दो साल के अंतराल के बाद कॉमेडियन सुनील ग्रोवर ‘कानपुर वाले खुरानाज’ शो से टीवी पर वापसी करने जा रहे हैं. कॉमेडी में एक ब्रांड बन चुके सुनील ईश्वर के शुक्रगुजार हैं.वह कहते हैं कि मुझे खुशी है कि उनके इस काम से लोगों का स्ट्रेस कम होगा. वह यह भी कहना नहीं भूलते कि आर्टिस्ट के तौर पर मैं संतुष्ट नहीं हूं. अभी बहुत कुछ एक्सप्लोर करना बाकी है. सुनील ग्रोवर की उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश.
-‘कानपुर वाले खुरानाज’ बहुत हद तक शो का फॉरमेट द कपिल शर्मा शो की तरह ही है.
फॉरमेट क्या वो तो पूरी तरह से चैनल का निर्णय होता है.वो रिसर्च करते हैं कि क्या लोगों को देखना है. उसको करना न करना मेरी क्वालिटी है. मेरी टाइमलाइन में यह शो फिट बैठ रहा था. आठ हफ्ते का ये शो है. भारत की शूटिंग में अभी गैप था और चैनल मेरी सुविधा अनुसार एडजस्ट करने को भी तैयार था. मुझे लगा कि जीजा साली का माहौल है जो शो में. मंै उसे करते हुए इंज्वा्रय करुंगा।मेरे बहुत सारे कजिन्स हैं इसलिए मैंने कई जीजाओ को देखा है।उनको यहां उतारने का मौका मिलेगा।अगर वो लोग पूछेंगे तो किसी को सहारनपुर वाले जीजा का नाम बता दूंगा उनको किसी और का. फिर जो को आर्टिस्ट है शो में. मेरे परिचित हैं. दो साल से मैंने टीवी रेग्युलर नहीं कर पा रहा था लगा कि इस बार करते हैं.
-खबरें आयी थी कि द कपिल शर्मा शो के लिए सलमान खान आप और कपिल में पैचअप करवाकर उस शो में दोनों को साथ लाना चाहते थे
सलमान उस शो के प्रोडयूसर हैं. बात हुई थी उनसे. उन्होंने कहा था कि सोच के बताना देख लो. मैंने भाई को कहा कि सोच लेता हू थोड़ा सा देख लेता हूं तभी मुझे ये आॅफर मिला. प्रैक्टिकल रूप से मैं यही शो कर सकता था. सलमान भाई बहुत अच्छे हैं. वो चीजों को समझते हैं.
-कपिल की शादी में आप जानेवाले हैं ?
हां मैं जाऊंगा. उनको मेरी तरफ से सुखी वैवाहिक जीवन की बहुत सारी शुभकामनाएं. वह ऐसे ही लोगों को हंसते रहें. मैं चाहता हूं कि उनका कॉमेडी शो भी खूब चले.
-आपके हाथों में रत्नों वाली ये अंगूठियां शो का हिस्सा हैं?
लोगों को लगेगा कि मेरे लुक का हिस्सा है, लेकिन ये मेरे अपने हैं. मेरे एक दोस्त के पिता है शर्मा जी. जो ज्योतिष हैं. उन्होंने मुझे ये स्टोन पहनने की सलाह दी. हालांकि मुझसे रिंग पहना नहीं जाता था.सिर्फ मैं हाथों में बैंड पहनता हूं और कुछ नहीं, लेकिन उनके कहने पर मैंने पहनी. फिल्म पटाखा में मैंने जो रिंग पहनी थी. वो भी मैंने प्रोडक्शन टीम से मांगकर ले ली उतारी नहीं. वैसे भी तांबा पहनना अच्छा माना जाता है.
-आप निजी जिंदगी में पैसे को कितना महत्व देते हैं?
मनी जरुरी है, लेकिन मेरी जिंदगी का अल्टीमेट गोल नहीं है. जाना तो आखिरकार खाली हाथ है. हां अभी पैसे आ रहे हैं तो कुछ शौक पूरे करता हूं. मुझे घूमने फिरने का शौक है तो कहीं गए तो अच्छी जगह ठहरो. खाने पीने का शौक नहीं है. वो सिंपल ही पसंद है. हां कपडे महंगे खरीदता हूं.
-परदे की आपकी छवि से हम परिचित हैं निजी जिंदगी में आप कैसे इंसान हैं?
मैं बहुत सिंपल इंसान हूं. मैं नॉर्मली बोरिंग इंसान हूं. लोगों को लगता है कि टीवी पर आकर इतना हंसाता है तो हमेशा हंसाता ही होगा. कई लोग मुझसे आकर सिर्फ इसलिए दोस्ती करते हैं. उन्हें लगता है कि यह बहुत हंसायेगा. मैं निजी जिंदगी में अलग-अलग पहलुओं पार बात करना पसंद करता हूं.
-आपकी सफलता पर आपकी फैमिली का क्या कहना है?
मेरी पत्नी और बेटा लाइमलाइट से दूर ही रहते हैं. मैं खुद ज्यादा पार्टी में जाना पसंद नहीं करता हूं. कभी कभार जाता हूं तो वो लोग भी साथ होते हैं. मेरी पत्नी इंटीरियर डिजाइनर हैं. सबसे ज्यादा काम अपने घर पर करती हैं. कुछ महीने में इंटीरियर बदल जाता हैं. मेरी मां कहती हैं कि तेरे चक्कर में मैं और बिजी हो गयी हूं.
-सलमान खान के साथ फिल्म भारत की शूटिंग के अनुभव कैसा है?
हमलोग भारत की शूटिंग माल्टा, अबू धाबी में कर रहे हैं. बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है. बहुत मजेदार अनुभव रहा है. नयी जोन और जोनर है. बडे स्केल की फिल्म है. बहुत सारा पैसा लगाया गया है. सलमान ने मुझे लवयात्री के लिए पहले फोन किया था. वो मामाजी वाले रोल के लिए, लेकिन मैं उस वक़्त उसे नहीं कर पाया. भारत के लिए उनके आॅफिस से फिर फोन आया तो मैं तुरंत राजी हो गया.
-फिल्म पटाखा में आपके काम को सराहा गया, लेकिन फिल्म नहीं चल पायी.
फिल्म चलना न चलना है. वो ईश्वर के हाथ में है. वो मेरा प्रेशर नहीं है. मुझे विशाल जी के साथ काम करना था. उसका अनुभव काफी मजेदार था. मैं फिर से उनके साथ काम करना चाहूंगा. उनका आर्टिस्टिक अप्रोच है.