अमिताभ, लता ने यश चोपडा को उनकी 83वीं जयंती पर याद किया
मुंबई: अमिताभ बच्चन और लता मंगेशकर जैसी फिल्मी हस्तियों ने आज जाने-माने फिल्मकार यश चोपडा को उनकी 83वीं जयंती पर याद किया.यश चोपड़ा का जन्म 1932 में लाहौर में हुआ था. अमिताभ ने चोपडा की ‘दीवार’, ‘कभी-कभी’, ‘त्रिशूल’, ‘काला पत्थर’, ‘सिलसिला’, ‘मोहब्बतें’, ‘वीर जारा’ और ‘बंटी और बबली’ जैसी कई फिल्मों में काम किया था. […]
मुंबई: अमिताभ बच्चन और लता मंगेशकर जैसी फिल्मी हस्तियों ने आज जाने-माने फिल्मकार यश चोपडा को उनकी 83वीं जयंती पर याद किया.यश चोपड़ा का जन्म 1932 में लाहौर में हुआ था. अमिताभ ने चोपडा की ‘दीवार’, ‘कभी-कभी’, ‘त्रिशूल’, ‘काला पत्थर’, ‘सिलसिला’, ‘मोहब्बतें’, ‘वीर जारा’ और ‘बंटी और बबली’ जैसी कई फिल्मों में काम किया था.
अभिनेता ने अपने ट्विटर पेज पर चोपड़ा के साथ की अपनी कई श्वेत-श्याम तस्वीरें साझा कीं
उन्होंने तस्वीरों के साथ लिखा, ‘‘यश जी की जयंती…यश चोपडा और उनके साथ बिताए गए शानदार पल.” चोपडा की अधिकतर फिल्मों के गानों को अपनी सुरीली आवाज से गाने वाली स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने कहा कि उन्होंने फिल्मकार को हमेशा अपना बडा भाई माना था.
उन्होंने कहा, ‘‘आज यश चोपडा की जयंती है, वह मेरे बडे भाई की तरह थे. वह एक प्रसिद्ध निर्देशक और निर्माता थे लेकिन उससे कहीं बढकर एक शानदार इंसान थे.” आज इस खास दिन पर यश चोपडा के बडे बेटे आदित्य ने फिल्म निर्देशक के तौर पर वापसी करने की घोषणा की. वह सात साल बाद ‘बेफ्रिके – दोज हू डेयर टू लव’ नाम की फिल्म का निर्देशन करेंगे.
यश चोपडा के छोटे बेटे और यशराज फिल्म्स की अंतरराष्ट्रीय शाखा ‘वाईआरएफ इंटरटेनमेंट’ के प्रमुख उदय ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘जन्मदिन मुबाकर डैड. और खुशी हो रही है कि मेरे बडे भाई ने आज अपनी फिल्म की घोषणा की है.” यश चोपडा ने सहायक निर्देशक के तौर पर अपने बडे भाई बी आर चोपडा के साथ काम कर अपने करियर की शुरुआत की थी और 1959 में अपनी पहली फिल्म ‘धूल का फूल’ का निर्देशन किया था.फिल्मकार करण जौहर ने चोपडा को अपना ‘पसंदीदा फिल्मकार’ और ‘पिता जैसा’ बताया.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘जन्मदिन मुबारक यश अंकल…आपने सपनों को जैसे संजोया वैसे कोई नहीं कर सकता.” फिल्मकार के साथ ‘वीर जारा’ में काम करने वाली अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने लिखा, ‘‘यश अंकल को उनकी जयंती पर याद कर रही हूं. उन्होंने हमेशा मुझे मेरे जन्मदिन पर शुभकामनाएं दी थीं. गर्मजोशी से भरे इंसान थे. आपकी कमी खल रही है यश चोपडा.”