KBC काे ”हां” कहने के लिए अमिताभ ने लिया था तीन महीने का समय, लंदन जाकर समझे शो का कंसेप्ट
नयी दिल्ली : महानायक अमिताभ बच्चन को ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के लिए राजी करना बहुत मुश्किल था और केबीसी की टीम को अमिताभ को बाकायदा लंदन ले जाकर समझाना पड़ा था कि यह किस तरह का धारावाहिक होगा. अमिताभ ने पहली बार संपर्क किये जाने के तीन महीने बाद धारावाहिक की मेजबानी के लिए हामी […]
नयी दिल्ली : महानायक अमिताभ बच्चन को ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के लिए राजी करना बहुत मुश्किल था और केबीसी की टीम को अमिताभ को बाकायदा लंदन ले जाकर समझाना पड़ा था कि यह किस तरह का धारावाहिक होगा.
अमिताभ ने पहली बार संपर्क किये जाने के तीन महीने बाद धारावाहिक की मेजबानी के लिए हामी भरी थी. एक नयी पुस्तक ‘द मेकिंग ऑफ स्टार इंडिया: द अमेजिंग स्टोरी ऑफ रूपर्ट मर्डोक्स इंडिया एडवेंचर’ में इस घटना का जिक्र है.
टीवी चैनल ‘स्टार’ की टीम जब साल 2000 की शुरुआत में धारावाहिक पर काम कर रही थी, तो उसने इसकी मेजबानी के लिए अमिताभ से संपर्क किया, लेकिन अमिताभ असमंजस में दिखाई दिये. वह धारावाहिक की मेजबानी के लिए एकमात्र पसंद थे.
उस समय अमिताभ 57 वर्ष के थे और उनकी ज्यादातर फिल्में अच्छा नहीं कर रही थीं, इसके बावजूद उनका नाम लगभग हर भारतीय की जुबान पर था.
अमिताभ को मनाने की प्रक्रिया में समीर नायर, सिद्धार्थ बासु, अमिताभ के एजेंट सुनील दोषी, दीपक सहगल, रवि मेनन (प्रोग्रामिंग टीम के सदस्य) और सुमंत्रा दत्ता उन्हें यह समझाने लंदन ले गए कि धारावाहिक किस तरह का होगा.
पुस्तक के अनुसार, अमिताभ ने लंदन में पूरा एक दिन केबीसी की यूके संस्करण ‘हू वॉन्ट्स टू बी ए मिलियनेयर’ के सेट एल्स्ट्री स्टूडियोज में बिताया. उस कार्यक्रम के मेजबान क्रिस टेरंट थे.
अमिताभ ने धारावाहिक को समझकर केबीसी पर विचार किया और तीन महीने तक जद्दोजहद के बाद केबीसी की मेजबानी करने के लिए हामी भरी. इस पुस्तक में भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग को आकार देने वाली कंपनी स्टार की कहानी बयां की गई है.
पुस्तक लिखी है वनीता कोहली-खांडेकर ने और इसे पेंग्विन रैंडम हाउस इंडिया ने प्रकाशित किया है.