Exclusive: प्रभात खबर से बोले सुखविंदर सिंह- भगत सिंह, नेताजी, आजाद को मिले भारत रत्न तब ही लूंगा सरकारी अवार्ड
बॉलीवुड के प्रसिद्ध गायक सुखविंदर सिंह कहते हैं कि जब सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद जैसे शहीद को भारत रत्न नहीं मिल जाता, वे कोई सरकारी अवार्ड ग्रहण नहीं करेंगे. ये लोग भरत के रत्न हैं. मैं जमीन से जुड़ा हुआ हूं. किसी भी चीज को सीरियस से अधिक सिंसियर होकर निभाता हूं. […]
बॉलीवुड के प्रसिद्ध गायक सुखविंदर सिंह कहते हैं कि जब सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद जैसे शहीद को भारत रत्न नहीं मिल जाता, वे कोई सरकारी अवार्ड ग्रहण नहीं करेंगे. ये लोग भरत के रत्न हैं.
मैं जमीन से जुड़ा हुआ हूं. किसी भी चीज को सीरियस से अधिक सिंसियर होकर निभाता हूं. दर्शक को अपनी आंखों के सामने अौर दिल के करीब देखना पसंद करता हूं. उक्त बातें सुखविंदर सिंह ने प्रभात खबर के विशेष संवाददाता संजीव सिंह से खास बातचीत में कही. सुखविंदर झारखंड के स्थापना दिवस समारोह में प्रोग्राम करने रांची आये हुुए हैं.
कामयाब लोग के साथ रहें, खुद तरक्की करेंगे
सुखविंदर सिंह कहते हैं : कामयाब लोग के साथ बैठिए, खुद तरक्की करेंगे. एक समय मुझे बिहार अौर झारखंड को लेकर डराया जाता था. यह तकरीबन 12 से 13 वर्ष पहले की बात होगी. मैंने भी सोचा कि क्यों नहीं पर्सनली जाकर इन जगहों को करीब से देख कर आऊं.
बिना किसी को बताये पहले बिहार के राजगीर पहुंचा. उसके बाद पटना अौर रांची. बिना किसी सुरक्षा के खूब भ्रमण किया. नजदीक से देखा, तो बहुत अच्छा लगा. सुखविंदर ने खुलासा किया : राजगीर जाने का मेरा खास मकसद इसलिए था कि वहां का नाम वेस्टइंडीज में सुना था. एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि रांची में मेरा यह पांचवा कार्यक्रम है. इसके पहले प्रभात खबर के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रांची आया था. खेलगांव में दर्शकों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. हर कोई मेरे गाने पर झूम रहा था.
हिंदी, पंजाबी अौर तमिल में गाना गानेवाले सुखविंदर सिंह का मानना है कि फिल्म वाले से ज्यादा गिरगिट भी रंग नहीं बदल सकता है. कहने का मतलब है कि एक कलाकार ही कई अभिनय से लोगों का मनोरंजन कर सकता है. मनोरंजन मेरी पहली प्राथमिकता है.
हर प्रोग्राम में 10 से 15 मिनट देश के शहीदों के लिए बोलता हूं. सुखविंदर कहते हैं कि उनका नया एलबम रू-रू-रू आनेवाला है. शमशेरा, आधारकार्ड फिल्म में गाने आ रहे हैं. वे कहते हैं : किसी प्रोग्राम में जब कोई पुरस्कार मिलता है, तो म्यूजिक डायरेक्टर का कद्र करते हुए उन्हें सुपुर्द करता हूं, क्योंकि उनके धुन से ही गाने को जीवन मिलता है.
सेहत का ख्याल रखें युवा
सुखविंदर सिंह झारखंड के युवाओं से कहते हैं कि अपनी सेहत पर जरूर ध्यान दें. योग करें. फास्ट फूड से बचें. यह आपकी मंजिल तक बढ़ने का रास्ता दिखायेगा. किसी भी बात को समझाने के तरीके को मनोरंजक बनायें. अपनी आय का कुछ हिस्सा लोगों की मदद व समाज व देश के लिए जरूर खर्च करें, वह आपको आगे व स्थायी रखने में मददगार होगा.
एक राजनीतिक सवाल पर सुखविंदर ने कहा कि कश्मीर से धारा 370 हटाने का निर्णय अच्छा रहा. रैंप, हिपहॉप के बढ़ते प्रभाव पर उन्होंने कहा : इसका एक अलग वर्ग है, लेकिन एक तितली भी गंदगी के ढेर पर नहीं बैठती है. गाने वही याद अौर पसंद किये जाते हैं, जो दिल में उतर जायें. अंत में शादी कब करेंगे के सवाल पर सुखविंदर झेंप गये अौर फिर हंसते हुए कहा कि वह जल्द ही शादी करेंगे. हालांकि यह उनके लिए बम फोड़ने जैसा अौर दुख भरा
सवाल रहा.
सुखविंदर सिंह कहते हैं : झारखंड स्पोर्ट्स के मामले में काफी सुखी है. धौनी बहुत ही रिस्पेक्टबल पर्सन हैं. यहां के युवाअों में काफी प्रतिभा है. कई धौनी निकलेंगे. उन्होंने कहा : मेरे जीने का तरीका अलग है.
मैं कभी भी करियर को हद तक प्यार नहीं करता, बल्कि संगीत से प्यार करता हूं. इससे जुड़ा हूं अौर प्रैक्टिस करता रहता हूं. मैं अहंकार नहीं करता. पूर्व प्रधानमंत्री की उन बातों को मैं सदा याद रखता हूं, जिसमें कहा था कि सबसे ऊंचा पहाड़ सबसे अकेला होता है.
यह बात मेरे जीवन के लिए सीख बन गयी. सुखविंदर कहते हैं : मैं फिल्में देखने भी जाता हूं अौर लाइन लग कर लंगर में भी शामिल होता हूं. खेल से मेरी खास रुचि रही है. देहरादून में 100 मीटर रेस का धावक रह चुका हूं. उन्होंने कहा कि किसी भी शो में उनके गाने की कोई प्लानिंग नहीं होती है. बस माहौल देखता हूं अौर च्वाइस समझते हुए म्यूजिशियन को इशारा कर देता हूं.