तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पर टिप्पणी से नाराज अन्नाद्रमुक ने रजनीकांत पर साधा निशाना
चेन्नई : अभिनेता रजनीकांत ने कहा है कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने इस पद पर पहुंचने के बारे में “सपने में भी नहीं सोचा होगा” और उन्होंने इस पद पर अन्नाद्रमुक नेता की पदोन्नति को “चौंकाने वाला” करार दिया. राजनीति में आने का ऐलान कर चुके अभिनेता के सामने 2021 में होने वाले […]
चेन्नई : अभिनेता रजनीकांत ने कहा है कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने इस पद पर पहुंचने के बारे में “सपने में भी नहीं सोचा होगा” और उन्होंने इस पद पर अन्नाद्रमुक नेता की पदोन्नति को “चौंकाने वाला” करार दिया. राजनीति में आने का ऐलान कर चुके अभिनेता के सामने 2021 में होने वाले अगले विधानसभा चुनावों की चुनौती है. उन्होंने राजनीति में अपने पदार्पण का संकेत देते हुए कहा, “कल भी” कुछ “चौंकाने वाला” हो सकता है.
सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने इस बयान के बाद रजनीकांत पर निशाना साधते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री इस पद पर किसी संयोग की वजह से नहीं पहुंचे हैं बल्कि जमीनी स्तर पर करीब 45 सालों तक “कड़ी मेहनत” की बदौलत वहां पहुंचे हैं.
प्रदेश के मत्स्य विकास मंत्री डी जयकुमार ने कहा कि 2021 में जो एकमात्र “चौंकाने वाली” चीज होगी वह यह कि तमिलनाडु के लोग उस साल तय चुनावों में एक बार फिर अन्नाद्रमुक को जनादेश देंगे. जयकुमार ने कहा कि सत्ताधारी दल को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि “उन्हें (संभवत: रजनीकांत) भरोसा है कि इससे उन्हें फायदा मिलेगा.”
उन्होंने कहा, “तमिलनाडु में 2021 में जो एकमात्र चौंकाने वाली चीज होगी वह यह कि अन्नाद्रमुक सत्ता में बनी रहेगी.” प्रदेश में अगले विधानसभा चुनाव 2021 में होने हैं। रजनीकांत की फिल्म ‘शिवाजी’ के एक लोकप्रिय संवाद का इस्तेमाल करते हुए जयकुमार ने कहा कि अन्नाद्रमुक एक शेर है जो अपने विरोधियों से एक हाथ से निपट लेगी.
अन्नाद्रमुक के प्रवक्ता आर एम बाबू गुरुगावेल ने कहा कि रजनीकांत को अभिनेता के तौर पर ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए बल्कि अपना राजनीतिक संगठन या पार्टी बनाने के बाद ही ऐसा करना चाहिए.
फिल्म जगत में अपने समकालीन और मक्कल निधी मैयम के संस्थापक कमल हासन के सिनेमा उद्योग में 60 साल पूरा होने के अवसर पर रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में रजनीकांत ने यह भी कहा कि पलानीस्वामी ने अपनी सरकार के कम समय तक चलने के सभी दावों को झूठा साबित कर दिया.
उन्होंने कहा, “दो साल पहले, माननीय ईडापड्डी (पलानीस्वामी) ने तमिलनाडु का मुख्यमंत्री बनने के बारे में सोचा भी नहीं होगा…चौंकाने वाली चीजें होती हैं.” पलानीस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार के शुरुआती दिनों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि हर किसी ने ये पूर्वानुमान व्यक्त किया था कि सरकार ज्यादा वक्त तक नहीं चलेगी.