नहीं रहीं गुजरे जमाने की मशहूर अभिनेत्री शीला रमानी
महू : भारतीय सिनेमा के बीते जमाने की मशहूर अदाकारा शीला रमानी कावस्जी का आज यहां लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 1954 में निर्मित फिल्म टैक्सी ड्राइवर से फिल्म जगत में चर्चित हुई थी. शीला के पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि वह पिछले कुछ सालों से बीमार थीं और इंदौर से 25 […]
महू : भारतीय सिनेमा के बीते जमाने की मशहूर अदाकारा शीला रमानी कावस्जी का आज यहां लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 1954 में निर्मित फिल्म टैक्सी ड्राइवर से फिल्म जगत में चर्चित हुई थी.
शीला के पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि वह पिछले कुछ सालों से बीमार थीं और इंदौर से 25 किलोमीटर दूर महू में पोस्ट ऑफिस रोड स्थित अपने निवास में रहती थीं, जहां आज उनका निधन हो गया.बालीवुड अदाकारा के एक निकटस्थ रिश्तेदार फिरोज बिलावा ने भाषा को बताया कि लगभग अस्सी साल की शीला रमानी भूलने की बीमारी अल्जाइमर से पीडित थीं और पिछले दो दिनों से कोमा में थीं.
उन्होंने बताया कि शीला के पति जाल कावस्जी अपने समय के एक जाने-माने उद्योगपति थे और लगभग दो दशक पहले उनका निधन हुआ था. शीला रमानी के परिवार में दो पुत्र राहुल एवं जाल जूनियर हैं. उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार आज शाम महू में ही किया गया.
शीला का जन्म वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हुआ था। उन्होंने पचास के दशक में कई लोकप्रिय फिल्मों में काम किया, जिनमें सुरंग (1953), तीन बत्ती चार रास्ता (1953), नौकरी (1954), फंटूश (1956), रेलवे प्लेटफार्म (1955) और अनोखी (1956) शामिल है.
शीला रमानी को हिन्दी फिल्मों में लाने का श्रेय मशहूर निर्माता, निर्देशक एवं अभिनेता चेतन आनंद को था. उन्होंने देवानंद एवं गुरुदत्त जैसे नामी गिरामी अभिनेताओं के साथ अभिनय किया और वह कई फिल्मों में उनकी नायिका बनीं.