता हूं. मैं स्वतंत्र म्यूजिशियन हूं. अगर सुर नहीं लग रहा है जो उनको चाहिए तो मुझे उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. मैं चाहता हूं कि गाना वो बनें. जो पूरी दुनिया गाए. गाने गुनगुनाने वाला हो. ऐसा न हो कि आम जनता बोले कि ये सुर लग ही नहीं पा रहा है. बन जा मेरी रानी.. ये गाना बच्चे भी गाओ बूढे भी. तैनू सूट सूट करदा भी ऐसा है.
हनी सिंह एक वक्त बहुत बड़ा नाम थे लेकिन गलत आदतों ने उन्हें इन सबसे दूर कर दिया ?
स्टारडम हावी नहीं होता है समय होता है. वरना कोई बंदा चाहेगा. इतना नाम ,शोहरत छोड़कर घर पर बैठना सबकुछ लिखा है. मैं एक आर्टिस्ट के तौर पर उन्हें बहुत पसंद करता हूं. मेरी जब भी उनसे बात होती है मैं कहता हूं आपका इंतजार कर रहा हूं. आपके यो यो सुनने को बेकरार हूं. जितना ज्यादा हम इंडिपेंडेंट आर्टिस्ट म्यूजिक देंगे.उतना ज्यादा अच्छा होगा. आप विदेश में जाओ इंटरनेशनल लेवल पर वहां यह इंडिपेंडेंट देशी गाने बज रहे होते है. बॉलीवुड नहीं।यह हमारा योगदान है. हनी पा जी ने ही इंडिपेंडेंट म्यूजिक का इतना बड़ा मार्केट बनाया है कि हम उसमे फिट हो गए है