मुंबई : बॉलीवुड के मशहूर नृत्य निर्देशक गणेश आचार्य पर 33 वर्षीय महिला ने जबरन पोर्न वीडियो दिखाने का आरोप लगाया है और इस संबंध में राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) को एक पत्र लिखा है. महिला का आरोप है कि वह जब भी आचार्य के अंधेरी स्थित दफ्तर जाती थी, वह उसे पोर्न वीडियो देखने को मजबूर करते थे.
अंबोली पुलिस में दर्ज शिकायत में महिला ने आरोप लगाया है कि आचार्य और दो महिलाओं ने रविवार को अंधेरी में आयोजित इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन कोरियोग्राफर्स एसोसिएशन (आईएफटीसीए) के कार्यक्रम के दौरान उससे मार पीट की थी.
आरोप लगाने वाली महिला पेशे से सहायक कोरियोग्राफर है. पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि सहायक कोरियाग्राफर ने आचार्य(48) के अलावा दो महिलाओं जयश्री केलकर और प्रीति लाड पर भी मार पीट का आरोप लगाया है. ये दोनों महिलाएं आचार्य की कोरियोग्राफी समूह की सदस्य हैं. वहीं केलकर और लाड ने भी सहायक कोरियोग्राफर के खिलाफ अंबोली पुलिस से शिकायत की है.
वरिष्ठ निरीक्षक सोमेश्वर कामथ ने कहा,‘‘हमने एक दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है और जांच के लिए महिला (सहायक कोरियोग्राफर) को पुलिस थाने बुलाएंगे.” इस मामले में फिलहाल आचार्य की प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है. महिला आयोग को लिखे पत्र में उसने दावा कि किया कि वह जब भी आचार्य के दफ्तर जाती थी, वह उसे आपत्तिजनक वीडियो देखने को मजबूर करते थे.
अंबोली थाने में दर्ज शिकायत में उसने कहा कि आचार्य फिल्म उद्योग में काम करने के लिए उससे कमीशन मांगते थे. सहायक कोरियोग्राफर आईएफटीसीए की सदस्य भी हैं. पुलिस के एक अधिकारी ने शिकायत के हवाले से बताया कि आचार्य आईएफटीसीए के महासचिव हैं और अंधेरी के दफ्तर में शिकायतकर्ता को अक्सर बुलाते थे. उन्होंने कहा कि जब 26 जनवरी को सहायक गोरियोग्राफर आईएफटीसीए के दफ्तर पहुंची, आचार्य उन पर चिल्लाए और कहा कि उसे “निलंबित” किया जा रहा है.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि आचार्य को यह जान कर गुस्सा आया कि वह भी आईएफटीसीए की सदस्य हैं और उन्होंने अपनी टीम की सदस्य केलकर से उन्हें कथित तौर पर थप्पड़ मारने को कहा. शिकायत में कहा गया, “केलकर और प्रीति लाड ने सरेआम मुझे मारा जो सीसीटीवी में कैद है.”
अधिकारी ने बताया कि पुलिस गैर संज्ञेय अपराध दर्ज कर इसकी जांच कर रही है. सहायक कोरियोग्राफर ने कहा,‘‘मैं राज्य आयोग के समक्ष पेश हुई और बुधवार को उन्हें नया पत्र दूंगी.” उसने आरोप लगाया कि आचार्य ने कइयों का यौन शोषण किया है,वह अपने डांसरों को मानक दर से कम भुगतान करते हैं और कभी कभी तो कुछ भी नहीं देते हैं. उसने दावा किया, ‘‘आचार्य अपने आईएफटीसीए पद का इस्तेमाल डांसरों से तथा अन्य लोगों से ‘व्यक्तिगत खुन्नस’ निकालने में कर रहे हैं.