मुंबई : अभिनेता अनिल कपूर का कहना है कि उन्हें करियर की शुरुआत में ही यह पता चल गया था कि दूसरों की तरह उन्हें उनके लुक के लिए फिल्मों में काम नहीं मिलेगा इसलिए उन्होंने अपनी कला पर मेहनत करने का निर्णय लिया. कपूर ने 80 के दशक में अपने करियर की शुरुआत की थी. वह कहते हैं कि आज लोग उनके लुक और फुर्ती की तारीफ करते नहीं थकते लेकिन पहले ऐसा बिल्कुल नहीं था.
कपूर ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘करियर की शुरूआत में लोग मुझे कहते थे कि ‘तुम्हें ज्यादा काम करने की जरुरत नहीं है.’ लेकिन मुझे मजा आता था इसलिए मैंने किसी की बात पर ध्यान नहीं दिया कि लोग क्या कहते हैं. कहीं ना कहीं मुझे लगता था कि भगवान ने मुझे बहुत अच्छा चेहरा, शरीर या व्यक्तित्व नहीं दिया है इसलिए मुझे मेहनत करके ही काम मिलेगा.’
समय के साथ अनिल कपूर के खाते में ‘तेजाब’, ‘मि इंडिया’, ‘बेटा’, ‘जुदाई’, ‘1942: अ लव स्टोरी’, ‘विरासत’ और ‘ताल’ जैसी सुपरहिट फिल्में शामिल होती गयीं. उन्होंने 2000 के बाद से ‘नायक’, ‘वेलकम’, ‘रेस’, ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ और ‘दिल धड़कने दो’ जैसी विशिष्ट फिल्में भी दीं. अब वह अपनी अगली फिल्म ‘मलंग’ में दिशा पटानी, आदित्य रॉय कपूर और कुणाल खेमू के साथ नजर आने वाले हैं. ‘मलंग’ सात फरवरी को सिनेमाघरों में आयेगी.