41 Years Of Razia Sultan: भारत की फिल्म इंडस्ट्री अपने ग्रैंड हिस्टोरिकल के लिए जानी जाती है। नौशेरवां-ए-अदिल से लेकर हाल ही में बनी जोधा अकबर जैसी फिल्मों तक, हिंदी सिनेमा ने हमेशा बड़े बजट की ऐतिहासिक फिल्में बनाने में बढ़त दिखाई है. लेकिन इस यात्रा में कुछ फेल्यर्स भी शामिल हैं, जो दर्शकों से जुड़ने में नाकाम रहीं और बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुईं. यह कहानी है ऐसी ही एक फिल्म की, जिसने पूरी इंडस्ट्री को आर्थिक संकट में डाल दिया.
भारत की सबसे बड़ी फ्लॉप फिल्म
कमाल अमरोही बड़ी फिल्मों के लिए जाने जाते थे. उनकी मैग्नम ओपस पाकीजा के बाद, वह कुछ और बड़ा करने की तैयारी में थे. उन्हें ऐसा ही एक प्रोजेक्ट मिला, रजिया सुल्तान के जीवन पर आधारित एक बायोपिक के रूप में. इस प्रोजेक्ट का परिणाम था रजिया सुल्तान जिसमें हेमा मालिनी और धर्मेंद्र मुख्य भूमिका में थे . 1983 में रिलीज हुई इस फिल्म को बनने में आठ साल लगे और इसका बजट 10 करोड़ रुपये था, जो उस समय की सबसे महंगी भारतीय फिल्म थी. हालांकि, फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप रही, और यह सिर्फ 2 करोड़ रुपये की कमाई ही कर पाई.
फिल्म की हुई थी आलोचना
फिल्म की उर्दू भाषा लैंग्वेज को क्रिटिसाइज किया गया, क्योंकि यह दर्शकों के बड़े हिस्से को जोड़ने में असफल रही. इसके अलावा, फिल्म के एक गाने में हेमा मालिनी और परवीन बाबी के बीच के सीन ने भी ध्यान आकर्षित किया, जिसे उस समय के दर्शकों ने कुछ अलग तरीके से लिया.
कैसे रजिया सुल्तान ने पूरी बॉलीवुड इंडस्ट्री को कर्ज में डुबो दिया
कमाल अमरोही ने रजिया सुल्तान बनाने के लिए भारी कर्ज लिया था. फिल्म पर कई ट्रेड इनसाइडर्स का पैसा भी दांव पर था. जब फिल्म फ्लॉप हुई, तो कई फाइनेंसर्स, डिस्ट्रीब्यूटर्स और अन्य निवेशकों को भारी नुकसान हुआ. फिल्म की ग्रैंडनेस और इसके बड़े बजट के कारण इसका असर पूरी इंडस्ट्री पर पड़ा. उस समय की एक ट्रेड मैगजीन ने एक आर्टिकल पब्लिश किया, जिसमें कहा गया था कि इस फिल्म के फेलियर ने फिल्म इंडस्ट्री को कर्ज में डाल दिया है. हालांकि, कमाल अमरोही ने इसका जवाब देते हुए कहा कि किसी भी तरह का नुकसान उनका पर्सनल होगा, न कि प्रोड्यूसर्स का. अमरोही ने यह भी कहा कि फिल्म को बनाने में आठ साल लगे और इस दौरान उन्होंने सैकड़ों लोगों को काम दिया था.
क्यों रजिया सुल्तान के बाद कमाल अमरोही ने कभी फिल्म नहीं बनाई
अपने अंतिम दिनों तक, कमाल अमरोही इस बात पर अडिग रहे कि रजिया सुल्तान फ्लॉप नहीं थी, बल्कि एक “गलतफहमी” का शिकार हुई थी. हालांकि, इस फिल्म ने उन्हें फिंशियली काफी इफैक्ट किया. फिल्म के बाद उन्होंने एक लंबा ब्रेक लिया और बाद में आखरी मुगल नामक एक प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू किया, जो कि बहादुर शाह जफर की बायोपिक मानी जा रही थी. लेकिन 1993 में उनके निधन के बाद उस फिल्म की स्क्रिप्ट खो गई. और इस तरह, रजिया सुल्तान अमरोही की आखिरी फिल्म बनकर रह गई.
Also read:35 Years Of Chandni: श्रीदेवी से पहले रेखा को ऑफर हुई थी फिल्म, जाने फिल्म से जुड़े अनसुने किसे