ए आर रहमान को आते थे आत्महत्या के ख्याल, जानें क्यों
ऑस्कर विजेता और देश के मशहूर संगीतकार एआर रहमान का नाम आज दुनियाभर में मशहूर है. लेकिन इस मुकाम को हासिल करना उनके लिए आसान नहीं था. रहमान के जीवन में एक ऐसा भी वक्त आया था जब उन्होंने खुदकुशी का मन बनाया था. हाल में रहमान ने अपनी जिंदगी को लेकर कई चौंकानेवाले खुलासे […]
ऑस्कर विजेता और देश के मशहूर संगीतकार एआर रहमान का नाम आज दुनियाभर में मशहूर है. लेकिन इस मुकाम को हासिल करना उनके लिए आसान नहीं था. रहमान के जीवन में एक ऐसा भी वक्त आया था जब उन्होंने खुदकुशी का मन बनाया था. हाल में रहमान ने अपनी जिंदगी को लेकर कई चौंकानेवाले खुलासे किये. एआर रहमान की प्रतिभा सामने आने से पहले उनके जीवन में ऐसा भी समय आया था जब वे खुद को असफल मानते थे और लगभग हर दिन खुदकुशी के बारे में सोचा करते थे.
रहमान ने इंटरव्यू में कहा,’ 25 साल तक मैं खुदकुशी करने के बारे में सोचता था. हममें से ज्यादातर महसूस करते हैं कि यह अच्छा नहीं है. क्योंकि मेरे पिता का इंतकाल हो गया था तो एक तरह का खालीपन था… कई सारी चीजें हो रही थीं.’
उन्होंने आगे बताया कि,’ लेकिन इन सब चीजों ने मुझे और निडर बना दिया. मौत निश्चित है. जो भी चीजें बनी है उसके इस्तेमाल की अंतिम तिथि निर्धारित है तो किसी चीज से क्या डरना.’
संगीतकार ‘नोट्स ऑफ ए ड्रीम : द ऑथराइज्ड बायोग्राफी ऑफ एआर रहमान’ (Notes of a Dream: The Authorized Biography of AR Rahman) में अपने मुश्किल दिनों और अन्य घटनाओं के बारे में बात की. इस पुस्तक को कृष्ण त्रिलोक ने लिखा है. पुस्तक का विमोचन शनिवार को यहां किया गया. बता दें, बॉलीवुड के मशहूर संगीतकार एआर रहमान का जन्म 6 जनवरी 1966 में चेन्नई में हुआ था.
रहमान ने फिल्म ‘स्लमडाग मिलिनेयर’ में अपने संगीत के लिए दो बार ऑस्कर पुरस्कार जीतकर नया इतिहास रच दिया है. रहमान को अब तक बतौर संगीतकार दस बार फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. इसके अलावा उन्हें चार बार राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.
रहमान ने शास्त्रीय संगीत, कर्नाटक संगीत और आधुनिक संगीत का मिश्रण कर श्रोताओं को एक अलग संगीत देने का प्रयास किया. अपनी इन्हीं खूबियों कारण वे कई निर्माता-निर्देशकों के चहेते बन गये और उन्हें अपनी फिल्मों में संगीत देने के लिए पेशकश की.