सोशल : अनुच्छेद 370 और धौनी, अब डल झील में छठ मनायेंगे…ठीक है!
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने की राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह के सिफारिश के बाद से ही सोशल मीडिया पर इस फैसले की जमकर प्रतिक्रिया होने लगी. केंद्र सरकार के इस निर्णय पर सोशल मीडिया पर लोगों ने सुबह से ही जमकर हौसला अफजाई की. फेसबुक, ट्विटर के साथ ही व्हाट्स एप […]
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने की राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह के सिफारिश के बाद से ही सोशल मीडिया पर इस फैसले की जमकर प्रतिक्रिया होने लगी. केंद्र सरकार के इस निर्णय पर सोशल मीडिया पर लोगों ने सुबह से ही जमकर हौसला अफजाई की. फेसबुक, ट्विटर के साथ ही व्हाट्स एप पर तरह-तरह के मैसेज जमकर वायरल होने लगे. इसमें बिहारी ह्यूमर भी दिखा और उसी के हिसाब से प्रतिक्रियाएं भी देखने को मिली. किसी ने बिहारियों को वहां भेज कर पाकिस्तान को कंट्रोल में रख देने की बात कही तो किसी ने छठ पूजा डल झील पर मनाने की बात की. कोई वहां प्लॉट बेचने लगा तो कोई इसे सोमवार से जोड़कर अपनी बात कहने लगा. किसी ने अमित शाह को मोटा भाई प्रोपर्टी डीलर बना दिया तो किसी ने कहा कि थोड़ा धैर्य रखो हो सकता है कि कुछ दिनों के बाद पीओके में इससे भी सस्ता प्लॉट मिल जाये.
पीएम मोदी की तस्वीर भी वायरल
ट्विटर पर कुछ लोगों ने पीएम नरेंद्र मोदी की उस तस्वीर को भी ट्विट किया जिसमें पीएम मोदी धरने पर बैठे थे और उनके पीछे लगे बैनर पर लिखा था धारा 370 हटाया जाये. कई लोग मीम्स बनाकर भी उसे फारवर्ड कर रहे हैं. लोगों ने केंद्र सरकार के फैसले पर अपनी प्रतिक्रियाएं दीं हैं. संसद का सत्र शुरू होने के बाद ट्वीटर पर अनुच्छेद 370 टॉप ट्रेंड में आ गया था.
सर्वाधिक चर्चित मैसेज रहे जिन्हें लोगों ने खूब शेयर किया
श्री श्री डल झील पूजा समिति आपका स्वागत करती है, करती रहेगी: बिहार राज्य मेमे प्राधिकरण
अब डल झील में छठ मनाएंगे ठीक है
कोई अनुच्छेद 370 को भी धौनी के फिनिशर होने से जोड़ दो
शाह डेवलपर्स का शानदार ऑफर: प्लॉट ही प्लॉट, सस्ते किस्त देकर अपने घर बनाएं
कश्मीर में प्लॉट लेने में कोई जल्दबाजी न करें, क्या पता पीओके में सस्ता मिल जाए, धैर्य रखें
कॉन्फिडेंस की भी हद होती है अभी-अभी एक प्रॉपर्टी डीलर का फोन आया, कश्मीर में प्लाॅट चाहिए तो बतलाए
सावन का पहला सोमवार-चंद्रयान-2, सावन का दूसरा सोमवार- 3 तलाकमुक्त, आज सावन का तीसरा सोमवार- 370-35ए, हर हर महादेव
एक विधान, एक प्रधान, एक निशान. कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक हुए हम