नाम, प्रसिद्धि और उम्मीदों पर खरी उतरने के साथ ही तापसी पन्नू को यह भी विश्वास हो चला है कि वह फिल्मों के चयन को लेकर दर्शकों की आलोचना का शिकार नहीं होंगी.
वर्ष 2018 में चार हिन्दी फिल्मों- ‘दिल जंगली’, ‘सूरमा’, ‘मुल्क’ और ‘मनमर्जिया’ और एक तेलुगू फिल्म ‘नीवेवारो’ में अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाली पन्नू का मानना है कि पिछला वर्ष ‘महत्वपूर्ण’ था क्योंकि इसने उसके विश्वास को और भी अधिक बढ़ा दिया.
अभिनेत्री ने कहा, यह विश्वास है जो मैंने वर्षों में हासिल किया है. कुछ फिल्मों के साथ, आप जानते हैं कि वे मुझे गालियां नहीं देंगे. मेरी अधिकांश फिल्मों में, मेरे पास बहुत आत्मविश्वास है.
पन्नू ने यहां एक साक्षात्कार में कहा, 2018 मेरे लिए, अपने चयन में आत्मविश्वास रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण वर्ष था, जो अब मेरे पास है. मुझे पता है कि मेरा रास्ता ऐसा है कि जब तक मैं अपने दर्शकों को आश्चर्यचकित कर रही हूं, तब तक वे मुझसे प्यार करने वाले हैं.
जिस दिन मैं भविष्यवाणी करने लगूंगी, यह मेरा पतन होगा. इसलिए मैं उस रास्ते पर चल रही हूं. उन्होंने कहा, मैं यह सुनिश्चित करना चाहती थी कि मैं बहुत सारी फिल्में करूं क्योंकि इसके बाद मुझे खुद को दोहराने का डर होगा. यह हर साल अलग-अलग फिल्में करने का सुनियोजित फैसला था.
उनकी पहली मिस्ट्री थ्रिलर ‘बदला’ में वह फिर से अपनी फिल्म ‘पिंक’ के सह-कलाकार अमिताभ बच्चन के साथ जुड़ी है. ‘बदला’ इस शुक्रवार को रिलीज होगी.