प्रतिबंध नहीं चाहते लेकिन, सही चीज फिल्म में दिखाया जाए: बाजीराव -मस्तानी के वंशज
मुंबई: मराठा शासक पेशवा बाजीराव और उनकी पत्नी मस्तानी के वंशजों ने आज संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ से दो गानों को हटाने की मांग की और फिल्म निर्देशक से रिलीज से पहले फिल्म दिखाने का आग्रह किया.उन्होंने आरोप लगाया कि फिल्म के गाने ‘पिंगा’ और ‘मल्हार’ तथ्यों को गलत तरह से पेश […]
मुंबई: मराठा शासक पेशवा बाजीराव और उनकी पत्नी मस्तानी के वंशजों ने आज संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ से दो गानों को हटाने की मांग की और फिल्म निर्देशक से रिलीज से पहले फिल्म दिखाने का आग्रह किया.उन्होंने आरोप लगाया कि फिल्म के गाने ‘पिंगा’ और ‘मल्हार’ तथ्यों को गलत तरह से पेश करते हैं और उनके पूर्वजों को खराब तरीके से दिखाते हैं.
बाजीराव पेशवा के वंशज उदयसिंह पेशवा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने फिल्म नहीं देखी है लेकिन प्रोमो बहुत गुमराह करने वाले हैं. ‘पिंगा’ गीत में मस्तानी और काशीबाई को साथ में नृत्य करते दिखाया गया है जो असंभव है, जो इतिहास में कभी नहीं हुआ.’ उन्होंने कहा कि दूसरा गाना ‘मल्हार’ बाजीराव को नृत्य करते दिखाता है और गीत के बोल बहुत गलत हैं. हम चाहते हैं कि इन दोनों गानों को फिल्म से हटाया जाए और रिलीज से पहले फिल्म हमें दिखाई जाए.
भंसाली द्वारा निर्मित और निर्देशित फिल्म में रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपडा मुख्य किरदार में हैं. फिल्म 18 दिसंबर को रिलीज होगी.मस्तानी के वंशज अवैस बहादुर ने कहा कि फिल्म निर्माताओं ने इसे बनाने से पहले परिवार से राय नहीं ली.उन्होंने कहा, ‘‘क्या भारत में कभी कोई राजा हुआ है जिसने अपनी सभा में अपनी पत्नियों को नचाया हो? उन्हें फिल्म बनाने से पहले हमसे बात करनी चाहिए थी. हम इस पर प्रतिबंध नहीं चाहते, लेकिन हमें फिल्म दिखाई जाए और सभी आपत्तिजनक दृश्य हटाकर इसे रिलीज किया जाए.उदयसिंह ने कहा कि भंसाली ने जब परिवार के सदस्यों को फिल्म के सेट पर आमंत्रित किया था तो वादा किया था कि फिल्म बहुत अच्छी होगी.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं गया था.मेरा परिवार गया था.उन्होंने भंसाली से यह अनुरोध भी किया था कि इतिहास के अनुसार सच्ची कहानी रखें.’ उदयसिंह ने कहा कि फिल्म ‘राउ काशीबाई’ पर आधारित है जिसमें भी गलत तथ्य हैं.इससे पहले वंशजों ने मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर पीठ में एक याचिका दाखिल कर ‘बाजीराव मस्तानी’ के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की थी.
मस्तानी के वंशज शाहीन अवैस बहादुर ने कहा, ‘‘हमने भंसाली को ट्वीट कर उनसे अनुरोध किया था कि फिल्म के संबंध में हमसे बात करें.लेकिन उन्होंने हमारे नोटिस तक का जवाब अब तक नहीं दिया.’ मराठा सेना की एक मात्र महिला सेनापति रहीं उमाबाईसाहब खांडेराव दभाडे के परिवार से सत्यशीलराजे ने कहा कि फिल्म में कुछ सिनेमाई स्वतंत्रताएं ली गयी हैं जो सही नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘‘आप बाजीराव को हाथी की सूढ पर कूदते हुए और किसी का सर काटते हुए नहीं दिखा सकते.यह कहानी नहीं है, यह इतिहास है और इसे उसी तरीके से दिखाया जाना चाहिए.’ वंशजों ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है और सेंसर बोर्ड को भी मामले में लिखा है लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया