क्या था खास ढाई अक्षर प्रेम के में?
24 साल पहले, 29 सितंबर 2000 को एक फिल्म आई थी जिसका नाम था ढाई अक्षर प्रेम के. इसमें अभिषेक बच्चन, ऐश्वर्या राय और सलमान खान थे. इतना बड़ा स्टार कास्ट था, फिर भी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धड़ाम हो गई. अभिषेक और ऐश्वर्या की जोड़ी को तो लोगों ने पसंद किया, लेकिन फिल्म की कहानी ने उनका दिल नहीं जीता.
मेकर्स का ट्रिक: सलमान की एंट्री
मेकर्स ने फिल्म को हिट कराने के लिए सलमान खान की एंट्री भी करवाई थी. उस समय सलमान और ऐश्वर्या के अफेयर की खूब चर्चाएं थीं, तो मेकर्स ने सोचा कि ये अफवाहों का फायदा उठाकर फिल्म हिट कर देंगे. सलमान का रोल बहुत छोटा था. वो एक ट्रक ड्राइवर बने थे और बस थोड़े समय के लिए फिल्म में दिखे. फिर भी, ये दांव फेल हो गया.
कहानी में दम नहीं, इसलिए हुई फ्लॉप
फिल्म की कहानी में वो दम नहीं था, जो दर्शकों को बांध सके. राज कंवर ने फिल्म को डायरेक्ट किया था, लेकिन वो दर्शकों के दिल तक नहीं पहुंच पाई. भले ही अभिषेक और ऐश्वर्या की केमिस्ट्री को पसंद किया गया हो, लेकिन फिल्म कुछ खास नहीं कर पाई. इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड सिर्फ 16.30 करोड़ रुपये की कमाई की, जबकि इसे बनाने में 9 करोड़ खर्च हुए थे. यानी बॉक्स ऑफिस पर इसे फ्लॉप का तमगा मिल गया.
क्या ये फिल्म थी रीमेक?
आपको जानकर हैरानी होगी कि ये फिल्म 1995 की हॉलीवुड फिल्म ए वाक इन क्लाउड्स की रीमेक थी. ये हॉलीवुड फिल्म भी खुद 1942 की इटैलियन फिल्म क्वाटरों पासी फ्रा ली नुवोले पर आधारित थी. लेकिन रीमेक होने के बावजूद ढाई अक्षर प्रेम के बॉक्स ऑफिस पर कुछ नहीं कर पाई. हां, इसके गाने जरूर सुपरहिट थे, जो आज भी लोग सुनते हैं.
गानों ने मचाया धमाल
फिल्म के गाने ढाई अक्षर प्रेम के, मेरा मन, और दो लफ्जों की है दिल की कहानी आज भी लोगों की प्लेलिस्ट में शामिल हैं. भले ही फिल्म फ्लॉप हुई हो, लेकिन गाने खूब पसंद किए गए थे.
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